देहरादून: प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में मंगलवार को डेरी विभाग की समीक्षा बैठक की गई. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दुग्ध उत्पादों को वैल्यू एडिशन पर ध्यान देने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि के लिए उत्पादों की ब्रांडिंग पर भी फोकस किया जाए. बाहरी राज्यों से दुधारू पशुओं का क्रय जाए. जिससे राज्य का दुग्ध उत्पादकता बढ़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने दुग्ध और उसके संबधित उत्पादों के ग्रोथ सेंटर का डिजाइन एक जैसा होने की बात कही.
बैठक में बताया गया कि राज्य के 10 पर्वतीय जनपदों में दुग्ध और उससे संबधित उत्पादों पर आधारित 30 ग्रोथ सेंटर खोले जा रहे हैं. इस वर्ष के अंत तक 2500 दुधारू पशु क्रय करने का लक्ष्य रखा गया है. सहकारिता विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि किसानों को तीन लाख रूपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है. लाभार्थियों को ऋण लेने में असुविधा न हो इसके लिए बैंकर्स से लगातार संपर्क स्थापित और लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जाए.
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वहीं, मुख्यमंत्री ने धान और गेंहू क्रय केन्द्रों को किसानों के भुगतान में विलंब न करने के निर्देश दिए. उधम सिंह नगर में कुछ छोटे किसानों को धान विक्रय करने में समस्या की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित हो कि धान क्रय केन्द्रों में किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो. गंगा गाय महिला डेरी योजना के तहत राज्य में लोगों को दुधारू गाए दी जा रही हैं. इस योजना से लोगों को कितना फायदा हो रहा है.