देहरादूनः डीएवी पीजी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग (Demand for holding student union elections) तेज होने लगी है. इसी क्रम में देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज में छात्र पिछले 2 नवंबर से अनिश्चितकालीन धरने पर हैं. 3 दिन पूर्व अपनी मांगों को लेकर छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी थी. आमरण अनशन पर बैठे एक छात्र की हालत बिगड़ने पर उसे दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय (Doon Medical College Hospital) में भर्ती कराया गया है.
डीएवी पीजी कॉलेज में आंदोलन (Movement in DAV PG College) कर रहे छात्र नेताओं का कहना है कि पिछले 2 सालों से कोरोना के कारण कॉलेज में चुनाव नहीं हो रहे थे. लेकिन इस बार बड़ी उम्मीद के साथ छात्र अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं. नवंबर माह में भी चुनाव होने की कोई संभावना कॉलेज प्रशासन नहीं जता रहा है.
उन्होंने शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत (Education Minister Dhan Singh Rawat) पर भी आरोप लगाए कि हमें पिछले साल से भ्रमित किया जा रहा है कि 60% एडमिशन होने पर चुनाव करवाया जाएगा. अब जबकि महाविद्यालय में 70 से 80% दाखिले हो चुके हैं. उसके बावजूद सरकार छात्रसंघ चुनाव की तिथि घोषित नहीं कर रही है. आमरण अनशन पर बैठे छात्र नेता मनमोहन नेगी का कहना है कि महाविद्यालय में चुनाव होना बहुत जरूरी है. लेकिन हमें सिर्फ भ्रमित किया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि जब तक चुनाव की तिथि घोषित नहीं की जाती है, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. आंदोलनरत छात्रों का कहना है कि अगर शासन की तरफ से उनकी मांगों को लेकर कोई जवाब नहीं आता है तो उन्हें उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. छात्र नेताओं का कहना है कि यदि भूख हड़ताल पर बैठे हमारे किसी साथी के साथ कोई अनहोनी होती है, तो इसकी जिम्मेदारी शिक्षा मंत्री और सरकार की होगी.