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देहरादून के VVIP इलाकों का पानी भी पीने लायक नहीं, जांच में सामने आए नतीजे

देहरादून के वीवीआईपी इलाकों के पानी के नमूने जांच में फेल पाए गए हैं, इन इलाकों में पानी पीने योग्य नहीं है.

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देहरादून के VVIP इलाकों का पानी भी नहीं है पीने लायक
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Published : Jul 16, 2021, 5:38 PM IST

Updated : Jul 16, 2021, 8:40 PM IST

देहरादून : राजधानी देहरादून का पानी पीने योग्य नहीं है. कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सतपाल महाराज, विधायक खजानदास जिलाधिकारी देहरादून कैम्प कार्यालय, एसएसपी देहरादून आवास का पानी भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया है. यह दावा स्पेक्स संस्था ने किया है.

दरअसल, जून महीने में संस्था ने देहरादून में 125 जगहों के पानी के नमूने जांच के लिए गए थे. जिसमें से 118 जगह के नमूने मानकों के विपरीत मिले हैं. 53 स्थानों में पानी में क्लोरीन मानकों से अधिक पाई गई है. जांच में 65 स्थान ऐसे रहे हैं, जिसमें क्लोरीन नहीं मिला.

VVIP इलाकों का पानी भी पीने योग्य नहीं.

पढ़ें- उत्तराखंड : मुफ्त बिजली के वादों में कितना दम, कितनी कीमतें होंगी कम? जानें

ताज्जुब की बात यह है कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सतपाल महाराज, विधायक खजानदास जिलाधिकारी देहरादून कैम्प कार्यालय, एसएसपी देहरादून आवास में भी पानी पीने योग्य नहीं मिला. यहां के पानी को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया है.

पढ़ें- हरक का नया दांव, दोबारा सत्ता में आए तो सबको फ्री मिलेगी बिजली

बताते चलें कि स्पेक्स संस्था ने राजधानी में कई इलाकों से पानी के नमूने जांचे. जिसमें ज्यादातर जगह पर सुपर क्लोरीनेशन की वजह से पानी पीने योग्य नहीं मिला. इस संस्था की यह 31वीं रिपोर्ट है. 1990 से संस्था ने देहरादून जिले में पानी के नूमने लेने शुरू किये थे.

देहरादून के विभिन्न स्थानों में किए गए जल गुणवत्ता परीक्षण में मात्र सात स्थानों में ही अवशेषित क्लोरीन मानकों के अनुरूप पाया गया. जिसमें डोभालवाला 0.2, इंद्रेश नगर 0.2, तपोवन एनक्लेव 0.2 राजेश्वर पुरम जोगीवाला 0.2, लखीबाग 0.2, भंडारी बाग 0.2, के अलावा सरस्वती विहार अजबपुर में 0.2 अवशेषित क्लोरीन का मानक 0.2 मिलीग्राम प्रति लीटर पाया गया.

पढ़ें- हेड ऑफिस बनाने को BJP ने भिड़ाई तिकड़म, बदल डाले प्राधिकरण के नियम

देहरादून के 6 स्थानों में माननीयों और अधिकारियों के यहां अवशेषित क्लोरीन का स्तर मानकों से कई गुना अधिक मिला. सतपाल महाराज 1.4, गणेश जोशी 1.2, जिलाधिकारी 1.2 के अलावा मेयर निवास डोभालवाला 1.2, विधायक खजान दान 1.0, एसएसपी निवास राजपुर रोड में 1.0 अवशेषित क्लोरीन पाया गया. इसके अलावा देहरादून के 53 स्थानों में क्लोरीन मांगों से अधिक पाई गई, जिसमें राजपुर रोड तिब्बती बाजार, डालनवाला, दिलाराम चौक, सचिवालय आदि शामिल हैं.

10 स्थानों पर पानी में कम क्लोरीन: कैंट रोड 0.1, सालावाला 0.1 जाखन राजपुर रोड 0.1, बिंदाल वाला नेशविला रोड़ 0.1, हाथीबड़कला 0.1, कुम्हार मंडी 0.1, उद्दीवाला बल्लूपुर 0.1, अहीर मंडी 0.1, मिलन विहार जीएमएस रोड में 0.1, कृष्ण नगर में 0.1 कम क्लोरीन की मात्रा पाई गई.

