देहरादून: धामी सरकार के सबसे युवा मंत्री के रूप में सौरभ बहुगुणा ने मंत्री पद की शपथ ली है. 39 वर्षीय सौरभ बहुगुणा ने कैबिनेट मंत्री बनने के बाद अपनी प्राथमिकताएं गिनाईं. सौरभ ने कहा कि वो अपने दादा और पिता की तरह अब नई जिम्मेदारी मिलने के बाद और भी मजबूती से जनता की सेवा करेंगे. बता दें, टीम धामी के सबसे युवा मंत्री सौरभ बहुगुणा पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के पुत्र और यूपी के पूर्व सीएम हेमवती नंदन बहुगुणा के पोते हैं. सौरभ लगातार दूसरी बार सितारगंज विधानसभा से चुनकर आए हैं.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने जिस तरह उन पर विश्वास करते हुए उन्हें जिम्मेदारी दी है, वो उस जिम्मेदारी को पूरी तरह से निभाएंगे. उन्होंने कहा कि युवाओं को भाजपा प्रमुखता देती रही है और सरकार के इस निर्णय में इसकी छवि दिखाई देती है. वहीं, मंत्रालय के सवाल पर सौरभ ने कहा कि पार्टी जिस भी मंत्रालय के लिए उन्हें उपयुक्त समझेगी वो उसको संभालने की कोशिश करेंगे और प्रदेश की जनता के लिए काम करेंगे.
वहीं, बेटे का कैबिनेट में चुनाव होने के बाद विजय बहुगुणा काफी प्रसन्न नजर आए. उन्होंने कहा कि ये दिन उनके लिए बेहद खास है. सौरभ कैबिनेट मंत्री बनकर वह बेहद अच्छा काम करेंगे. वो खुद सौरभ से काम पर नजर रखेंगे. उन्हें उम्मीद है कि वह अपने मंत्रालय को अच्छे से चलाएंगे.
गौर हो कि, सितारगंज से लगातार दूसरी बार विधायक बने सौरभ बहुगुणा पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के छोटे बेटे हैं. 13 नवंबर 1978 को इनका जन्म इलाहाबाद में हुआ था. इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा इलाहाबाद से और हायर एजुकेशन दिल्ली यूनिवर्सिटी से की है. खेल के प्रति इनमें काफी लगाव रहा है और कई खेलों में यह प्रतिभाग कर चुके हैं.
पिता विजय बहुगुणा मुख्यमंत्री बनने के बाद सितारगंज से चुनाव लड़कर विधायक बने थे और बीजेपी में शामिल होने के बाद विजय बहुगुणा की जगह 2017 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सौरभ को प्रत्याशी बनाया था. सौरभ ने उम्मीदों पर कायम रहते हिए 25 हजार के अंतर से सितारगंज सीट जीती थी. वहीं, इस बार भी इन्होंने लगातार दूसरी बार 10 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की है.