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रिटायर्ड नौसेना अधिकारी की कोठी ढहाने का मामला, SSP ने दिए SIT जांच के आदेश, केपी सिंह पर कसेगा शिकंजा

Dehradun SSP Ajay Singh ने क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में रिटायर्ड नौसेना अधिकारी की कोठी ढहाने के मामले में एसआईटी सौंप दी है. ताकि, देहरादून रजिस्ट्रार ऑफिस में फर्जी रजिस्ट्री मामले के मुख्य आरोपी केपी सिंह की भूमिका का पता लगाया जा सके. क्योंकि, कोठी ढहाने और डकैती के मामले में केपी सिंह को पुलिस ने छोड़ दिया था, लेकिन अब पुलिस उस पर शिकंजा कसती जा रही है. केपी की होगी SIT जांच, एसएसपी ने दिए निर्देश

Dehradun SSP Ajay Singh
देहरादून एसएसपी अजय सिंह
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 19, 2023, 10:50 PM IST

देहारादूनः क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में अवैध रूप से कोठी गिराए जाने के मामले में आरोपी केपी सिंह की भूमिका की जांच एसआईटी को सौंप दी गई है. एसएसपी अजय सिंह ने आरोपी केपी सिंह यानी कंवर पाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने की शिकायत मिलने के बाद एसआईटी को इसकी जांच सौंपी है. अगर एसआईटी जांच में कोई नए साक्ष्य मिलते हैं तो उसके आधार पर आरोपी केपी सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

दरअसल, क्लेमेंट टाउन में रिटायर्ड नौसेना अधिकारी की कोठी ढहाने और डकैती के मामले में पुलिस ने केपी सिंह को ऐसे ही जाने दिया था. उसे केवल सीआरपीसी 41A का नोटिस देकर घर भेज दिया था. बता दें कि 12 जनवरी 2022 को क्लेमेंट टाउन में रिटायर्ड नौसेना अधिकारी सीके कपूर की कोठी को कुछ बंदूकधारी बदमाशों ने बुलडोजर चलाकर ढहा दिया था. इतना ही नहीं बदमाश सामान भी समेटकर अपने साथ ले गए थे.

Dehradun SSP Ajay Singh
देहरादून एसएसपी अजय सिंह

कोठी तोड़े जाने के बाद कपूर की पत्नी ने थाने चौकी सब जगह गुहार लगाई, लेकिन उनकी कही पर भी सुनवाई नहीं हुई. उसके बाद कपूर की पत्नी ने डीजीपी अशोक कुमार को शिकायत की. जिस पर डीजीपी ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए. साथ ही तत्कालीन थाना प्रभारी को निलंबित कर उनके खिलाफ जांच बैठा दी.
ये भी पढ़ेंः रजिस्ट्रार ऑफिस में बैनामों से छेड़छाड़ का मामला, मुख्य आरोपी केपी सिंह को सहारनपुर ले जाएगी SIT, खुलेंगे कई राज!

इस मुकदमे की जांच हरिद्वार पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई थी. पुलिस ने विवेचना के दौरान इसमें डकैती की धारा भी जोड़ी फिर गिरफ्तारियां शुरू की. इस मामले में करीब 10 से ज्यादा लोग नामजद हुए. इनमें सहारनपुर के भूमाफिया केपी सिंह का भी नाम सामने आया. डकैती के मामले में 8 लोग गिरफ्तार हुए. जिनमें से कुछ अभी जेल में बंद हैं, लेकिन केपी सिंह को पूछताछ के लिए सीआरपीसी 41ए (CRPC 41A) का नोटिस ही दिया गया. मामले में पूछताछ करने के बाद केपी सिंह को छोड़ दिया गया.

वर्तमान में देहरादून रजिस्ट्रार ऑफिस में फर्जी रजिस्ट्री मामले में एसआईटी की ओर से की जा रही जांच की समीक्षा और प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्र के आधार पर एसएसपी अजय सिंह के एक मामला संज्ञान में आया. जिसमें पता चला कि फर्जी रजिस्ट्री मामले में मुख्य आरोपी केपी सिंह का नाम क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में अवैध रूप से गिराई गई कोठी के संबंध में पंजीकृत मुकदमे में भी सामने आया था. जिसके तहत उसके खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में भेजा गया था.

