देहरादून: उत्तराखंड में तेजी से साइबर अपराध फैल रहा है, जिस पर अंकुश लगाने के लिए राज्य के कुमाऊं परिक्षेत्र में शासन की ओर से साइबर थाना स्थापित करने की अधिसूचना जारी कर दी गई. इससे पहले कुमाऊं के पंतनगर में साइबर थाने का संचालन अस्थाई रूप से हो रहा था. वहीं, अब शासन से स्वीकृति मिलने के बाद प्रदेश का दूसरा साइबर थाना स्थाई रूप में स्थापित किया जाएगा. इस थाने में साइबर विशेषज्ञों की टीम की तैनाती की जाएगी.
अभी तक कुमाऊं परिक्षेत्र में साइबर क्राइम से जुड़ी शिकायतों को थाने स्तर पर दर्ज कराया जाता था. साइबर एक्सपर्ट पुलिस के ना होने के की वजह से साइबर अपराध के मामले निस्तारण के लिए पिछले काफी समय से लंबित चल रहे थे. वहीं, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने प्रदेश के दूसरे साइबर थाने के लिए गृह विभाग को आधिकारिक मंजूरी दे दी है. साइबर थाने में साइबर विशेषज्ञों की एक पूरी टीम होगी, जो साइबर अपराध, धोखाधड़ी और ठगी के मामलों में प्रभावी कार्रवाई करेगी.
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जानकारी के मुताबिक इससे पहले साल 2013-14 में देहरादून में पहला साइबर थाना स्थापित किया गया था. यह साइबर थाना उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के अधीन प्रदेश में साइबर अपराध और सेंधमारी करने वाले कई बड़े अंतरराज्यीय गिरोहों का भंडा फोड़ कर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने में कामयाब रहा है. ऐसे में अब गढ़वाल परिक्षेत्र के अलावा कुमाऊं परिक्षेत्र में साइबर थाना स्थापित होने वाले बाद साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने में काफी मदद मिलेगी.