देहरादूनः मॉनसून सीजन में भीषण गर्मी से राहत तो मिल जाती है, लेकिन यही मौसम चर्म रोग के खतरे को भी बढ़ा देता है. इस मौसम में त्वचा से जुड़ी समस्याएं भी देखने को मिलती है. ऐसे में त्वचा पर लाल चकत्ते उभरना, मुहांसे, फुंसी, फोड़े जैसी फंगल इंफेक्शन से जुड़ी समस्याएं पैदा हो जाती है. जिसकी वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ जाती है.
कोरोनेशन अस्पताल के वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ अनिल आर्य ने कहा कि प्रदेश में मॉनसून सीजन शुरू हो चुका है. इस मौसम में फंगल इंफेक्शन ज्यादा बढ़ जाते हैं. उन्होंने बताया कि नहाने के बाद शरीर को ढंग से सुखाना चाहिए. जिससे शरीर में नमी न बन पाए. यदि मौसम में नमी होगी तो शरीर में फंगल संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ जाता है. उन्होंने बरसात में डायबिटीज और स्टेरॉयड का सेवन करने वाले मरीजों को विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी है.
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उन्होंने कहा कि जिनकी इम्यूनिटी कम होती है, उनमें फंगल इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है. कई लोग चर्म रोग विशेषज्ञ से परामर्श लिए बिना मेडिकल स्टोर पर जाकर स्टेरॉयड ऑइंटमेंट खरीद लेते हैं. ऐसे में बिना डॉक्टरी सलाह के स्टेरॉइड ऑइंटमेंट का इस्तेमाल करने से साइड इफेक्ट्स सामने आते हैं और फंगल इंफेक्शन पूरे शरीर में फैल जाता है.
फंगल इंफेक्शन से ऐसे बचें मरीज
- अंडर गारमेंट हर रोज बदलते रहें.
- महिलाएं अपने बालों को धूप में अच्छी तरह से सुखाएं.
- फंगल इंफेक्शन से ग्रसित मरीज के कपड़ों को अन्य लोगों के कपड़ों से अलग धोएं.
- शरीर के बगल, जांघ और उंगलियों के बीच के हिस्से को साफ और सूखा रखें.
- अपनी मर्जी से मेडिकल स्टोर्स पर जाकर दवाएं ना खरीदें, बल्कि विशेषज्ञ चिकित्सक को दिखाएं.
- शरीर में नमी ना रहे, उसके लिए अपने शरीर को ढंग से सुखाएं.
- गर्मियों में हल्के और ढीले कपड़े पहने.
वहीं, डॉक्टर अनिल आर्य ने बताया कि उनके ओपीडी में स्किन से संबंधित मरीजों के पहुंचने की संख्या में 20 से 30 फीसदी इजाफा हुआ है. ऐसे में एहतियात बरतने की जरूरत है.