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PRD स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री धामी के सामने हंगामा, मांगी इच्छा मृत्यु, निदेशक को बोले- आंख मत दिखाना

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 11, 2023, 4:37 PM IST

Updated : Dec 13, 2023, 9:53 PM IST

Uproar on PRD foundation day in Dehradun देहरादून में प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस पर पीआरडी जवानों ने मुख्यमंत्री धामी के सामने हंगामा किया. एक जवान ने परिवार समेत सीएम से इच्छा मृत्यु की मांग की. जवानों ने विभाग की कार्यप्रणाली से परेशान होकर सीएम धामी को एक ज्ञापन भी सौंपा है.

PRD
पीआरडी जवान
PRD स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री धामी के सामने पीआरडी जवानों का हंगामा.

देहरादून: उत्तराखंड प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस के मौके पर निदेशालय, युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में सीएम पुष्कर सिंह धामी, विभागीय मंत्री रेखा आर्य, रायपुर विधायक उमेश शर्मा समेत कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे. वहीं, कार्यक्रम संपन्न होने के बाद पीआरडी जवानों ने जमकर हंगामा किया. यही नहीं, अपनी मांगों को लेकर जवानों ने सीएम धामी को अपना मांग पत्र भी सौंपा है.

कार्यक्रम संपन्न होने के बाद पीआरडी जवान अचानक आक्रामक हो गए. इसके बाद सीएम धामी ने खुद जवानों को समझते हुए उनकी बात सुनी. जवानों ने सीएम धामी को बताया कि विभाग (युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल) में हर जगह भ्रष्टाचार किया जा रहा है. हर महीने विभाग की ओर से 570 रुपए काटे जा रहे हैं. इसके लिए बकायदा आदेश भी जारी किया गया है. इस विभाग में पीआरडी जवानों में साथ अन्याय किया जा रहा है. पीआरडी जवानों ने मांग की है कि 570 रुपए हर महीने कटना बंद होने के साथ ही सालाना 300 दिन काम करने का आदेश जारी किए जाए.

पीआरडी जवान ने परिवार समेत इच्छा मृत्यु की मांग: पीआरडी हित संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वीर सिंह रावत ने कहा कि वो राज्य आंदोलनकारी हैं. उन्होंने पीआरडी जवानों के हित के लिए दो-दो मुकदमें झेले हैं. सीएम धामी, होमगार्ड के स्थापना दिवस पर तमाम घोषणाएं करते हैं लेकिन पीआरडी जवानों को कुछ नहीं दिया जा रहा है. वीर सिंह रावत ने सीएम धामी से उन्हें और उनके परिवार को इच्छा मृत्यु दिए जाने की मांग तक की. पीआरडी जवान ने कहा कि होमगार्ड की तरह उन्हें भी 28 हजार रुपए का वेतनमान और छुट्टियां दी जाएं.
ये भी पढ़ेंः Uttarakhand PRD Act में संशोधन के बाद सुरक्षा गार्ड तक ही सीमित नहीं रहेंगे जवान, मिलेंगी ये सुविधाएं

निदेशक के पास टाइन नहीं मिलने का: वीर सिंह रावत ने कहा कि पीआरडी जवानों को वर्तमान समय में 17 हजार 100 रुपए वेतन दिया जा रहा है. इसको लेकर कई बार पीआरडी जवान सरकार के सामने अपनी बात उठा चुके हैं लेकिन अभी तक इसका कोई हल नहीं निकला है. उन्होंने कहा कि वो युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल के निदेशक जितेंद्र सोनकर के पास कई बार जा चुके हैं. जब भी निदेशक के पास जाते हैं तो वो पूछते हैं कि तुम कौन हो? उनके पास मिलने का टाइम नहीं है. ऐसे में अब अपनी मांगों को लेकर पीआरडी जवान निदेशालय, युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल कार्यालय में कल से धरने पर बैठेंगे.

