ETV Bharat / state

हारेगा कोरोना: यहां कॉलोनी वालों ने खुद ही किया 'लॉक', लोगों को भी कर रहे जागरुक - उत्तराखंड न्यूज

एक तरफ पुलिस और प्रशासन को लॉकडाउन का पालन कराने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. वहीं, देहरादून में कुछ सोसाइटी और कॉलोनियां मिसाल पेश कर रही हैं. यहां के लोग खुद से लॉकडाउन लगाकर दूसरों को भी जागरूक कर रहे हैं.

देहरादून
देहरादून
author img

By

Published : Apr 10, 2020, 4:21 PM IST

देहरादून: यूं तो उत्तराखंड में भी देश के अन्य राज्यों की तरह लॉकडाउन है, लेकिन इससे हटकर कुछ वेलफेयर सोसाइटी ने खुद से अपने क्षेत्र को बैन कर लिया है. ये क्षेत्रवासियों की घबराहट नहीं बल्कि एहतियात है. इसके जरिये ये लोग न केवल खुद को बल्कि अपने इलाके को भी बचाने के लिए आगे आये हैं.

यहां कॉलोनी वालों ने खुद ही लगाया लॉकडाउन

देशभर से सड़कों पर पुलिस की सख्ती के विजुअल्स आ रहे हैं. यहां लोगों को लाठी-डंडों से कोरोना के खतरे का एहसास कराया जा रहा है. लेकिन ऐसे भी लोग हैं जो न केवल खुद बल्कि आस-पास के क्षेत्र को भी सुरक्षित बनाने के प्रयास में जुटे हैं. आज हम आपको उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से ऐसी ही कुछ सोसाइटी और कॉलोनियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके प्रयास सराहनीय हैं. दूसरे लोगों को भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जागरूक करते हैं.

dehradun
कोरोन से 'जंग.

देहरादून के राजपुर रोड पर शिप्रा विहार कॉलोनी है. जहां करीब 50 से ज्यादा परिवार रहते हैं. यूं तो प्रशासन की तरफ से लॉकडाउन का पालन करवाया ही जा रहा है लेकिन आपको सुनकर खुशी होगी कि यहां सोसाइटी की तरफ से ऐसे नियम खुद ही बनाये गए हैं कि जो कोरोना के एहतियात के लिए बेहद कारगर हैं.

पढ़ें- एयरपोर्ट कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री राहत कोष में दिया वेतन, 25 लाख रुपये किये जमा

सोसाइटी के अध्यक्ष जितेंद्र शेरावत बताते हैं कि कोरोना को लेकर खतरा सामने आते ही सोसाइटी ने सभी लोगों को सोशल डिस्टेंस का पालन करने का आग्रह किया. इसके अलावा सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में रहकर तमाम वह नियम बनाए गए हैं जिसके जरिए कोरोना वायरस से बचा जा सकता है.

dehradun
सुनसान पड़ी कॉलोनियां.

जितेंद्र कहते हैं कि सोसाइटी में किसी भी तरह का आवाजाही पूरी तरह से बंद है. लोग खुद में लॉकडाउन हो चुके हैं. यही नहीं लोगों को सुबह अपने घरों में ही योगासन करने के लिए भी कहा गया है. जबकि तमाम जरूरी सामान के लिए प्रशासन द्वारा दिए गए नंबरों पर संपर्क कर मंगाने के लिए भी कहा गया है. जिसे लेने के लिए परिवार का एक सदस्य ही सोसायटी के गेट पर जाकर सैनेटाइजर का प्रयोग कर सामान को अपने घर ले जा सकता है.

