देहरादून : समाज कल्याण विभाग में लापरवाही की इससे बड़ी हद क्या होगी कि प्रदेश में एक विभाग मुर्दों को भी पेंशन देता रहा और किसी ने इसपर ध्यान तक नहीं दिया. कैग की रिपोर्ट में सामने आये तथ्यों ने समाज कल्याण विभाग की कलई खोलकर रख दी है. उत्तराखंड में कैग की रिपोर्ट ने समाज कल्याण विभाग के अंदर चल रहे गड़बड़झाले को बेनकाब किया तो हर कोई हैरत में था.
दरअसल, विभाग कई महीनों तक मुर्दों को भी पेंशन दे रहा था. रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि विभाग के अधिकारी मृतकों को भी पेंशन बांट रहे थे, जिसमे करीब 10 लाख की राजस्व हानि सामने आई है. इसमें पिथौरागढ़, उधम सिंह नगर और चंपावत में 74 लोगों के अकाउंट में मौत के बाद भी पेंशन आती रही. यही नहीं इनके अकाउंट से पेंशन की रकम भी निकाली जाती रही.
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मामला इतना ही नहीं है, विभाग के द्वारा तय राशि से ज्यादा की रकम भी बांटी जाती रही. रिपोर्ट में कहा गया है कि तय राशि ₹800 महीना के लिहाज से लाभार्थियों को पैसा दिए जाने की बजाए ₹1000 के हिसाब से पेंशन बांटी गई, जिससे राज्य में करीब ₹1700000 का अधिक भुगतान किया गया. रिपोर्ट में ओवरऑल पेंशन योजना के तहत कहा गया कि केंद्र सरकार को भी पेंशनर्स की वास्तविक संख्या से अलग रिपोर्ट भेजी गई जिससे राज्य को लाखों का चूना लगा.