देहरादून: आंध्र प्रदेश से वापस लौटी उत्तराखंड राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के 6 सदस्यीय दल को डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने उत्कृष्ट रेस्क्यू कार्य करने के लिए सम्मानित किया. ये टीम मगंलवार को ही पूर्वी गोदावरी जिले से वासप लौटी है. एसडीआरएफ ने एनडीआरएफ के साथ मिलकर पांच दिनों कुल 23 शवों को बरामद किया था.
बता दें कि 15 सितंबर को आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदवारी जिले में देवी पट्टन इलाके में 60 लोगों से भरी हुई एक नाव पलट गई थी. इस हादसे में कुछ लोगों को मौके पर बचा लिया गया था, लेकिन 25 डूब गए थे. जिनकी तलाश में एनडीआरएफ ने उत्तराखंड एसडीआरएफ की मदद मांगी थी.
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जिसके बाद 16 सितंबर को एसडीआरएफ की फ्लड टीम सोनार सिस्टम, अंडर वाटर ड्रोन और रेस्टट्यूब जैसे अत्याधुनिक उपकरणों के साथ घटना स्थल पहुंची थी, जहां एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने डूबे हुए लोगों की तलाश में करीब 6 दिनों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. पांच दिनों तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में कुल 23 शवों को बरामद किया गया.
21 सितंबर को आंध्र प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड एसडीआरएफ के 6 सदस्यीय दल को इस सराहनीय कार्य करने लिए मोमेंटो व प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया था. छह सदस्यीय दल इंस्पेक्टर जितेंद्र जोशी के नेतृत्व में गया था.
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गौरतलब है कि उत्तराखंड एसडीआरएफ की फ्लड टीम नदी के तेज बहाव में रेस्क्यू और सर्चिंग में पारंगत मानी जाती है. ये टीम बिहार और उत्तर प्रदेश में रेस्क्यू कार्य में अपनी काबलियत साबित कर चुकी है.