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देहरादून में खुलेगा प्रदेश का पहला आर्थिक अपराध थाना, कुमाऊं में भी खुलेंगे साइबर थाने

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Published : Sep 11, 2019, 6:59 AM IST

बैठक में मुख्यमंत्री ने नशे के खिलाफ भी मुहिम चलाने के लिए कहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए स्कूल और कॉलेजों में चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान में तेजी लाई जाए.

उत्तराखंड पुलिस

देहरादून: त्रिवेंद्र सरकार अब उत्तराखंड पुलिस के हाथ मजबूत करने जा रही है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गृह विभाग की समीक्षा बैठक में देहरादून में राज्य का पहला आर्थिक अपराध थाना व पंतनगर और हल्द्वानी में साइबर थाने खोलने को मंजूरी दी है.

उत्तराखंड देश में सबसे कम अपराध वाली दूसरी श्रेणी में आता है. इसके अलावा अपराधिक घटनाओं के वर्क आउट करने, संगीन घटनाओं के अनावरण व बरामदगी में उत्तराखंड को टॉप राज्यों की सूची में स्थान मिला है. आंकड़ों का आधार पर बात की जाए तो हत्या, अपहरण, डकैती, लूट और ठगी जैसी अपराधिक घटनाओं के अनावरण और उनकी रिकवरी में उत्तराखंड पुलिस ने 66 प्रतिशत तक वर्कआउट किया है. जबकि राष्ट्रीय औसत 30 प्रतिशत से भी कम है.

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उत्तराखंड के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में केस वर्क आउट और बरामदगी का विषय 26 से 27 प्रतिशत का है. वहीं दूसरे पड़ोसी राज्य हिमाचल में ये आंकड़ा 45 प्रतिशत है.

अपराधिक घटनाओं को खुलासे में पुलिस ने किया बेहतरीन काम
साल 2019 के आंकड़ों पर नजर डाले तो उत्तराखंड में डकैती के मामले 100 प्रतिशत तक वर्क आउट हुए हैं, जबकि की लूट के मामले 88 प्रतिशत तक अनावरण हुए हैं. बलात्कार के मामले में पुलिस ने 99 प्रतिशत तक अनावरण कर अच्छा खासा रिकॉर्ड बनाया है. यहीं कारण है कि अन्य राज्यों की तुलना में उत्तराखंड पुलिस को राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर पुलिसिंग की सूची पर स्थान मिला है.

पुलिस महानिदेशक लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार ने बताया कि समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि बीते सालों में सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी आई है. जिसके चलते घायलों और मृतकों की संख्या पूर्व के वर्षों की तुलना कम हुई है.

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मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को निर्देश दिया है कि वाहनों की चेकिंग के दौरान आम जनता से किसी भी तरह की बदसलूकी व बल का प्रयोग न किया जाए. वाहनों की चेकिंग के दौरान अगर कोई मौके से भाग जाता है तो पुलिस उसके पीछे न भागे, क्योंकि इससे अन्य घटनाएं हो सकती हैं.

मुख्यमंत्री ने ट्रैफिक व चेकिंग के दौरान दस्तावेजों की कमी होने पर आराम से चालान काटने का आदेश दिया है. मुख्यमंत्री के इस निर्देश का अनुपालन करने के लिए पुलिस मुख्यालय बुधवार (11 सितंबर) को प्रदेश भर में इस विषय पर सर्कुलर जारी करेगा.

बैठक में मुख्यमंत्री ने नशे के खिलाफ भी मुहिम चलाने के लिए कहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए स्कूल और कॉलेजों में चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान में तेजी लाई जाए. पिछले साल में करीब 1500 स्कूल और कॉलजों में नशे के खिलाफ सेमिनार किए गए, जहां बच्चों को नशे की गर्त से बचने के उपाय और परामर्श दिए गए.

पढ़ें- नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर, इस विभाग में जल्द होगी 1700 पदों पर भर्ती

पुलिस महानिदेशक लॉ एंड आर्डर ने बताया कि 5 से 6 महत्वपूर्ण फसलों पर सहमति बनी. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने पुलिस सफाई कर्मचारियों के भत्ते में डेढ़ सौ का इजाफा करने के साथ ही मुलजिम के प्रतिदिन 45 वाली डाइट को 100 कर दिया है.

