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चारधाम को लेकर यात्रियों में भारी उत्साह, महाराज करेंगे CM से श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने का अनुरोध - चारधाम में सीमित श्रद्धालुओं की संख्या

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है. यात्रा को लेकर उत्साह इस कदर है कि अभी तक करीब 70 हजार से ज्यादा लोगों के ई-पास जारी किए जा चुके हैं, लेकिन दर्शन के लिए संख्या निर्धारित की गई है. ऐसे में सतपाल महाराज अब सीएम धामी से यात्रियों की तय सीमित संख्या को बढ़ाने का अनुरोध करेंगे.

satpal maharaj
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Published : Sep 22, 2021, 5:11 PM IST

Updated : Sep 22, 2021, 5:40 PM IST

देहरादूनः प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 18 सितंबर से शुरू हो चुकी है. चारधाम को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. यात्रियों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. अभी तक करीब सात हजार श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. वहीं, करीब 70 हजार से ज्यादा लोगों के ई-पास जारी किए जा चुके हैं. लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या पर सतपाल महाराज ने सीएम धामी से निर्धारित संख्या को बढ़ाने के लिए अनुरोध करने की बात कही है.

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि चारधाम की यात्रा सही ढंग से चल रही है और संबंधित जिलाधिकारी, यात्रा की व्यवस्थाओं पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. ऐसे में अगर चारधाम आने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ती है तो वो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चारधाम के लिए तय किए गए सीमित संख्या को बढ़ाने पर अनुरोध करेंगे. ऐसे में मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश के बाद हाईकोर्ट में इस बाबत आग्रह भी कर सकते हैं, लेकिन हाईकोर्ट को यह संतुष्ट करना पड़ेगा कि यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित है और जारी एसओपी का पूर्ण रूप से पालन किया जा रहा है.

चारधाम को लेकर यात्रियों में भारी उत्साह.

ये भी पढ़ेंः केदारनाथ-बदरीनाथ धाम जाने वाले वाहनों के लिए समय निर्धारित, देखें शेड्यूल

नवरात्रि में सर्किटों के भी दर्शन कर सकते हैं श्रद्धालुः महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. लिहाजा, आगामी नवरात्रि को देखते हुए श्रद्धालु प्रदेश के तमाम सर्किटों के भी दर्शन कर सकते हैं. क्योंकि, प्राचीन मंदिरों को राज्य सरकार ने सर्किट में शामिल किया है. इन सबके अलावा लोकजात यात्रा भी निकल रही है, जिसमें श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं. इतना ही नहीं प्रदेश के भीतर तमाम एक्टिविटी भी संचालित हो रहे हैं. जिसका लाभ उत्तराखंड आने वाले यात्री उठा सकते हैं. ऐसे में महाराज को उम्मीद है कि लोग एडवेंचर टूरिज्म की ओर आकर्षित होंगे.

ये भी पढ़ेंः जल्द ही कर सकेंगे हेली से चारधाम के दर्शन, DGCA की हामी का इंतजार

सीमित संख्या के तहत ही होगी यात्रा का संचालनः पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जो सीमा तय की गई है, उसी सीमा तक ही श्रद्धालु चारधाम की यात्रा पर जा पाएंगे. लिहाजा, प्रशासन भी उसी के अनुरूप की व्यवस्था कर रहा है. ऐसे में जिन श्रद्धालुओं के पास ई-पास उपलब्ध नहीं होगा, उसे असुविधा हो सकती है. क्योंकि राज्य सरकार इस ओर ध्यान दे रही है कि कहीं संभावित कोरोना वायरस दस्तक न दे दे. जिसके चलते सीमित संख्या में ही यात्रा का संचालन किया जाएगा.

गौर हो कि चारधाम में रोजाना दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या भी निर्धारित की गई है. इसके तहत बदरीनाथ में 1000, केदारनाथ में 800, गंगोत्री धाम में 600 और यमुनोत्री धाम में 400 यात्री ही रोजाना दर्शन कर पाएंगे. वहीं, बाहरी यात्रियों को स्मार्ट सिटी पोर्टल की वेबसाइट smartcitydehradun.uk.gov.in पर अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा. हालांकि, प्रदेश के लोगों को पंजीकरण की कोई जरूरत नहीं है.

देहरादूनः प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 18 सितंबर से शुरू हो चुकी है. चारधाम को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. यात्रियों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. अभी तक करीब सात हजार श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. वहीं, करीब 70 हजार से ज्यादा लोगों के ई-पास जारी किए जा चुके हैं. लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या पर सतपाल महाराज ने सीएम धामी से निर्धारित संख्या को बढ़ाने के लिए अनुरोध करने की बात कही है.

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि चारधाम की यात्रा सही ढंग से चल रही है और संबंधित जिलाधिकारी, यात्रा की व्यवस्थाओं पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. ऐसे में अगर चारधाम आने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ती है तो वो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चारधाम के लिए तय किए गए सीमित संख्या को बढ़ाने पर अनुरोध करेंगे. ऐसे में मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश के बाद हाईकोर्ट में इस बाबत आग्रह भी कर सकते हैं, लेकिन हाईकोर्ट को यह संतुष्ट करना पड़ेगा कि यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित है और जारी एसओपी का पूर्ण रूप से पालन किया जा रहा है.

चारधाम को लेकर यात्रियों में भारी उत्साह.

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नवरात्रि में सर्किटों के भी दर्शन कर सकते हैं श्रद्धालुः महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. लिहाजा, आगामी नवरात्रि को देखते हुए श्रद्धालु प्रदेश के तमाम सर्किटों के भी दर्शन कर सकते हैं. क्योंकि, प्राचीन मंदिरों को राज्य सरकार ने सर्किट में शामिल किया है. इन सबके अलावा लोकजात यात्रा भी निकल रही है, जिसमें श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं. इतना ही नहीं प्रदेश के भीतर तमाम एक्टिविटी भी संचालित हो रहे हैं. जिसका लाभ उत्तराखंड आने वाले यात्री उठा सकते हैं. ऐसे में महाराज को उम्मीद है कि लोग एडवेंचर टूरिज्म की ओर आकर्षित होंगे.

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सीमित संख्या के तहत ही होगी यात्रा का संचालनः पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जो सीमा तय की गई है, उसी सीमा तक ही श्रद्धालु चारधाम की यात्रा पर जा पाएंगे. लिहाजा, प्रशासन भी उसी के अनुरूप की व्यवस्था कर रहा है. ऐसे में जिन श्रद्धालुओं के पास ई-पास उपलब्ध नहीं होगा, उसे असुविधा हो सकती है. क्योंकि राज्य सरकार इस ओर ध्यान दे रही है कि कहीं संभावित कोरोना वायरस दस्तक न दे दे. जिसके चलते सीमित संख्या में ही यात्रा का संचालन किया जाएगा.

गौर हो कि चारधाम में रोजाना दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या भी निर्धारित की गई है. इसके तहत बदरीनाथ में 1000, केदारनाथ में 800, गंगोत्री धाम में 600 और यमुनोत्री धाम में 400 यात्री ही रोजाना दर्शन कर पाएंगे. वहीं, बाहरी यात्रियों को स्मार्ट सिटी पोर्टल की वेबसाइट smartcitydehradun.uk.gov.in पर अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा. हालांकि, प्रदेश के लोगों को पंजीकरण की कोई जरूरत नहीं है.

Last Updated : Sep 22, 2021, 5:40 PM IST
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