मंत्री बोलीं वर्दी में अनुशासनहीनता शोभा नहीं देती: वहीं, पीआरडी जवानों के हंगामे के दौरान रेखा आर्य ने जवानों से कहा कि आज सीएम धामी की कवायद पर ही उत्तराखंड प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस को मनाया जा रहा है. वर्तमान समय में पुलिस के अनुसार ही पीआरडी जवानों को तमाम एडवांटेज दिए जा रहे हैं. पीआरडी एक्ट में विभाग ने काफी संशोधन किए हैं, जिसके बाद आज पीआरडी जवानों ने काफी प्रोग्रेस किया है. मंत्री रेखा आर्य ने पीआरडी जवानों से कहा कि इस वर्दी में अनुशासनहीनता शोभा नहीं देती. ऐसे में जिन जवानों को लग रहा है कि 17 हजार 100 रुपए सैलरी मिलने के बाद भी वो गरीब अवस्था में हैं तो ये चिंता करने का विषय है.
ये भी पढ़ेंः धामी कैबिनेट में संसोधित पीआरडी एक्ट को मंजूरी, PRD में तैनात महिलाओं को मिलेगा मातृत्व अवकाश

कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने की जवानों के लिए घोषणाएं: इससे पहले उत्तराखंड प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने बड़ी घोषणाएं भी की, जिसके तहत पीआरडी स्वयं सेवकों को अब हर दो साल में एक गर्म वर्दी और एक सामान्य वर्दी विभाग की ओर से दी जाएगी. पीआरडी स्वयं सेवकों को प्रशिक्षण और पुन प्रशिक्षण के दौरान दी जाने वाली वर्दी की दर 1500 से बढ़ाकर अब 2500 रुपए की जाएगी. सभी पंजीकृत ड्यूटी पर तैनात पीआरडी जवानों को होमगार्ड स्वयं सेवकों की तरह 200 रुपए प्रतिमाह वर्दी धुलाई के लिए भत्ता दिया जाएगा. विकासखंड स्तर पर तैनात ब्लॉक कमांडर के मानदेय को 600 से बढ़ाकर एक हजार और न्याय पंचायत स्तर पर तैनात जवान के मानदेय को 300 से बढ़ाकर 500 रुपए किया जाएगा. आपदा बचाव कार्यों में तैनात पीआरडी जवानों को 50 रुपए प्रतिदिन की दर से अतिरिक्त मानदेय दिया जाएगा.

PRD स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री धामी के सामने पीआरडी जवानों का हंगामा.

देहरादून: उत्तराखंड प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस के मौके पर निदेशालय, युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में सीएम पुष्कर सिंह धामी, विभागीय मंत्री रेखा आर्य, रायपुर विधायक उमेश शर्मा समेत कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे. वहीं, कार्यक्रम संपन्न होने के बाद पीआरडी जवानों ने जमकर हंगामा किया. यही नहीं, अपनी मांगों को लेकर जवानों ने सीएम धामी को अपना मांग पत्र भी सौंपा है.

कार्यक्रम संपन्न होने के बाद पीआरडी जवान अचानक आक्रामक हो गए. इसके बाद सीएम धामी ने खुद जवानों को समझते हुए उनकी बात सुनी. जवानों ने सीएम धामी को बताया कि विभाग (युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल) में हर जगह भ्रष्टाचार किया जा रहा है. हर महीने विभाग की ओर से 570 रुपए काटे जा रहे हैं. इसके लिए बकायदा आदेश भी जारी किया गया है. इस विभाग में पीआरडी जवानों में साथ अन्याय किया जा रहा है. पीआरडी जवानों ने मांग की है कि 570 रुपए हर महीने कटना बंद होने के साथ ही सालाना 300 दिन काम करने का आदेश जारी किए जाए.