बीते कुछ सालों में साइबर क्राइम के ग्राफ में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. ऑन लाइन ठगी में मामलों में बढ़ोतरी हुई है. उसी को ध्यान में रखते हुए देहरादून साइबर पुलिस की तर्ज पर हल्द्वानी या पंतनगर में भी नया साइबर पुलिस स्टेशन खोला जाएगा. प्रदेश में आर्थिक अपराध (फाइनेंस कंपनी फ्रॉड, लोन कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी, लैंड पट्टी फर्जीवाड़ा, चिटफंड घोटाला, लॉटरी और किट्टी धोखाधड़ी) के मामले में भी बढ़ोतरी हुई है. इन मामलों के खुलासे करने के लिए और इस पर लगाम लगाने के लिए देहरादून में राज्य का पहला आर्थिक अपराध थाना खोलने का निर्णय लिया गया है. जिस पर सीएम ने अपनी सहमति जताई है.

देहरादून: त्रिवेंद्र सरकार अब उत्तराखंड पुलिस के हाथ मजबूत करने जा रही है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गृह विभाग की समीक्षा बैठक में देहरादून में राज्य का पहला आर्थिक अपराध थाना व पंतनगर और हल्द्वानी में साइबर थाने खोलने को मंजूरी दी है.

उत्तराखंड देश में सबसे कम अपराध वाली दूसरी श्रेणी में आता है. इसके अलावा अपराधिक घटनाओं के वर्क आउट करने, संगीन घटनाओं के अनावरण व बरामदगी में उत्तराखंड को टॉप राज्यों की सूची में स्थान मिला है. आंकड़ों का आधार पर बात की जाए तो हत्या, अपहरण, डकैती, लूट और ठगी जैसी अपराधिक घटनाओं के अनावरण और उनकी रिकवरी में उत्तराखंड पुलिस ने 66 प्रतिशत तक वर्कआउट किया है. जबकि राष्ट्रीय औसत 30 प्रतिशत से भी कम है.

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उत्तराखंड के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में केस वर्क आउट और बरामदगी का विषय 26 से 27 प्रतिशत का है. वहीं दूसरे पड़ोसी राज्य हिमाचल में ये आंकड़ा 45 प्रतिशत है.

अपराधिक घटनाओं को खुलासे में पुलिस ने किया बेहतरीन काम
साल 2019 के आंकड़ों पर नजर डाले तो उत्तराखंड में डकैती के मामले 100 प्रतिशत तक वर्क आउट हुए हैं, जबकि की लूट के मामले 88 प्रतिशत तक अनावरण हुए हैं. बलात्कार के मामले में पुलिस ने 99 प्रतिशत तक अनावरण कर अच्छा खासा रिकॉर्ड बनाया है. यहीं कारण है कि अन्य राज्यों की तुलना में उत्तराखंड पुलिस को राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर पुलिसिंग की सूची पर स्थान मिला है.

पुलिस महानिदेशक लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार ने बताया कि समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि बीते सालों में सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी आई है. जिसके चलते घायलों और मृतकों की संख्या पूर्व के वर्षों की तुलना कम हुई है.

पढ़ें- बेजुबानों के लिए अभिनेत्री माला बनीं आसरा, भूखे और बीमार कुत्तों को देती हैं सहारा

मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को निर्देश दिया है कि वाहनों की चेकिंग के दौरान आम जनता से किसी भी तरह की बदसलूकी व बल का प्रयोग न किया जाए. वाहनों की चेकिंग के दौरान अगर कोई मौके से भाग जाता है तो पुलिस उसके पीछे न भागे, क्योंकि इससे अन्य घटनाएं हो सकती हैं.

मुख्यमंत्री ने ट्रैफिक व चेकिंग के दौरान दस्तावेजों की कमी होने पर आराम से चालान काटने का आदेश दिया है. मुख्यमंत्री के इस निर्देश का अनुपालन करने के लिए पुलिस मुख्यालय बुधवार (11 सितंबर) को प्रदेश भर में इस विषय पर सर्कुलर जारी करेगा.

बैठक में मुख्यमंत्री ने नशे के खिलाफ भी मुहिम चलाने के लिए कहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए स्कूल और कॉलेजों में चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान में तेजी लाई जाए. पिछले साल में करीब 1500 स्कूल और कॉलजों में नशे के खिलाफ सेमिनार किए गए, जहां बच्चों को नशे की गर्त से बचने के उपाय और परामर्श दिए गए.

