मसूरी: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बिना मोबाइल के छात्र-छात्राएं ऑनलाइन क्लासेस से वंचित हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार के सामने ऑनलाइन क्लासेस को लेकर सवाल उठते रहे हैं. वहीं, छात्रों की इस समस्या को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता व पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल सिद्धार्थ लूथरा ने जरूरतमंद 61 बच्चों को स्मार्टफोन बंटवाए ताकि इन छात्रों को पढ़ाई में कोई परेशानी न हो. सिद्धार्थ लूथरा ने पहाड़ के बच्चों की परेशानी को देखते हुए 61 स्मार्टफोन दिलवाए थे.
सिद्धार्थ लूथरा ने अपनी माता की स्मृति में आर्य समाज के सहयोग से 61 छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन और सिम बंटवाए. आर्य समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता और प्रबंध समिति के अध्यक्ष नरेंद्र साहनी द्वारा संयुक्त रूप से छात्र-छात्राओं को मोबाइल फोन और सिम कार्ड दिये गये. इस मौके पर पालिका अध्यक्ष ने सिद्धार्थ लूथरा द्वारा किए गए सामाजिक कार्य के लिए आभार व्यक्त किया.
दरअसल स्कूल प्रबंधन द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता सिद्धार्थ लूथरा से वार्ता कर मसूरी के गरीब छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन क्लास के लिए फोन देने का आग्रह किया गया था. सिद्धार्थ लूथरा ने इसका संज्ञान लेते हुए गरीब छात्र-छात्राओं को फोन उपलब्ध करा दिए.
वहीं, छात्र-छात्राओं में स्मार्टफोन पाने को लेकर काफी खुशी देखी गई. उन्होंने कहा कि वह लॉकडाउन के दौरान शुरू हुई ऑनलाइन क्लासेस का लाभ नहीं उठा पा रहे थे. क्योंकि परिजनों के पास महंगा फोन खरीदने के लिए पैसा नहीं था. हमें अब स्कूल द्वारा मोबाइल फोन दिया गया है, जिससे हमें पढ़ाई में काफी लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि उनको बड़ा दुख होता था जब अंग्रेजी स्कूलों के बच्चे फोन से ऑनलाइन क्लास करते थे लेकिन हमारे पास ये सुविधा नहीं थी लेकिन आज हम मोबाइल फोन पाकर बहुत खुश है. अब हम भी ऑनलाइन क्लास पढ़ पाएंगे.
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स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नरेंद्र साहनी ने कहा कि सात हिंदी माध्यम के स्कूलों के 61 बच्चों को मोबाइल फोन दिये गये हैं. अब ये छात्र अपने घरों पर ऑनलाइन क्लास के माध्यम से पढ़ सकेंगे. सिद्धार्थ लूथरा द्वारा अपनी माता की स्मृति में बच्चों को मोबाइल फोन दिलवाए गये हैं. इसके लिए सभी स्कूलों ने उनका आभार व्यक्त किया.