देहरादून: राजस्थान के सियासी संकट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पलड़ा भारी दिख रहा है. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में विधायकों ने अशोक गहलोत को अपना नेता माना. जिसके बाद राजस्थान मंत्रिमंडल से सचिन पायलट और उनके दो करीबी मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया गया. इसके साथ ही सचिन पायलट को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने के साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से भी हटा दिया गया है.
राजस्थान के सियासी उठापठक पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी भाजपा पर निशाना साधा. प्रीतम सिंह ने कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या करने में लगी हुई है, ऐसे में देश और प्रदेश की जनता समय आने पर पर भाजपा को करारा जवाब देगी.
प्रीतम सिंह ने कहा कि राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर कांग्रेस आलाकमान की नजर है. ऐसे में कांग्रेस विजय होकर निकलेगी. प्रीतम सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन राज्यों में भाजपा को जनादेश नहीं मिलता, वहां भाजपा धनबल के बूते पर सरकारों को गिराती आ रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने इसकी शुरुआत उत्तराखंड से की थी. यहां कांग्रेस की सरकार को गिराया गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने हमें संरक्षण दिया और राज्य में दोबारा हमारी सरकार बनी.
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भाजपा पर सवाल उठाते हुए प्रीतम सिंह ने कहा कि गुजरात के भीतर कांग्रेस के 9 विधायकों ने त्यागपत्र दे दिया था. विधायकों ने क्यों और कैसे त्याग पत्र दिया, क्या कभी केंद्र में बैठी सरकार ने इसकी जांच करने का साहस जुटाया? राजस्थान में भी जब कांग्रेस बहुमत सिद्ध करने की स्थिति में है तो भाजपा वहां सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स डिपॉर्टमेंट जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है.
प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार बनाने के लिए बीजेपी ने मध्यप्रदेश और गोवा में भी ऐसा ही काम किया. प्रीतम सिंह ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि देश का लोकतंत्र बहुत मजबूत है और जो लोग देश के लोकतंत्र पर प्रहार कर रहे हैं, जब वक्त आएगा तो देश और प्रदेश की जनता ऐसे लोगों को सबक सिखाएगी.