ऋषिकेश: संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय प्रबंधकीय शिक्षक समिति से जुड़े 126 शिक्षक सरकार से नाराज हैं. शिक्षकों ने शासनादेश जारी होने के बावजूद मानदेय योजना का लाभ नहीं मिलने पर अपने कड़े तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. संस्कृत शिक्षकों ने साफ कहा यदि सरकार ने उनके साथ सौतेला व्यवहार करना बंद नहीं किया तो, वह सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन और उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे.
संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय प्रबंधकीय शिक्षक समिति से जुड़े 126 शिक्षक एकत्रित हुए. सभी शिक्षकों ने अपने साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का निर्णय लिया है. समिति के प्रदेश अध्यक्ष भगवती प्रसाद ने बताया 25 मार्च 2021 को सरकार ने संस्कृत शिक्षकों के लिए मानदेय योजना का लाभ लेने के लिए शासनादेश जारी किया. इस शासनादेश का लाभ कई संस्कृत शिक्षकों को मिला तो जरूर, लेकिन 126 शिक्षकों को आज तक इस योजना का लाभ नहीं दिया गया है.
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उन्होंने कहा कई बार मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों को भी इस संबंध में जानकारी देकर अवगत कराया जा चुका है, फिर भी संस्कृत शिक्षकों की समस्या का समाधान नहीं हुआ. दो साल बीतने के बाद भी योजना का लाभ नहीं मिलने से 126 संस्कृत के शिक्षक खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. सरकार की इस लापरवाही की वजह से शिक्षकों का भविष्य संकट में है.
भगवती प्रसाद ने बताया यदि सरकार ने 126 शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार बंद कर, उन्हें जल्द से जल्द मानदेय योजना का लाभ नहीं दिया तो, शिक्षक सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन और उग्र आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे.