देहरादूनः उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर SIT ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. हरिद्वार के संस्थानों पर कार्रवाई के बाद अब देहरादून के 7 निजी कॉलेजों को बयान दर्ज करने के लिए नोटिस जारी किया गया है. बताया जा रहा है कि घोटाले की जांच कर रही एसआईटी टीम को देहरादून के इन कॉलेज संचालकों के खिलाफ कई तरह की अहम सबूत हाथ लगे हैं, जिसके आधार पर इन संस्थानों के संचालकों के खिलाफ जल्द कार्रवाई हो सकती है.
जानकारी के मुताबिक छात्रवृत्ति घोटाले के अंतर्गत देहरादून में आने वाले ज्यादातर निजी शिक्षण संस्थान प्रेम नगर थाना क्षेत्र में स्थित हैं. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इन संस्थानों ने करीब 45 से 50 करोड़ रुपये का घोटाला किया है.
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एसआईटी इस घोटाले में अब तक देहरादून और हरिद्वार के 26 निजी कॉलेजों को चिह्नित कर चुकी है. इसके तहत जांच विवेचना के प्रथम चरण में हरिद्वार जिले के 10 कॉलेजों के खिलाफ अहम सबूत मिलने के बाद सभी निजी शिक्षण संस्थानों के संचालकों की गिरफ्तारी कर प्रभावी कार्रवाई की जा चुकी है. उधर, एसआईटी ने देहरादून के प्रेम नगर क्षेत्र स्थित अन्य शिक्षण संस्थानों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए कॉलेज के संचालकों के बयानों के बाद अहम सबूतों जुटाए हैं. जिसके आधार पर आगे की प्रभावी कार्रवाई देखने को मिल सकती है.
घोटालेबाज अधिकारियों पर भी जल्द हो सकती हैं कार्रवाई
इस घोटाले में मिलीभगत करने वाले समाज कल्याण विभाग के 6 अन्य अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति मिली है. एसआईटी ने इस घोटाले में मिलीभगत करने वाले समाज कल्याण अधिकारियों पर भी कार्रवाई तेज कर दी है. महानिदेशक (अपराध व कानून व्यवस्था) अशोक कुमार का कहना है कि एसआईटी टीम की निष्पक्ष और प्रभावी ढंग से कार्रवाई जारी है. जांच विवेचना आधार पर सबूत मिलने पर आरोपित सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है.