ETV Bharat / state

छात्रवृत्ति घोटाले की SIT जांच अधर में लटकी, DG बोले- कांवड़ मेले के चलते हुई देरी

उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि कांवड़ मेले के चलते छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में रुकावट आई थी, लेकिन अब एसआईटी की जांच में तेजी आई है. जल्द ही अन्य दोषियों को पकड़ा जाएगा.

छात्रवृत्ति घोटाला, Scholarship sacam.
author img

By

Published : Aug 6, 2019, 8:54 AM IST

देहरादून: उत्तराखंड के समाज कल्याण विभाग में अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपए के छात्रवृत्ति घोटाले में रडार पर आए हरिद्वार और देहरादून के निजी शिक्षण संस्थानों के खिलाफ एसआईटी जांच एकाएक धीमी पड़ती नजर आ रही है. पुलिस मुख्यालय का कहना है कि कांवड़ मेले की व्यवस्थाओं के चलते इसकी जांच में कुछ समय के लिए रुकावट आयी थी, लेकिन अब SIT जांच में तेजी लाई जा रही है.

इससे पहले छात्रवृत्ति घोटाला मामले में हरिद्वार जनपद के 10 निजी कॉलेज संचालकों सहित समाज कल्याण अधिकारी को एसआईटी टीम द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. हालांकि, अभी तक देहरादून के आरोपित किसी भी निजी शिक्षण संस्थानों पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी है. एसआईटी का मानना है कि इस घोटाले की सबसे बड़ी बंदरबांट हरिद्वार जनपद के निजी कॉलेजों में की गई है.

छात्रवृत्ति घोटालें की SIT जांच अधर पर अटकी

इस मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि कांवड़ मेले जैसे बड़े आयोजन के चलते कुछ समय के लिए छात्रवृत्ति घोटाले की जांच रुक गई थी, लेकिन अब फिर से एसआईटी हरिद्वार और देहरादून के निजी कॉलेजों के खिलाफ जांच पड़ताल को तेज कर दिया गया है.

पढ़ें- कश्मीर पर मोदी के जिगर वाले फैसले का उत्तराखंड में ऐसा दिखा रंग

उन्होंने कहा कि घोटाले की जड़ें अत्यधिक गहरी होने के चलते पुख्ता सबूतों को जुटाने में समय लग रहा है, लेकिन सरकारी धन को हड़पने वाले किसी भी शिक्षण संस्थान को बख्शा नहीं जाएगा. बहुत जल्द ही SIT टीम द्वारा देहरादून और खासकर हरिद्वार के घोटालेबाज निजी कॉलेजो पर प्रभावी शिकंजा कसा जाएगा.

देहरादून: उत्तराखंड के समाज कल्याण विभाग में अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपए के छात्रवृत्ति घोटाले में रडार पर आए हरिद्वार और देहरादून के निजी शिक्षण संस्थानों के खिलाफ एसआईटी जांच एकाएक धीमी पड़ती नजर आ रही है. पुलिस मुख्यालय का कहना है कि कांवड़ मेले की व्यवस्थाओं के चलते इसकी जांच में कुछ समय के लिए रुकावट आयी थी, लेकिन अब SIT जांच में तेजी लाई जा रही है.

इससे पहले छात्रवृत्ति घोटाला मामले में हरिद्वार जनपद के 10 निजी कॉलेज संचालकों सहित समाज कल्याण अधिकारी को एसआईटी टीम द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. हालांकि, अभी तक देहरादून के आरोपित किसी भी निजी शिक्षण संस्थानों पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी है. एसआईटी का मानना है कि इस घोटाले की सबसे बड़ी बंदरबांट हरिद्वार जनपद के निजी कॉलेजों में की गई है.

छात्रवृत्ति घोटालें की SIT जांच अधर पर अटकी

इस मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि कांवड़ मेले जैसे बड़े आयोजन के चलते कुछ समय के लिए छात्रवृत्ति घोटाले की जांच रुक गई थी, लेकिन अब फिर से एसआईटी हरिद्वार और देहरादून के निजी कॉलेजों के खिलाफ जांच पड़ताल को तेज कर दिया गया है.

