देहरादून: यूकेन (Ukraine) और रूस (Russia) के बीच पिछले पांच दिनों से युद्ध अपने चरम पर है. इसी बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र-छात्राओं का स्वदेश लौटने का सिलसिला जारी है. इसमें अधिकांश यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र छात्राएं हैं. जिसमें उत्तराखंड के रहने वाले भी कई युवक-युवतियां हैं. उत्तराखंड के सात छात्र-छात्राएं आज सकुशल स्वदेश लौटी हैं. इस दौरान उनके चेहरे पर खुशी साफ देखी जा सकती है. जो छात्र यूक्रेन से वापस लौटे हैं उनके नाम इस प्रकार हैं- तमन्ना त्यागी, प्रेरणा बिष्ट, शिवानी जोशी, लिपाक्षी, अताउल्लाह मलिक, मोहम्मद मुकराम और उर्वशी जंटवाल.
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को भारत सरकार रोमानिया के रास्ते से निकाल रही है. बीते दिन उत्तराखंड शासन ने अपने नागरिकों की सूची विदेश मंत्रालय को भेजी थी. उत्तराखंड सरकार लगातार भारत सरकार और विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं. वहीं आज उत्तराखंड के सात छात्र सकुशल भारत लौटे हैं. वहीं सात छात्र-छात्राओं का स्वागत अपर रेजिडेंट कमिश्नर अजय मिश्रा और उनकी टीम ने किया. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने यूक्रेन के हालातों को बयां किया. रविवार को भी यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही उत्तराखंड की 4 छात्राएं दिल्ली से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंची थीं.
पढ़ें-उत्तराखंड लौटीं छात्राओं ने सरकार को कहा- थैंक्यू, ईटीवी भारत से बयां किए यूक्रेन के खौफनाक हालात
उत्तराखंड की चार छात्राएं टिहरी निवासी अदिति कंडारी, श्रीनगर निवासी आकांक्षा सहित ऋषिकेश निवासी निशा ग्रेवाल और आयुषी रॉय नई दिल्ली से फ्लाइट से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंची थी. ये चारों छात्राएं अलग-अलग रूट से नई दिल्ली पहुंची थीं. यह चारों छात्राएं विकोवियन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी चेरनेविस्टि की छात्राएं हैं. इस दौरान छात्राओं के साथ ही परिजनों की आंखों में भी खुशी के आंसू थे. छात्राओं के परिजनों ने भारत सरकार का धन्यवाद अदा करते हुए यूक्रेन में फंसे अन्य बच्चों की भी सकुशल भारत वापसी की कामना की. बताते चलें कि भारत सरकार यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए वहां से भारतीय लोगों को देश में वापस ला रही है. जिसके लिए युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है.