देहरादून: अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए पीएम मोदी ने भूमि पूजन करते हुए आधारशिला रखी. प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी इस एतिहासिक मौके के साक्षी बने. वे अयोध्या में शिलान्यास कार्यक्रम में बतौर संत शामिल हुए. अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के बाद सतपाल महाराज ने खुशी व्यक्त की. उन्होंने कहा आज से भारतीय सनातन संस्कृति में एक स्वर्णिम युग का आगाज हुआ है.
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम ने त्रेता युग में रावण का संहार करने के लिए धरती पर अवतार लिया था. माता कैकेयी की 14 वर्ष वनवास की इच्छा को सहर्ष स्वीकार करते हुए पिता को दिए वचन को निभाते हुए वनवास गए. भगवान राम ने 'रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाय पर वचन न जा’ का पालन किया. सतपाल महाराज ने कहा कि भगवान श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम इसलिए कहा जाता है क्योंकि इन्होंने कभी भी कहीं भी जीवन में मर्यादाओं का उल्लंघन नहीं किया. उन्होंने माता-पिता और गुरु की आज्ञा का सदैव निष्ठा और समर्पण भाव से पालन किया. वह एक आदर्श पुत्र, शिष्य, भाई, पति, पिता और राजा बने. जिनके राज्य में प्रजा सुख-समृद्धि से परिपूर्ण थी.
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महाराज ने कहा कि सर्वगुण सम्पन्न भगवान श्री राम असामान्य होते हुए भी आम ही बने रहे. उन्होंने शबरी के भक्ति भाव से प्रसन्न होकर उसे ‘नवधा भक्ति’ प्रदान की. वर्तमान समय में भगवान श्रीराम के आदर्शों को जीवन में अपना कर मनुष्य प्रत्येक क्षेत्र में सफलता पा सकता है. उनके आदर्श विश्वभर के लिए प्रेरणास्रोत हैं. साथ ही महाराज ने कहा कि अयोध्या में आज अभिजित मुहूर्त में भगवान श्रीराम के भव्य एवं दिव्य मंदिर की आधारशिला रखा जाना पूरे विश्व के लिए सुख और समृद्धिकारक होगा. ऐसी हम कामना कर सकते हैं.