देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को निकालने की कवायद जोरों से चल रही है. सीएम धामी, घटनास्थल पर मौजूद रहकर पूरे रेस्क्यू वर्क का निरीक्षण कर रहे हैं. पीएम मोदी लगातार फोन के जरिए सीएम धामी से अपडेट ले रहे हैं. लेकिन इसी बीच प्रदेश के एक वरिष्ठ मंत्री ऐसे भी हैं जो घटना स्थल पर तो पहुंचे नहीं, लेकिन सीएम धामी के आदेशों को उन्होंने दरकिनार कर दिया.
सीएम के आदेश का उड़ाया मखौल! मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत पूरा सरकारी अमला उत्तरकाशी टनल हदसे में फंसे 41 मजदूरों को निकालने की कवायद में जुटा हुआ है. भारत सरकार की तमाम एजेंसियां और खुद पीएमओ भी इस मामले पर गंभीर नजर आ रहे हैं. लेकिन उत्तराखंड के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, लोकार्पण और शिलान्यास करने में व्यस्त हैं. हालांकि, लोकार्पण और शिलान्यास के कार्यक्रम भी जरूरी हैं. लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेशों को ताक पर रखकर किए जा रहे कार्यक्रम तमाम सवाल खड़े कर रहे हैं.
सीएम की गैरमौजूदगी में कर दिया लोकार्पण: कुछ समय पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद शासन स्तर पर यह आदेश जारी किए गए थे कि प्रदेश में होने वाले सभी शिलान्यास और लोकार्पण के कार्यक्रम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में किए जाएंगे. उस कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक और मंत्री भी मौजूद रहेंगे. इस आदेश की जानकारी देते हुए सचिव मुख्यमंत्री मीनाक्षी सुंदरम ने कहा था कि सीएम धामी का भ्रमण कार्यक्रम हर जिले में प्रस्तावित है. लिहाजा जो भी लोकार्पण और शिलान्यास के कार्यक्रम होंगे वो जनप्रतिनिधि, विधायक, मंत्री और सांसद की मौजूदगी में होंगे. इस संबंध में सीएम कार्यालय से निर्देश मिला है जिसके बाद आदेश जारी किया गए है.
कांग्रेस को मिला बीजेपी को घेरने का मौका: बावजूद इसके कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने अपने विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल में 37 करोड़ 34 लाख, पोखड़ा विकासखंड में 13 करोड़ और बीरोखाल विकासखंड में 19 करोड़ 26 लाख रुपए की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कर दिया. इतना ही नहीं, इन कार्यक्रमों के लिए भारी भरकम विज्ञापन भी जारी किए गए. इसको लेकर अब विपक्षी दल कांग्रेस ने भाजपा पर आरोपों की झड़ी लगानी शुरू कर दी है. कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि जिस तरह से कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने शासन प्रशासन के साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ठेंगा दिखाया है, ऐसे में अब भाजपा के भीतर लड़ाई चरम पर पहुंच गई है.
बीजेपी नहीं दे पा रही है जवाब: इस पूरे मामले पर भाजपा घिरती नजर आ रही है. बावजूद इसके भाजपा नेता इस मामले पर कोई वाजिब जवाब नहीं दे पा रहे हैं. भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता सुनीता विद्यार्थी ने कहा कि उत्तरकाशी के सिलक्यारा में हुए हादसे का मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पल-पल की अपडेट ले रहे हैं. ऐसे समय में सीएम धामी का वर्चुअल रूप से कार्यक्रम में शामिल होना रहा होगा. लेकिन ऐसे कार्यक्रमों में स्थानीय विधायक, मंत्री के साथ ही सांसद का भी रहना अनिवार्य होता है.
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