पढ़ें- कोरोना से जंग: यूपी-उत्तराखंड बार्डर पर पुलिस का पहरा सख्त

ईटीवी भारत में साईं मंदिर के पास स्थित विस्प्रिंग विलो सोसाइटी का भी जायजा लिया. यहां सोसायटी के मैनेजर ने बताया कि वह इतना भी नहीं जानते कि उनकी सोसायटी में फिलहाल कितने लोग रह रहे हैं. जबकि पिछले कई हफ्तों से उन्होंने सोसाइटी में किसी को देखा भी नहीं है. यहां भी सोसाइटी ने गेट पर मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था की है, जबकि जरूरी सामान की डिलीवरी करने वाले को भी अंदर आने की अनुमति नहीं है.

सोसाइटी में डिलीवरी करने वाला सामान गेट के बाहर ही छोड़कर जाता है, जहां से परिवार का एक सदस्य गलप्स पहनकर इस सामान को अपने घर में ले जाता है.

पढ़ें- THDC पर भी भारी पड़ा लॉकडाउन, डेढ़ मिलियन यूनिट घटा बिजली उत्पादन

विस्प्रिंग विलोसोसाइटी का गेट की मनोज रावत बताते हैं कि वेलफेयर सोसाइटी की तरफ से उसे निर्देश दिए गए हैं कि किसी को भी गेट के अंदर न आने दिया जाए जो भी व्यक्ति सोसाइटी के गेट पर आता है सबसे पहले उसको सैनेटाइजर किया जाता है. इसके बाद उससे जरूरी सामान को गेट पर ही रखवा लिया जाता है , जहां से फोन करके संबंधित व्यक्ति को बुलाकर उस सामान को उठाया जाता है. इसके अलावा गेट को भी सुबह शाम सैनेटाइज किया जाता है. देहरादून में ऐसे एक दो नहीं बल्कि तमाम सोसायटी और कॉलोनियां है जहां इसी तरह एहतियात बरती जा रही है.

dehradun
सोसाइटी में खुद किया लॉकडाउन.

ईटीवी भारत में ऐसी कई कॉलोनियों और अपार्टमेंट में जाकर स्थितियों का जायजा लिया और जागरूक लोगों से भी बात की. दून में कोरोना वायरस को लेकर ऐसी ही जागरूक कॉलोनियों और सोसाइटी में बेस्ट प्रॉपर्टी, आर-बोरिया सोसाइटी, रेसकोर्स क्षेत्र, गणेश विहार, टफलगर सोसाइटी का नाम शामिल है. यही नहीं अधिकतर अपार्टमेंट में कोरोना वायरस को लेकर सावधानी भी बरती जा रही है.

देहरादून: यूं तो उत्तराखंड में भी देश के अन्य राज्यों की तरह लॉकडाउन है, लेकिन इससे हटकर कुछ वेलफेयर सोसाइटी ने खुद से अपने क्षेत्र को बैन कर लिया है. ये क्षेत्रवासियों की घबराहट नहीं बल्कि एहतियात है. इसके जरिये ये लोग न केवल खुद को बल्कि अपने इलाके को भी बचाने के लिए आगे आये हैं.

यहां कॉलोनी वालों ने खुद ही लगाया लॉकडाउन

देशभर से सड़कों पर पुलिस की सख्ती के विजुअल्स आ रहे हैं. यहां लोगों को लाठी-डंडों से कोरोना के खतरे का एहसास कराया जा रहा है. लेकिन ऐसे भी लोग हैं जो न केवल खुद बल्कि आस-पास के क्षेत्र को भी सुरक्षित बनाने के प्रयास में जुटे हैं. आज हम आपको उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से ऐसी ही कुछ सोसाइटी और कॉलोनियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके प्रयास सराहनीय हैं. दूसरे लोगों को भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जागरूक करते हैं.

dehradun
कोरोन से 'जंग.

देहरादून के राजपुर रोड पर शिप्रा विहार कॉलोनी है. जहां करीब 50 से ज्यादा परिवार रहते हैं. यूं तो प्रशासन की तरफ से लॉकडाउन का पालन करवाया ही जा रहा है लेकिन आपको सुनकर खुशी होगी कि यहां सोसाइटी की तरफ से ऐसे नियम खुद ही बनाये गए हैं कि जो कोरोना के एहतियात के लिए बेहद कारगर हैं.

