देहरादून: दुष्कर्म मामले में द्वाराहाट बीजेपी विधायक महेश नेगी की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. जांच में एसआईटी टीम को एक के बाद एक सबूत मिलते जा रहे हैं. ताजा जानकारी के अनुसार, आरोपी विधायक और पीड़िता की पिछले 2 साल की बातचीत का फोन कॉल डिटेल का रिकॉर्ड भी मिल गया है, जिससे एक बात तो साफ हो गई है कि पीड़िता लगातार विधायक के संपर्क में थी.
इससे पहले पीड़ित महिला ने पुलिस और मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए गए बयानों में भी यही कहा था कि विधायक लंबे समय तक उसके संपर्क में रहे हैं. हालांकि विधायक ने इस तरह के आरोपों से इनकार किया था लेकिन अब जांच टीम के हाथ कॉल डिटेल सबूत के रूप में सामने आई हैं. इससे विधायक की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं.
मसूरी होटल से लेकर विधायक हॉस्टल और निजी अस्पताल में मिले अहम सबूत
इस मामले में विधायक के खिलाफ जहां मसूरी होटल और देहरादून स्थित विधायक हॉस्टल में पीड़िता के साथ समय गुजारने के सबूत हाथ लगे हैं, तो वहीं देहरादून के एक निजी अस्पताल में लगातार तीन दिन तक विधायक द्वारा महिला का मेडिकल चेकअप और इलाज के सबूत भी मिले हैं.
अबतक क्या-क्या हुआ?
इससे पहले जांच टीम देहरादून के सिनर्जी निजी हॉस्पिटल पहुंची थी, जहां पर विधायक और पीड़िता के मेडिकल चेकअप हिस्ट्री और ओपीडी स्लिप बरामद की गई. जानकारी के मुताबिक, बीजेपी विधायक महेश नेगी 28, 29 और 30 जुलाई 2019 को पीड़िता को लेकर इसी अस्पताल में इलाज के लिए लाए थे. इस दौरान विधायक ने अपना भी मेडिकल चेकअप कराया था. जांच टीम को अस्पताल से ओपीडी स्लिप मिलने के बाद इस बात की पुष्टि हुई है.
वहीं, जांच अधिकारी पीड़ित महिला को लेकर देहरादून स्थित विधायक हॉस्टल भी पहुंचे थे और यहां घटनास्थल वाले कमरे का निरीक्षण किया गया था. महिला के बयानों के आधार पर घटनास्थल के कमरा नंबर-62 का नक्शा तैयार कर जांच से जुड़े सबूत जुटाए गए हैं. पीड़िता के बयान अनुसार 11 जुलाई 2019 को विधायक इसी कमरे में उसको लेकर आए थे, जहां उसके द्वारा दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया. एक दिन कमरे मे रखने के बाद 12 जुलाई की दोपहर विधायक महिला को अपने साथ लेकर हल्द्वानी निकल गया था.
पुलिस ने पीड़िता की निशानदेही पर रेसकोर्स स्थित विधायक हॉस्टल और मसूरी के एक होटल से भी सबूत इकट्ठे किए हैं. जांच टीम को मसूरी कैंपटी रोड स्थित होटल मधुबन में 1 दिसंबर 2018 को महेश नेगी और पीड़िता के मौजूद होने की जानकारी एंट्री रजिस्टर के जरिए हाथ लगी है. इतना ही नहीं, होटल के रजिस्टर में पीड़िता के हस्ताक्षर भी उसी दिन के मिले हैं.
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बहरहाल, देहरादून पुलिस इस पूरे प्रकरण में एक-एक कर सभी तरह के सबूत एकत्र कर कड़ियों को जोड़ने में जुटी है. ताकि पारदर्शिता और निष्पक्ष तरीके से मामले की जांच की जाए और केस की सच्चाई सामने आए.