पढ़ें- कश्मीर पर मोदी के जिगर वाले फैसले का उत्तराखंड में ऐसा दिखा रंग

उन्होंने कहा कि घोटाले की जड़ें अत्यधिक गहरी होने के चलते पुख्ता सबूतों को जुटाने में समय लग रहा है, लेकिन सरकारी धन को हड़पने वाले किसी भी शिक्षण संस्थान को बख्शा नहीं जाएगा. बहुत जल्द ही SIT टीम द्वारा देहरादून और खासकर हरिद्वार के घोटालेबाज निजी कॉलेजो पर प्रभावी शिकंजा कसा जाएगा.

Intro:summary_करोडों के छात्रवृत्ति घोटालें की SIT जांच अधर पर अटकी ! कांवड़ मेले के चलते जांच में आयी अड़चन :डीजी
निष्पक्ष जांच कार्रवाई मैं अब तेज़ी लायी जा रही हैं।


उत्तराखंड के समाज कल्याण विभाग में अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपए के छात्रवृत्ति घोटाले में रडार पर आए हरिद्वार और देहरादून के निजी शिक्षण संस्थानों के खिलाफ एसआईटी जांच एकाएक धीमी पड़ती नजर आ रही है। हालांकि इस मामले में पुलिस मुख्यालय की मानें तो कांवड़ मेले जैसे बड़े आयोजन की व्यवस्थाओं के चलते छात्रवृत्ति घोटाले जांच विवेचना कार्रवाई में कुछ समय के लिए रूकावट आयी थी लेकिन अब फिर से इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में गठित स्पेशल SIT टीम द्वारा विवेचना में तेज़ी लायी जा रही हैं।


Body:वहीं इससे पहले छात्रवृत्ति घोटाले मामले में सैकड़ों अनुसूचित जाति जनजाति सहित गरीब तबके के छात्र -छात्राओं का फर्जी ऐडमिशन हरिद्वार जिले स्थित निजी शिक्षण संस्थानों में दिखाकर सरकार के खजाने से करोड़ों रुपए हड़पनें आरोप में हरिद्वार जनपद के 10 निजी कॉलेज संचालकों सहित समाज कल्याण अधिकारी को एसआईटी टीम द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका। हालांकि अभी तक देहरादून के आरोपित किसी भी निजी शिक्षण संस्थानों पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी हैं।

छात्रवृत्ति घोटाले मामलें में पहले दिन से हरिद्वार जनपद के निजी संस्थानों को सबसे बड़ा घोटालेबाज बताया जा रहा हैं।एसआईटी अधिकारियों के मुताबिक इस घोटाले की सबसे बड़ी बंदरबांट हरिद्वार जनपद के निजी कॉलेजों में की गई है।


Conclusion:बहुत जल्द घोटालेबाज शिक्षण संस्थानों पर होगी प्रभावी कार्रवाई : DG, LO

समाज कल्याण विभाग की मिलीभगत से हरिद्वार और देहरादून के निजी संस्थानों द्वारा के किए गए करोड़ों रुपए के घोटाले की जांच विवेचना धीमी पढ़ने की विषय में जानकारी देते हुए महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि कावड़ मिले जैसे बड़े आयोजन सहित राज्य में होने वाले बड़े स्तर के कार्यक्रमों की सुरक्षा व्यवस्था बनाने के चलते कुछ समय के लिए छात्रवृत्ति घोटाले की जांच रुक गई थी लेकिन अब एक बार फिर से एसआईटी की रडार पर चलने वाले हरिद्वार और देहरादून कि निजी कॉलेजों के खिलाफ जांच पड़ताल को तेज कर दिया गया है हालांकि घोटाले की जड़ें अत्यधिक गहरी होने के चलते पुख्ता साक्ष्य व सबूतों को जुटाने में समय लग रहा है लेकिन सरकारी धन को हड़पने वाले किसी भी शिक्षण संस्थान को बख्शा नहीं जाएगा। बहुत जल्द ही SIT टीम द्वारा देहरादून व खासकर हरिद्वार के घोटालेबाज निजी कॉलेजो पर प्रभावी शिकंजा कसा जाएगा।

बाइट -अशोक कुमार ,महानिदेशक ,अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.