ऋषिकेश: साहबनगर प्रधान ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों ने चेहतों को लाभ पहुंचाने के लिए कोर्ट तक की अवमानना की है. जिस पर अब वह लोवर कोर्ट से न्याय नहीं मिलने पर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कर रहे हैं. प्रधान ने इसमें अधिकारियों पर राजनीतिक दबाव होने की बात भी कही है.
पीडब्ल्यूडी निरीक्षण कैंपस में प्रधान ध्यान सिंह असवाल ने प्रेसवार्ता की. उन्होंने कहा कि ग्रामसभा में राजकीय प्राथमिक विद्यालय है. स्कूल की जीर्ण-शीर्ण बिल्डिंग को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा के तहत नए भवन निर्माण के लिए स्कूल प्रबंधन समिति ने विभाग को प्रस्ताव भेजा था. जिस पर साल 2018 में विभाग ने समिति को 15 लाख रुपए जारी भी कर दिए. निर्माण के बाबत अनुबंध भी किया गया, लेकिन इसी बीच पड़ोसी ग्रामसभा के प्रधान ने निर्माण में अवरोध उत्पन्न कर दिया, जिसकी वजह से काम अधर में लटक गया.
पढ़ें-चारधाम यात्रा शुरू नहीं होने पर व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन, CM को भेजा ज्ञापन
उन्होंने बताया कि इस बाबत 11 जनवरी 2021 में सिविल जज जूनियर डिविजन की अदालत में उन्होंने वाद दायर किया. आरोप लगाया कि विचाराधीन वाद में अवमानना करते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रबंधन समिति को भंग कर इसी साल 12 फरवरी को नई समिति गठित कर दी. इसमें सदस्य भी पड़ोसी ग्रामसभा के प्रधान व उपप्रधान आदि को बना दिया. दावा किया कि यह सब एक राजनेता के दबाव में किया गया. उन्होंने इसे नियमों के विपरीत बताते हुए लोअर कोर्ट से न्याय नहीं मिलने पर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही है. सरकार और प्रशासन से भी मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई करने का आग्रह किया है.