हरिद्वार: देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat ) समेत 13 लोगों की मौत से पूरा देश शोक में है. धर्मनगरी हरिद्वार में संत समाज ने भी उनके निधन दुःख व्यक्त किया है. हरिद्वार के संत ईश्वर से प्रार्थना रहे हैं कि विपिन रावत एक बार फिर इस देश की रक्षा के लिए पुनर्जन्म लें. इसके साथ ही संतों ने कहा कि घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए. ताकि अगर कोई चूक हुई है तो उसका पता चल सके.
श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि (Swami Kailashanand Giri) ने सीडीएस बिपिन रावत और अन्य लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं. उन्होंने कहा है कि यह एक दैवीय आपदा है. आज उत्तराखंड ने अपना एक सबसे महान व्यक्तित्व खो दिया है, जिसकी पूर्ति नहीं हो सकती. वे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि विपिन रावत का जन्म भारत के लिए फिर से हो.
वहीं, महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश (Swami Rupendra Prakash) का कहना है कि वे देश के पहले सीडीएस विपिन रावत की मौत पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं और सरकार से मांग करते हैं कि घटना की उच्चस्तरीय जांच कराए, ताकि घटना के कारणों का पता चल सके.
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बता दें, सीडीएस बिपिन रावत की तमिलनाडु में विमान दुर्घटना में मौत हो गई है. ये हादसा तमिलनाडु के कोयंबटूर और सुलूर के बीच कुन्नूर में हुआ. दुर्घटनाग्रस्त वायुसेना के एमआई17-वी5 हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य सैन्य अफसर सवार थे. इस हादसे से देश को एक बड़ा झटका लगा है. CDS बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे. 1 जनवरी 2020 को इस पद पर उनकी नियुक्ति हुई थी.