ETV Bharat / state

ऋषिकेश: चंद्रभागा में गिर रहा नाले का पानी, गंगा हो रही प्रदूषित - चंद्रभागा नदी न्यूज

गंगा स्वच्छता के नाम पर लगातार अधिकारियों की बैठको का दौर जारी है लेकिन, गंगा की सफाई को लेकर धरातल पर कोई कार्य दिखाई नहीं दे रहा है. आज भी लगातार गंगा में लोगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी जा रहा है और अधिकारी मौन बैठे हैं.

rishikesh news
rishikesh news
author img

By

Published : Feb 12, 2020, 10:52 AM IST

ऋषिकेश: गंगा की स्वच्छता और सुरक्षा के दावे करने वाले सरकार और मंत्रियों की पोल खुलती नजर आ रही है. ऋषिकेश में ही गंगा दूषित होती दिखाई दे रही है.

बता दें कि ऋषिकेश की चन्द्रभागा नदी से होते हुए हजारों लीटर गंदा पानी गंगा में जाकर मिल रहा है. ताज्जुब ये है अधिकारियों को इस बात की खबर तक नहीं है. भैरव कॉलोनी के पास चन्द्रभागा नदी के किनारे तटबंध बनाया गया. उसी तटबन्ध के नीचे से एक पाइपलाइन निकाली गई है. जिसमें भैरव कॉलोनी के लोगों के घरों का नाला जुड़ा हुआ है. इतना ही नहीं, भैरव कालोनी के साथ-साथ गाड़ियों की धुलाई करने के बाद भी वहां का गंदा पानी गंगा में ही मिल रहा है.

नाले लगा रहे सरकारी योजनाओं को पलीता.

पढ़ें- नौ साल बाद भी नहीं बन पाई सड़क, कभी सीएम रहे रमेश पोखरियाल निशंंक ने दी थी स्वीकृति

गंंगा सुरक्षा और सफाई को लेकर हर माह अलग अलग बैठकें की जाती हैं. निचले अधिकारियों को कड़े निर्देश भी जारी किए जाते हैं. यहां तक कि अभी तक गंगा की सुरक्षा और सफाई पर करोड़ों रुपये खर्च किेये जा चुके हैं लेकिन धरातल पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है.

ऋषिकेश: गंगा की स्वच्छता और सुरक्षा के दावे करने वाले सरकार और मंत्रियों की पोल खुलती नजर आ रही है. ऋषिकेश में ही गंगा दूषित होती दिखाई दे रही है.

बता दें कि ऋषिकेश की चन्द्रभागा नदी से होते हुए हजारों लीटर गंदा पानी गंगा में जाकर मिल रहा है. ताज्जुब ये है अधिकारियों को इस बात की खबर तक नहीं है. भैरव कॉलोनी के पास चन्द्रभागा नदी के किनारे तटबंध बनाया गया. उसी तटबन्ध के नीचे से एक पाइपलाइन निकाली गई है. जिसमें भैरव कॉलोनी के लोगों के घरों का नाला जुड़ा हुआ है. इतना ही नहीं, भैरव कालोनी के साथ-साथ गाड़ियों की धुलाई करने के बाद भी वहां का गंदा पानी गंगा में ही मिल रहा है.

नाले लगा रहे सरकारी योजनाओं को पलीता.

पढ़ें- नौ साल बाद भी नहीं बन पाई सड़क, कभी सीएम रहे रमेश पोखरियाल निशंंक ने दी थी स्वीकृति

गंंगा सुरक्षा और सफाई को लेकर हर माह अलग अलग बैठकें की जाती हैं. निचले अधिकारियों को कड़े निर्देश भी जारी किए जाते हैं. यहां तक कि अभी तक गंगा की सुरक्षा और सफाई पर करोड़ों रुपये खर्च किेये जा चुके हैं लेकिन धरातल पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.