ETV Bharat / state

बर्फबारी पर राज्य आपदा कंट्रोल रूम की नजर, व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने में जुटा विभाग

प्रदेश में कई जगह ऐसी है, जहां करीब दस साल बाद इतनी भारी बर्फबारी हुई है. ऐसे में वहां जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.

uttarakhand
देहरादून
author img

By

Published : Jan 9, 2020, 8:01 PM IST

Updated : Jan 9, 2020, 8:10 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से बर्फबारी का दौरा जारी है. बर्फबारी से पहाड़ का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. भारी बर्फबारी के कारण कई जगहों पर रास्ते भी बंद पड़े हुए हैं. ऐसे हालत में स्थानीय लोगों और पर्यटकों तक हर सुविधा पहुंचाने के लिए देहरादून सचिवालय स्थित राज्य आपदा कंट्रोल से अधिकारी हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

प्रदेश में 1700 मीटर की ऊंचाई वाले सभी इलाकों में पिछले 24 से 48 घंटों में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है. आपदा प्रबंधन विभाग से मिले डेटा के अनुसार इन सभी इलाकों में न्यूनतम 15 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है. ऊंचाई बढ़ने के साथ-साथ यह बर्फबारी बढ़ती गई है.

व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने में जुटा प्रशासन

पढ़ें- बर्फ की सफेद चादर से ढकी सरोवर नगरी, रास्ते बंद

इसके अलावा प्रदेश में कई जगह ऐसी है, जहां करीब दस साल बाद इतनी बर्फबारी हुई है. प्रदेश के बड़े हिल स्टेशनों की बात करें तो नैनीताल और मसूरी में एक तरफ जहां पर्यटकों का तांता लगा हुआ है तो वहीं व्यवस्थाएं भी चरमराई हुई है. हालांकि अब आपदा प्रबंधन विभाग व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने की कोशिश में जुटा हुआ है.

पढ़ें- बर्फबारी में फंसी महिला ने बच्चों के साथ गुफा में गुजारी रात, जांबाज युवक ने बचाई जान

चमोली जिले की बात करें तो इलाकों में पिछले 18 घंटों से विद्युत आपुर्ति पूरी तरह से बंद है. विद्युत लाइन को भी ठीक करवाने का काम तेज गति से किया जा रहा है.

देहरादून: उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से बर्फबारी का दौरा जारी है. बर्फबारी से पहाड़ का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. भारी बर्फबारी के कारण कई जगहों पर रास्ते भी बंद पड़े हुए हैं. ऐसे हालत में स्थानीय लोगों और पर्यटकों तक हर सुविधा पहुंचाने के लिए देहरादून सचिवालय स्थित राज्य आपदा कंट्रोल से अधिकारी हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

प्रदेश में 1700 मीटर की ऊंचाई वाले सभी इलाकों में पिछले 24 से 48 घंटों में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है. आपदा प्रबंधन विभाग से मिले डेटा के अनुसार इन सभी इलाकों में न्यूनतम 15 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है. ऊंचाई बढ़ने के साथ-साथ यह बर्फबारी बढ़ती गई है.

व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने में जुटा प्रशासन

पढ़ें- बर्फ की सफेद चादर से ढकी सरोवर नगरी, रास्ते बंद

इसके अलावा प्रदेश में कई जगह ऐसी है, जहां करीब दस साल बाद इतनी बर्फबारी हुई है. प्रदेश के बड़े हिल स्टेशनों की बात करें तो नैनीताल और मसूरी में एक तरफ जहां पर्यटकों का तांता लगा हुआ है तो वहीं व्यवस्थाएं भी चरमराई हुई है. हालांकि अब आपदा प्रबंधन विभाग व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने की कोशिश में जुटा हुआ है.

पढ़ें- बर्फबारी में फंसी महिला ने बच्चों के साथ गुफा में गुजारी रात, जांबाज युवक ने बचाई जान

चमोली जिले की बात करें तो इलाकों में पिछले 18 घंटों से विद्युत आपुर्ति पूरी तरह से बंद है. विद्युत लाइन को भी ठीक करवाने का काम तेज गति से किया जा रहा है.

Intro:Note- इस ख़बर की फीड FTP से (uk_deh_04_after_snowfall_control_room_wt_7205800) नाम से भेजी गयी है। आपदा कंट्रोल का वॉक थ्रो लगाएं।

एंकर- उत्तराखंड में हुई भारी बर्फबारी के बाद प्रदेश मैं अस्त-व्यस्त हुए जनजीवन की तस्वीरें अब सामने आने लगी है। राज्य आपदा कंट्रोल रूम से देखें हमारी यह खास रिपोर्ट।


Body:वीओ- प्रदेश में 1700 मीटर की ऊंचाई से अधिक सभी इलाकों में पिछले 24 से 48 घण्टों में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है। आपदा प्रबंधन विभाग से मिले डेटा के अनुसार इन सभी इलाकों में न्यूनतम 15 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है और ऊंचाई बढ़ने के साथ-साथ यह बर्फबारी बढ़ती गई है।

इसके अलावा प्रदेश में हुई इस भारी बर्फबारी के बीच कई जगह ऐसे भी थी जिन्होंने दासियों साल बाद बर्फबारी का लुफ्त उठाया है। प्रदेश के बड़े हिल स्टेशनों की बात करें तो नैनीताल और मसूरी में एक तरफ जहां पर्यटकों का तांता लगा हुआ है तो वहीं व्यवस्थाएं भी इस दौरान चरमराई रही हालांकि अब आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने का काम किया जा रहा है।

तो चमोली जिले जिले के कई इलाकों में पिछले 18 घंटों से कटी हुई विद्युत लाइन को भी ठीक करवाने का काम तेज गति से किया जा रहा है।

वॉक थ्रो आपदा कंट्रोल रूम
वॉक थ्रो में मौजूद अधिकारी--
पहले अधिकारी का नाम- पीयूष रौतेला, अधिशासी निदेशक राज्य आपदा प्रबंधन
दूसरे अधिकारी का नाम- गिरश जोशी, वरिष्ट परामर्शदाता राज्य आपदा प्रबंधन।


Conclusion:
Last Updated : Jan 9, 2020, 8:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.