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देहरादून पुलिस लूटकांड: अब नए सिरे से होगी जांच, सीओ कैलाश पंवार के नेतृत्व में STF पड़ताल

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Published : Apr 15, 2019, 5:57 PM IST

Updated : Apr 15, 2019, 6:12 PM IST

घटना हुए 10 दिन हो चुका है, लेकिन जांच आगे बढ़ने की बजाय सिर्फ फाइलों तक ही सिमटी हुई है.

एसटीएफ करेंगी मामले की जांच.

देहरादून: राजधानी देहरादून में पुलिसकर्मियों द्वारा प्रॉपर्टी डीलर से 1 करोड़ रुपए की लूट मामले की जांच का जिम्मा अब एसटीएफ को दिया गया है. मामले की जांच के लिए सीओ कैलाश पंवार के नेतृत्व में एसटीएफ की एक टीम गठित की गई है. एसटीएफ ने जिला पुलिस से विवेचना ग्रहण कर ली है. अभी तक जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है. एसटीएफ ने दावा किया है कि वो जल्द ही मामले का खुलासा करेगी.

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घटना हुए 10 दिन हो चुका है, लेकिन जांच आगे बढ़ने की बजाय सिर्फ फाइलों तक ही सिमटी हुई है. अब एसटीएफ नए सिरे से मिले साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच करेगी. बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी फुटेज से लेकर आरोपियों की कॉल रिकार्ड और मोबाइल लोकेशन भी हासिल कर ली थी.

एसटीएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि इस प्रकरण में एसटीएफ के सीओ कैलाश पंवार को विवेचना ट्रांसफर कर दी गई है. मामले से जुड़े सभी लोगों से एसटीएफ की टीम पूछताछ कर रही है. साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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क्या है मामला

आरोप है कि बीती 4 अप्रैल को आदर्श चुनाव आचार संहिता की चेकिंग के नाम पर दारोगा दिनेश नेगी ने अपने दो साथी पुलिसकर्मियों (रमेश उपाध्याय व मनोज) के साथ आईजी की गाड़ी में बैठकर एक करोड़ रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इन पुलिसकर्मियों ने प्रॉपर्टी डीलर से रुपयों से भरा बैग लूटा था. लूट की ये वारदात राजपुर रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई थी. मुकदमा दर्ज होने के बाद तीनों पुलिसकर्मी निलंबित चल रहे हैं.

इस मामले में 4 दिन पहले ही मुकदमा दर्ज किया गया था, जबकि अगले दिन ही जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी. लेकिन कल ही एसटीएफ ने जिला पुलिस से विवेचना ग्रहण की है. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. हालांकि अभी तक मुख्य अभियुक्त अनुपम शर्मा का कोई सुराग नहीं लगा है.

देहरादून: राजधानी देहरादून में पुलिसकर्मियों द्वारा प्रॉपर्टी डीलर से 1 करोड़ रुपए की लूट मामले की जांच का जिम्मा अब एसटीएफ को दिया गया है. मामले की जांच के लिए सीओ कैलाश पंवार के नेतृत्व में एसटीएफ की एक टीम गठित की गई है. एसटीएफ ने जिला पुलिस से विवेचना ग्रहण कर ली है. अभी तक जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है. एसटीएफ ने दावा किया है कि वो जल्द ही मामले का खुलासा करेगी.

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घटना हुए 10 दिन हो चुका है, लेकिन जांच आगे बढ़ने की बजाय सिर्फ फाइलों तक ही सिमटी हुई है. अब एसटीएफ नए सिरे से मिले साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच करेगी. बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी फुटेज से लेकर आरोपियों की कॉल रिकार्ड और मोबाइल लोकेशन भी हासिल कर ली थी.

एसटीएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि इस प्रकरण में एसटीएफ के सीओ कैलाश पंवार को विवेचना ट्रांसफर कर दी गई है. मामले से जुड़े सभी लोगों से एसटीएफ की टीम पूछताछ कर रही है. साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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क्या है मामला

आरोप है कि बीती 4 अप्रैल को आदर्श चुनाव आचार संहिता की चेकिंग के नाम पर दारोगा दिनेश नेगी ने अपने दो साथी पुलिसकर्मियों (रमेश उपाध्याय व मनोज) के साथ आईजी की गाड़ी में बैठकर एक करोड़ रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इन पुलिसकर्मियों ने प्रॉपर्टी डीलर से रुपयों से भरा बैग लूटा था. लूट की ये वारदात राजपुर रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई थी. मुकदमा दर्ज होने के बाद तीनों पुलिसकर्मी निलंबित चल रहे हैं.

इस मामले में 4 दिन पहले ही मुकदमा दर्ज किया गया था, जबकि अगले दिन ही जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी. लेकिन कल ही एसटीएफ ने जिला पुलिस से विवेचना ग्रहण की है. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. हालांकि अभी तक मुख्य अभियुक्त अनुपम शर्मा का कोई सुराग नहीं लगा है.

Intro:पुलिस मुख्यालय द्वारा एसटीएफ के डिप्टी कैलाश पवांर पुलिसकर्मियों द्वारा प्रोपर्टी डीलर से 1 करोड़ लूट मामले में जांच करेंगे।एसटीएफ ने जिला पुलिस से विवेचना ग्रहण कर ली है।और अभी तक जुटाए गए साक्ष्यों के अधार पर जांच शुरू कर दी है।और जल्द ही मामले को खोलने के लिए एसटीएफ तैयारी में है।


Body:मामले को 10 दिन बीत जाने के बाद भी जांच अभी तक फाईलो तक सिमटी हुई है।ओर अब नए सिरे से एसटीएफ मिले साक्ष्यों के आधार पर जांच करेगी।
मामला 4 अप्रैल की रात को चुनाव आचार संहिता हवाला देकर घर वाला हीरो प्लेजर गाड़ी का इस्तेमाल कर आरोपी दरोगा दिनेश नेगी ड्राइवर रमेश उपाध्याय और कांस्टेबल मनोज द्वारा राजपुर रोड के मधुबन होटल के सामने एक करोड़ की लूट घटना को अंजाम दिया था। सबूत के तौर पर सीसीटीवी में साफ नजर घटना को अंजाम देने वाले पुलिसकर्मी थे और मुकदमा दर्ज होने के बाद फिलहाल तीनों पुलिसकर्मी निलंबित चल रहे है। तीनों पुलिसकर्मी देहरादून के पुलिस लाइन में अधिकारियों की नजर में है। इस मामले में 4 दिन पहले ही मुकदमा दर्ज किया गया था जबकि अगले दिन ही जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी। लेकिन कल ही एसटीएफ ने जिला पुलिस से विवेचना ग्रहण की है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि अभी तक मुख्य अभियुक्त अनुपम शर्मा का कोई सुराग पुलिस के हाथों नहीं लग सका है।


Conclusion:वही एसटीएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि इस प्रकरण में एसटीएफ के सीओ कैलाश पावँर को विवेचना ट्रांसफर कर दी गई है। इसमें सम्बंधित सभी से पूछताछ एसटीएफ की टीम कर रही है।ओर साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्यवाही की जायेगी।

बाइट-रिद्धिम अग्रवाल(एसटीएफ डीआईजी)
Last Updated : Apr 15, 2019, 6:12 PM IST
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