पढ़ें- केजरीवाल की राह पर हरक, ऊर्जा प्रदेश की जनता को मुफ्त बिजली का वादा, 31 अक्टूबर तक सरचार्ज माफ

स्पेक्स संस्था के सचिव बृज मोहन शर्मा ने बताया कि अत्यधिक मात्रा में फिकल क्लोरोफॉर्म पाया गया है. बताते चलें कि सपेरा बस्ती में 26, तरला नांगल में 14, अधोईवाला में 12 फीकल क्लोरोफॉर्म पाया गया है. संस्था के सचिव ने बताया कि जिम्मेदार अधिकारियों को हर साल रिपोर्ट दी जाती है, लेकिन उसके बाद भी अधिकारी इस पर कोई एक्शन नहीं लेते.

देहरादून : राजधानी देहरादून का पानी पीने योग्य नहीं है. कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सतपाल महाराज, विधायक खजानदास जिलाधिकारी देहरादून कैम्प कार्यालय, एसएसपी देहरादून आवास का पानी भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया है. यह दावा स्पेक्स संस्था ने किया है.

दरअसल, जून महीने में संस्था ने देहरादून में 125 जगहों के पानी के नमूने जांच के लिए गए थे. जिसमें से 118 जगह के नमूने मानकों के विपरीत मिले हैं. 53 स्थानों में पानी में क्लोरीन मानकों से अधिक पाई गई है. जांच में 65 स्थान ऐसे रहे हैं, जिसमें क्लोरीन नहीं मिला.

VVIP इलाकों का पानी भी पीने योग्य नहीं.

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ताज्जुब की बात यह है कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सतपाल महाराज, विधायक खजानदास जिलाधिकारी देहरादून कैम्प कार्यालय, एसएसपी देहरादून आवास में भी पानी पीने योग्य नहीं मिला. यहां के पानी को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया है.

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बताते चलें कि स्पेक्स संस्था ने राजधानी में कई इलाकों से पानी के नमूने जांचे. जिसमें ज्यादातर जगह पर सुपर क्लोरीनेशन की वजह से पानी पीने योग्य नहीं मिला. इस संस्था की यह 31वीं रिपोर्ट है. 1990 से संस्था ने देहरादून जिले में पानी के नूमने लेने शुरू किये थे.

देहरादून के विभिन्न स्थानों में किए गए जल गुणवत्ता परीक्षण में मात्र सात स्थानों में ही अवशेषित क्लोरीन मानकों के अनुरूप पाया गया. जिसमें डोभालवाला 0.2, इंद्रेश नगर 0.2, तपोवन एनक्लेव 0.2 राजेश्वर पुरम जोगीवाला 0.2, लखीबाग 0.2, भंडारी बाग 0.2, के अलावा सरस्वती विहार अजबपुर में 0.2 अवशेषित क्लोरीन का मानक 0.2 मिलीग्राम प्रति लीटर पाया गया.

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देहरादून के 6 स्थानों में माननीयों और अधिकारियों के यहां अवशेषित क्लोरीन का स्तर मानकों से कई गुना अधिक मिला. सतपाल महाराज 1.4, गणेश जोशी 1.2, जिलाधिकारी 1.2 के अलावा मेयर निवास डोभालवाला 1.2, विधायक खजान दान 1.0, एसएसपी निवास राजपुर रोड में 1.0 अवशेषित क्लोरीन पाया गया. इसके अलावा देहरादून के 53 स्थानों में क्लोरीन मांगों से अधिक पाई गई, जिसमें राजपुर रोड तिब्बती बाजार, डालनवाला, दिलाराम चौक, सचिवालय आदि शामिल हैं.

10 स्थानों पर पानी में कम क्लोरीन: कैंट रोड 0.1, सालावाला 0.1 जाखन राजपुर रोड 0.1, बिंदाल वाला नेशविला रोड़ 0.1, हाथीबड़कला 0.1, कुम्हार मंडी 0.1, उद्दीवाला बल्लूपुर 0.1, अहीर मंडी 0.1, मिलन विहार जीएमएस रोड में 0.1, कृष्ण नगर में 0.1 कम क्लोरीन की मात्रा पाई गई.

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स्पेक्स संस्था के सचिव बृज मोहन शर्मा ने बताया कि अत्यधिक मात्रा में फिकल क्लोरोफॉर्म पाया गया है. बताते चलें कि सपेरा बस्ती में 26, तरला नांगल में 14, अधोईवाला में 12 फीकल क्लोरोफॉर्म पाया गया है. संस्था के सचिव ने बताया कि जिम्मेदार अधिकारियों को हर साल रिपोर्ट दी जाती है, लेकिन उसके बाद भी अधिकारी इस पर कोई एक्शन नहीं लेते.

Last Updated : Jul 16, 2021, 8:40 PM IST
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