पढ़ें- नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर, इस विभाग में जल्द होगी 1700 पदों पर भर्ती

पुलिस महानिदेशक लॉ एंड आर्डर ने बताया कि 5 से 6 महत्वपूर्ण फसलों पर सहमति बनी. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने पुलिस सफाई कर्मचारियों के भत्ते में डेढ़ सौ का इजाफा करने के साथ ही मुलजिम के प्रतिदिन 45 वाली डाइट को 100 कर दिया है.

बीते कुछ सालों में साइबर क्राइम के ग्राफ में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. ऑन लाइन ठगी में मामलों में बढ़ोतरी हुई है. उसी को ध्यान में रखते हुए देहरादून साइबर पुलिस की तर्ज पर हल्द्वानी या पंतनगर में भी नया साइबर पुलिस स्टेशन खोला जाएगा. प्रदेश में आर्थिक अपराध (फाइनेंस कंपनी फ्रॉड, लोन कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी, लैंड पट्टी फर्जीवाड़ा, चिटफंड घोटाला, लॉटरी और किट्टी धोखाधड़ी) के मामले में भी बढ़ोतरी हुई है. इन मामलों के खुलासे करने के लिए और इस पर लगाम लगाने के लिए देहरादून में राज्य का पहला आर्थिक अपराध थाना खोलने का निर्णय लिया गया है. जिस पर सीएम ने अपनी सहमति जताई है.

Intro:summary-मुख्यमंत्री ने लिए उत्तराखंड पुलिस विभाग को बेहतर करने के महत्वपूर्ण फैसले, राष्ट्रीय स्तर पर में उच्च पुलिसिंग करने वाली उत्तराखंड को आधुनिक संसाधनों लेस और अधिक मजबूत बनाने की कवायद, जल्द शुरू राज्य में दूसरा बड़ा साइबर थाना स्थापित करने के साथ पूरे प्रदेश के लिए आर्थिक अपराध निस्तारण थाना जल्द खोला जाएगा ।


राष्ट्रीय स्तर पर अपराध नियंत्रण व संगीन घटनाओं का अनावरण करने सहित अन्य कानून अब जुड़े मामलों में देश सर्वोच्च स्थान वाली पुलिसिंग की श्रेणी उत्तराखंड पुलिस का नाम दर्ज हो गया हैं। जिहाँ उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक में इस बात का पूर्ण रूप से खुलासा हुआ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने इस बात की संतुष्टि जताई कि उत्तराखंड राज्य देश का सबसे कम अपराध वाली दूसरी श्रेणी में आता है इतना ही नहीं उत्तराखंड को देश के सबसे अधिक अपराधिक घटनाओं के वर्क आउट करने व संगीन घटनाओं के अनावरण वह बरामदगी में भी देश के टॉप राज्यों की सूची में स्थान मिला है।

उत्तराखंड केस वर्कआउट में देश में पहले स्थान पर पहुंचा

उत्तराखंड राज्य होने वाले अपराध जैसे- हत्या, अपहरण, डकैती, लूट,ठगी जैसी घटनाओं के अनावरण और उनकी रिकवरी को उत्तराखंड पुलिस ने 66 प्रतिशत तक वर्कआउट किया है जबकि राष्ट्रीय औसत 30 प्रतिशत से भी कम है ..उत्तराखंड के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में केस वर्क आउट और बरामदगी का विषय 26 से 27 प्रतिशत का है जबकि उत्तराखंड से सटे हिमाचल राज्य में यह आंकड़ा 45 प्रतिशत है। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस अपराधिक केस वर्क आउट करने से लेकर घटनाओं की प्रॉपर्टी बरामदगी में 66% सफल होने के चलते देश में पहले स्थान पर आ गया है।


बाइट -अशोक कुमार, महानिदेशक ,अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड




Body:वर्ष 2019 के संगीन अपराधों में उत्तराखंड पुलिस देश में उच्च स्थान की श्रेणी में

वर्ष 2019 की बात करें तो राज्य में डकैती के मामले 100% वर्क आउट हुए हैं जब की लूट के मामले 88% अनावरण हुए हैं वही सबसे ज्यादा होने वाले बलात्कार के मामले पुलिस ने 99% तक अनावरण कर अच्छा खासा रिकॉर्ड बनाया है ऐसे में देश के अन्य राज्यों की तुलना उत्तराखंड पुलिस को राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर पुलिसिंग की सूची पर स्थान मिला है।



