देहरादून: नेशनल यूनिवर्सिटी मीट में गोल्ड मेडल जीतने के बाद मानसी नेगी ने सरकार से नौकरी की मांग की. उनकी इस मांग के बाद सड़क से लेकर सदन तक यह बहस का मुद्दा बन गया है. अब इस मामले में खेल मंत्री रेखा आर्य ने मानसी पर हुए खर्च के ब्यौरे को सार्वजनिक किया है. रेखा आर्य ने कहा सरकार लगातार खिलाड़ियों के लिए काम रही है. सरकार दो अलग-अलग आयु वर्ग में खिलाड़ियों को हर महीने प्रोत्साहन राशि दे रही है.
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उत्तराखंड में खेल और खिलाड़ियों के प्रति सरकार की कर्तव्यनिष्ठा पर समय-समय पर सवाल खड़े होते रहे हैं. पिछले कुछ समय से सरकार उत्तराखंड में खेल और खिलाड़ियों को लेकर के संवेदनशीलता जरूर नजर आ रही है. लेकिन, धरातल पर क्या स्थिति है इसको लेकर तब बहस छिड़ गई जब नेशनल यूनिवर्सिटी मीट में मानसी नेगी ने गोल्ड मेडल जीता. गोल्ड मेडल जीतने के बाद पूरे प्रदेश से उसे बधाइयां दी गई. तब मानसी नेगी ने सरकार से एक नौकरी की मांग कर डाली. मानसी नेगी की नौकरी की मांग के बाद प्रदेश भर में खिलाड़ियों के प्रति सरकार के उदासीन रवैए को लेकर बहस छिड़ गई. सोशल मीडिया से लेकर प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत विधानसभा सत्र में भी यह मामला गरमाया.
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खानपुर विधायक ने सदन में उठाया सवाल: सदन में खानपुर से विधायक उमेश कुमार ने खेल मंत्री से सवाल किया कि क्या ₹1500 देकर वह खिलाड़ियों से ओलंपिक मेडल लाने की उम्मीद कर रही हैं. जिस पर खेल मंत्री रेखा आर्य बगले झांकते नजर आईं. उमेश कुमार के सवाल से नाराज रेखा आर्य ने तल्ख अंदाज में अपना जवाब दिया. उन्होंने कहा सरकार द्वारा दो अलग-अलग आयु वर्ग में प्रोत्साहन राशि खिलाड़ियों को प्रत्येक माह दी जा रही है.
सरकार द्वारा खिलाड़ियों के लिए मुख्यमंत्री उदयीमान योजना के तहत 2 आयु वर्ग में स्कॉलरशिप योजना चलाई जा रही है. जिसमें 18 से 14 वर्ष के खिलाड़ियों के लिए प्रत्येक जिले में डेढ़ सौ मेधावी खिलाड़ियों को पंद्रह ₹100 प्रतिमाह, वहीं 14 से 30 आयु वर्ग में प्रत्येक जनपद में 100 मेधावी खिलाड़ियों को 2000 प्रतिमाह स्कॉलरशिप दी जा रही है.
खेल मंत्री रेखा आर्य से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को दी जाने वाली नौकरियों और सुविधाओं को लेकर के सवाल किया गया था, लेकिन इसका जवाब खेल मंत्री रेखा आर्य ने सदन में नहीं दिया. उन्होंने सदन के बाद एक अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए उन पर उठ रहे सवालों के साथ-साथ मानसी नेगी के सवाल का भी जवाब दिया.
खेल मंत्री रेखा आर्य ने मानसी की एक नौकरी की मांग के बदले सभी तरह की मदद को फेसबुक पर साझा किया. सभी लोगों के संज्ञान में यह लाया की मानसी को अब तक अब कितनी मदद दी गई है. फेसबुक पर किया गया यह पोस्ट दिखाता है कि यदि मानसी ने अपने गरीब परिवार के लिए एक नौकरी की मांग की है तो सरकार उसे एहसास दिलाना चाहती है कि सरकार द्वारा उसे काफी कुछ दिया है.
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खेल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा उत्तराखंड में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए खासतौर से सरकारी नौकरियों में 4 फ़ीसदी खेल कोटा आरक्षित करने की दिशा में काम कर रही है. इसके पॉलिसी स्तर पर अभी विचार चल रहा है. जिसमें की 11 अलग-अलग विभागों से सामंजस्य करके इन विभागों में निकलने वाली सरकारी नौकरियों में 4 फ़ीसदी आरक्षण की व्यवस्था पर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. खेल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा का एक हिस्सा है.
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खेल निदेशक जितेंद्र सोनकर ने बताया जल्द ही अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले और मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के अनुरूप पांच अलग-अलग ग्रेड पे की सरकारी नौकरी में शामिल किया जाएगा. जिसमें 2 हजार, 2200, 2800, 4200 और 5400 ग्रेड पे की नौकरियों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को जगह दी जाएगी. खेल निदेशक के अनुसार इस प्रस्ताव पर आखिरी चरण की वार्ता चल रही है. जल्द ही इस संबंध में निर्णायक फैसले के बाद इस पर सरकार घोषणा करेगी.