पढ़ें- एयरपोर्ट कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री राहत कोष में दिया वेतन, 25 लाख रुपये किये जमा

सोसाइटी के अध्यक्ष जितेंद्र शेरावत बताते हैं कि कोरोना को लेकर खतरा सामने आते ही सोसाइटी ने सभी लोगों को सोशल डिस्टेंस का पालन करने का आग्रह किया. इसके अलावा सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में रहकर तमाम वह नियम बनाए गए हैं जिसके जरिए कोरोना वायरस से बचा जा सकता है.

dehradun
सुनसान पड़ी कॉलोनियां.

जितेंद्र कहते हैं कि सोसाइटी में किसी भी तरह का आवाजाही पूरी तरह से बंद है. लोग खुद में लॉकडाउन हो चुके हैं. यही नहीं लोगों को सुबह अपने घरों में ही योगासन करने के लिए भी कहा गया है. जबकि तमाम जरूरी सामान के लिए प्रशासन द्वारा दिए गए नंबरों पर संपर्क कर मंगाने के लिए भी कहा गया है. जिसे लेने के लिए परिवार का एक सदस्य ही सोसायटी के गेट पर जाकर सैनेटाइजर का प्रयोग कर सामान को अपने घर ले जा सकता है.

पढ़ें- कोरोना से जंग: यूपी-उत्तराखंड बार्डर पर पुलिस का पहरा सख्त

ईटीवी भारत में साईं मंदिर के पास स्थित विस्प्रिंग विलो सोसाइटी का भी जायजा लिया. यहां सोसायटी के मैनेजर ने बताया कि वह इतना भी नहीं जानते कि उनकी सोसायटी में फिलहाल कितने लोग रह रहे हैं. जबकि पिछले कई हफ्तों से उन्होंने सोसाइटी में किसी को देखा भी नहीं है. यहां भी सोसाइटी ने गेट पर मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था की है, जबकि जरूरी सामान की डिलीवरी करने वाले को भी अंदर आने की अनुमति नहीं है.

सोसाइटी में डिलीवरी करने वाला सामान गेट के बाहर ही छोड़कर जाता है, जहां से परिवार का एक सदस्य गलप्स पहनकर इस सामान को अपने घर में ले जाता है.

पढ़ें- THDC पर भी भारी पड़ा लॉकडाउन, डेढ़ मिलियन यूनिट घटा बिजली उत्पादन

विस्प्रिंग विलोसोसाइटी का गेट की मनोज रावत बताते हैं कि वेलफेयर सोसाइटी की तरफ से उसे निर्देश दिए गए हैं कि किसी को भी गेट के अंदर न आने दिया जाए जो भी व्यक्ति सोसाइटी के गेट पर आता है सबसे पहले उसको सैनेटाइजर किया जाता है. इसके बाद उससे जरूरी सामान को गेट पर ही रखवा लिया जाता है , जहां से फोन करके संबंधित व्यक्ति को बुलाकर उस सामान को उठाया जाता है. इसके अलावा गेट को भी सुबह शाम सैनेटाइज किया जाता है. देहरादून में ऐसे एक दो नहीं बल्कि तमाम सोसायटी और कॉलोनियां है जहां इसी तरह एहतियात बरती जा रही है.

dehradun
सोसाइटी में खुद किया लॉकडाउन.

ईटीवी भारत में ऐसी कई कॉलोनियों और अपार्टमेंट में जाकर स्थितियों का जायजा लिया और जागरूक लोगों से भी बात की. दून में कोरोना वायरस को लेकर ऐसी ही जागरूक कॉलोनियों और सोसाइटी में बेस्ट प्रॉपर्टी, आर-बोरिया सोसाइटी, रेसकोर्स क्षेत्र, गणेश विहार, टफलगर सोसाइटी का नाम शामिल है. यही नहीं अधिकतर अपार्टमेंट में कोरोना वायरस को लेकर सावधानी भी बरती जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.