देहरादून: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव को देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा गया है, मगर सपा कार्यकर्ता और समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह को भारत रत्न देने की मांग कर रहे हैं. सपा के राष्ट्रीय सचिव डॉ सत्यनारायण सचान ने कहा समाजवादी पार्टी नहीं बल्कि जनमानस चाहता है कि मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न से नवाजा जाए.
सपा के राष्ट्रीय सचिव डॉ सत्यनारायण सचान ने मुलायम सिंह के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा नेताजी एक बहुत बड़ी शख्सियत थे. उन्होंने भारतीय राजनीति में ग्रामीण परिवेश की राजनीति को दिल्ली में स्थापित किया, क्योंकि ग्रामीण भारत 80 प्रतिशत लोगों प्रतिनिधित्व करता है. इस 80 प्रतिशत की राजनीति को दिल्ली तक ले जाने का श्रेय मुलायम सिंह को जाता है. यह भारत की राजनीति में बहुत बड़ा बदलाव नेता जी द्वारा लाया गया.
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सपा के राष्ट्रीय सचिव डॉ सत्यनारायण सचान ने कहा मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने राजधर्म का पालन किया. डॉ सचान ने बताया यह मुलायम सिंह की ही देन थी कि उत्तराखंड में कौशिक समिति का गठन करते हुए पूरा 1 साल जनमत संग्रह कराया गया, उत्तराखंड को छोड़कर इससे पहले राज्य गठन से पूर्व किसी भी राज्य का जनमत संग्रह नहीं हुआ था. डिफेंस मिनिस्टर रहते हुए उन्होंने शहीद सैनिकों के पार्थिव शरीर ससम्मान घर पहुंचाकर उनका राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि किए जाने का निर्णय लिया.
इस दौरान उन्होंने सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा उत्तराखंड बनने के बाद यहां के सरकारों ने प्रदेश को भ्रष्टाचार की प्रयोगशाला बना दिया है. वर्तमान भाजपा सरकार के शासनकाल के दौरान भर्ती घोटालों में प्रदेश के भीतर नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं. उन्होंने सरकार से मांग उठाई कि भविष्य में कोई भर्ती घोटाला न हो उसके लिए सरकार को समुचित व्यवस्थाएं करनी चाहिए.