पीआरडी जवान ने परिवार समेत इच्छा मृत्यु की मांग: पीआरडी हित संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वीर सिंह रावत ने कहा कि वो राज्य आंदोलनकारी हैं. उन्होंने पीआरडी जवानों के हित के लिए दो-दो मुकदमें झेले हैं. सीएम धामी, होमगार्ड के स्थापना दिवस पर तमाम घोषणाएं करते हैं लेकिन पीआरडी जवानों को कुछ नहीं दिया जा रहा है. वीर सिंह रावत ने सीएम धामी से उन्हें और उनके परिवार को इच्छा मृत्यु दिए जाने की मांग तक की. पीआरडी जवान ने कहा कि होमगार्ड की तरह उन्हें भी 28 हजार रुपए का वेतनमान और छुट्टियां दी जाएं.
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निदेशक के पास टाइन नहीं मिलने का: वीर सिंह रावत ने कहा कि पीआरडी जवानों को वर्तमान समय में 17 हजार 100 रुपए वेतन दिया जा रहा है. इसको लेकर कई बार पीआरडी जवान सरकार के सामने अपनी बात उठा चुके हैं लेकिन अभी तक इसका कोई हल नहीं निकला है. उन्होंने कहा कि वो युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल के निदेशक जितेंद्र सोनकर के पास कई बार जा चुके हैं. जब भी निदेशक के पास जाते हैं तो वो पूछते हैं कि तुम कौन हो? उनके पास मिलने का टाइम नहीं है. ऐसे में अब अपनी मांगों को लेकर पीआरडी जवान निदेशालय, युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल कार्यालय में कल से धरने पर बैठेंगे.

मंत्री बोलीं वर्दी में अनुशासनहीनता शोभा नहीं देती: वहीं, पीआरडी जवानों के हंगामे के दौरान रेखा आर्य ने जवानों से कहा कि आज सीएम धामी की कवायद पर ही उत्तराखंड प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस को मनाया जा रहा है. वर्तमान समय में पुलिस के अनुसार ही पीआरडी जवानों को तमाम एडवांटेज दिए जा रहे हैं. पीआरडी एक्ट में विभाग ने काफी संशोधन किए हैं, जिसके बाद आज पीआरडी जवानों ने काफी प्रोग्रेस किया है. मंत्री रेखा आर्य ने पीआरडी जवानों से कहा कि इस वर्दी में अनुशासनहीनता शोभा नहीं देती. ऐसे में जिन जवानों को लग रहा है कि 17 हजार 100 रुपए सैलरी मिलने के बाद भी वो गरीब अवस्था में हैं तो ये चिंता करने का विषय है.
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कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने की जवानों के लिए घोषणाएं: इससे पहले उत्तराखंड प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने बड़ी घोषणाएं भी की, जिसके तहत पीआरडी स्वयं सेवकों को अब हर दो साल में एक गर्म वर्दी और एक सामान्य वर्दी विभाग की ओर से दी जाएगी. पीआरडी स्वयं सेवकों को प्रशिक्षण और पुन प्रशिक्षण के दौरान दी जाने वाली वर्दी की दर 1500 से बढ़ाकर अब 2500 रुपए की जाएगी. सभी पंजीकृत ड्यूटी पर तैनात पीआरडी जवानों को होमगार्ड स्वयं सेवकों की तरह 200 रुपए प्रतिमाह वर्दी धुलाई के लिए भत्ता दिया जाएगा. विकासखंड स्तर पर तैनात ब्लॉक कमांडर के मानदेय को 600 से बढ़ाकर एक हजार और न्याय पंचायत स्तर पर तैनात जवान के मानदेय को 300 से बढ़ाकर 500 रुपए किया जाएगा. आपदा बचाव कार्यों में तैनात पीआरडी जवानों को 50 रुपए प्रतिदिन की दर से अतिरिक्त मानदेय दिया जाएगा.

Last Updated : Dec 13, 2023, 9:53 PM IST
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