सड़क सुरक्षा के नाम पर वाहनों की चेकिंग को लेकर मुख्यमंत्री ने दी विभाग को नसीहत

वही पुलिस विभाग की मुख्यमंत्री द्वारा ली गई समीक्षा बैठक में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि विगत वर्षों की तुलना बीते 3 वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी आई है जिसके चलते घायलों और मृतकों की संख्या पूर्व के वर्षों की तुलना कम हुई है।
ऐसे में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पुलिस विभाग को निर्देश दिया है कि वाहनों की चेकिंग के दौरान किसी भी तरह से आम जनता से बदसलूकी और बल का प्रयोग न किया जाए वाहनों की चेकिंग के दौरान अगर कोई मौके से भाग जाता है तो पुलिस उसके पीछे ना भागे इससे अन्य घटनाएं हो सकती हैं मुख्यमंत्री ने ट्रैफिक व चेकिंग के दौरान दस्तावेजों की कमी होने पर आराम से चालान काटने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री के इस निर्देश का अनुपालन करने के लिए पुलिस मुख्यालय बुधवार 11 सितंबर को प्रदेश भर में इस विषय पर सर्कुलर जारी कर आदेश पारित करेगा।

बाइट -अशोक कुमार, महानिदेशक ,अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड


राज्य में नशे के खिलाफ पुलिस को और बेहतर कार्य करने के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

पुलिस विभाग को समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में लगातार बढ़ रहे नशे के खिलाफ पुलिस मुहिम की तरह लगातार इसके रोकथाम के लिए कार्यवाही करती रहे साथ ही नशे के खिलाफ स्कूल कॉलेजों में जन जागरूकता अभियान में और तेजी लाएं पिछले 1 वर्ष में 15 सौ से ज्यादा स्कूल कॉलेजों में नशे के खिलाफ सेमिनार किए गए जिसमें लाखों बच्चों को नशे की गर्त से बचने के उपाय और परामर्श दिए गए मुख्यमंत्री ने नशे के खिलाफ पुलिस को लगातार अभियान के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

बाइट -अशोक कुमार, महानिदेशक ,अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड


Conclusion:उत्तराखंड पुलिस विभाग अपराध व कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले महानिदेशक अशोक कुमार के मुताबिक मुख्यमंत्री द्वारा महकमे को 5 से 6 महत्वपूर्ण फसलों पर सहमति बनी जिसमें पुलिस विभाग को बेहतर संसाधनों से लैस कर नई भर्तियों व एक ही छत के नीचे उद्देश्य वाले मुख्यालय को स्थापित करने की सहमति जताई। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने पुलिस सफाई कर्मचारियों के भत्ते में डेढ़ सौ का इजाफा करने के साथ ही मुलजिम के प्रतिदिन ₹45 वाली डाइट को ₹100 कर दिया है।

बाइट -अशोक कुमार, महानिदेशक ,अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड

प्रदेश में दूसरा कुमाऊं परिक्षेत्र में बनेगा नया साइबर पुलिस स्टेशन

राज्य में लगातार साइबर क्राइम मामलों का ग्राफ तेजी से बढ़ने के चलते जिस तरह से ऑनलाइन ठगी के मामलों भारी इजाफा हो रहा है उसी के दृष्टिगत आने वाले दिनों में देहरादून साइबर पुलिस स्टेशन की तर्ज पर कुमाऊं परिक्षेत्र के हल्द्वानी या पंतनगर शहर में एक नया साइबर पुलिस स्टेशन स्थापित करने विषय पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा सहमति बनी है।

बाइट -अशोक कुमार, महानिदेशक ,अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड

प्रदेश में आर्थिक अपराधों अनावरण के लिए विशेष थाना स्थापित किया जाएगा

उत्तराखंड राज्य में आर्थिक अपराधों की भी वर्तमान में बाढ़ सी आ गई है... फाइनेंस कंपनी फ्रॉड, लोन कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी, लैंड पट्टी फर्जीवाड़ा,चिटफंड घोटाला, लॉटरी, किट्टी धोखाधड़ी जैसे अन्य आर्थिक अपराधों को एक छत के नीचे अनावरण करने वाले मकसद से आने वाले दिनों में प्रदेशभर के लिए एक आर्थिक अपराध का थाना खुले जाने पर मुख्यमंत्री द्वारा सहमति बनी है इस मामले में डीजे अशोक कुमार ने बताया कि जल्द ही प्रदेश भर के आर्थिक मामलों को कानूनी शिकंजे में कसने के लिए विशेष थाना खोला जाएगा जिसमें राज्य भर से आर्थिक अपराधों मुकदमे दर्ज होंगे।

बाइट -अशोक कुमार, महानिदेशक ,अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड



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