मुकदमे में भेजे गए आरोप पत्र के संबंध में शिकायत मिली केपी सिंह के खिलाफ कार्रवाई ही नहीं की गई है. जिसका संज्ञान लेते हुए एसएसपी अजय सिंह ने जांच के लिए एसआईटी को दिया गया है. वहीं, देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि यदि एसआईटी जांच में केपी सिंह के खिलाफ कोई नए साक्ष्य मिलते हैं तो उन साक्ष्यों के आधार पर केपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

देहारादूनः क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में अवैध रूप से कोठी गिराए जाने के मामले में आरोपी केपी सिंह की भूमिका की जांच एसआईटी को सौंप दी गई है. एसएसपी अजय सिंह ने आरोपी केपी सिंह यानी कंवर पाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने की शिकायत मिलने के बाद एसआईटी को इसकी जांच सौंपी है. अगर एसआईटी जांच में कोई नए साक्ष्य मिलते हैं तो उसके आधार पर आरोपी केपी सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

दरअसल, क्लेमेंट टाउन में रिटायर्ड नौसेना अधिकारी की कोठी ढहाने और डकैती के मामले में पुलिस ने केपी सिंह को ऐसे ही जाने दिया था. उसे केवल सीआरपीसी 41A का नोटिस देकर घर भेज दिया था. बता दें कि 12 जनवरी 2022 को क्लेमेंट टाउन में रिटायर्ड नौसेना अधिकारी सीके कपूर की कोठी को कुछ बंदूकधारी बदमाशों ने बुलडोजर चलाकर ढहा दिया था. इतना ही नहीं बदमाश सामान भी समेटकर अपने साथ ले गए थे.

Dehradun SSP Ajay Singh
देहरादून एसएसपी अजय सिंह

कोठी तोड़े जाने के बाद कपूर की पत्नी ने थाने चौकी सब जगह गुहार लगाई, लेकिन उनकी कही पर भी सुनवाई नहीं हुई. उसके बाद कपूर की पत्नी ने डीजीपी अशोक कुमार को शिकायत की. जिस पर डीजीपी ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए. साथ ही तत्कालीन थाना प्रभारी को निलंबित कर उनके खिलाफ जांच बैठा दी.
ये भी पढ़ेंः रजिस्ट्रार ऑफिस में बैनामों से छेड़छाड़ का मामला, मुख्य आरोपी केपी सिंह को सहारनपुर ले जाएगी SIT, खुलेंगे कई राज!

इस मुकदमे की जांच हरिद्वार पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई थी. पुलिस ने विवेचना के दौरान इसमें डकैती की धारा भी जोड़ी फिर गिरफ्तारियां शुरू की. इस मामले में करीब 10 से ज्यादा लोग नामजद हुए. इनमें सहारनपुर के भूमाफिया केपी सिंह का भी नाम सामने आया. डकैती के मामले में 8 लोग गिरफ्तार हुए. जिनमें से कुछ अभी जेल में बंद हैं, लेकिन केपी सिंह को पूछताछ के लिए सीआरपीसी 41ए (CRPC 41A) का नोटिस ही दिया गया. मामले में पूछताछ करने के बाद केपी सिंह को छोड़ दिया गया.

वर्तमान में देहरादून रजिस्ट्रार ऑफिस में फर्जी रजिस्ट्री मामले में एसआईटी की ओर से की जा रही जांच की समीक्षा और प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्र के आधार पर एसएसपी अजय सिंह के एक मामला संज्ञान में आया. जिसमें पता चला कि फर्जी रजिस्ट्री मामले में मुख्य आरोपी केपी सिंह का नाम क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में अवैध रूप से गिराई गई कोठी के संबंध में पंजीकृत मुकदमे में भी सामने आया था. जिसके तहत उसके खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में भेजा गया था.

मुकदमे में भेजे गए आरोप पत्र के संबंध में शिकायत मिली केपी सिंह के खिलाफ कार्रवाई ही नहीं की गई है. जिसका संज्ञान लेते हुए एसएसपी अजय सिंह ने जांच के लिए एसआईटी को दिया गया है. वहीं, देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि यदि एसआईटी जांच में केपी सिंह के खिलाफ कोई नए साक्ष्य मिलते हैं तो उन साक्ष्यों के आधार पर केपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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