देहरादून: भारत में कोरोना का खौफ बढ़ता ही जा रहा है. वहीं कोरोना से लड़ने के लिए प्रदेश सरकार एक्शन मोड पर है, जिसके लिए लोगों को जागरुकता के साथ ही संदिग्धों पर नजर बनाए हुए है. आइसोलेशन वार्ड में नेताओं के घुसने की घटना और मरीजों के अस्पताल से भागने की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से एसडीआरएफ को देहरादून अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड के बाहर तैनात किया गया. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने इसे महामारी घोषित कर दिया है.
गौर हो कि कुछ दिन पहले रुड़की सिविल अस्पताल से एक कोरोना संदिग्ध मरीज फरार हो गया था. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मरीज की तलाश में उसके घर पहुंची और संदिग्ध को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया. संदिग्ध को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. ये युवक दुबई में नौकरी करता है. वह 8 मार्च को दुबई से भारत वापस आया था. सोमवार की शाम वह गले में खरास और बुखार की शिकायत लेकर सिविल अस्पताल पहुंचा. चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे कोरोना का संदिग्ध पाया और उसके ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजे गए. इसके बाद उसे हरिद्वार रेफर कर दिया गया, लेकिन जैसे ही अस्पताल कर्मी मरीज को एम्बुलेंस में बैठाने लगे वह मौके से भाग निकला था.
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इसी तरह के कई मामले पूरे देशभर से सामने आ रहे हैं. नागपुर, पुणे, आगरा, फरीदकोट से भी संदिग्ध मरीजों के फरार होने की खबरें सामने आई हैं. इन मामलों को देखते हुये अब अस्पतालों के बाहर सुरक्षा बल तैनात किये गए हैं.