देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन के दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके साथ ही 4063.79 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट भी पटल पर रखा गया. जिस पर आज चर्चा की जाएगी.
शीतकालीन सत्र के पहले दिन की कार्यवाही पर जानकारी देते हुए संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि पहले दिन दिवंगत विधायकों के शोक के प्रस्ताव सदन में लाए गया. सदन के सदस्यों द्वारा दिवंगत विधायकों के शोक प्रस्ताव पढ़े गए. इसके अलावा सदन में अनुपूरक बजट को भी सदन के पटल पर रखा गया.
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संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि 4063 करोड़ 79 लाख के अनुपूरक बजट की मांगों को सदन के पटल पर रखा गया है. जिस पर कल चर्चा की जाएगी. साथ ही उन्होंने अलग-अलग मदों में बजट के प्रावधानों के बारे बताया.
अलग-अलग मदों में यह हैं व्यवस्थाएं
- अनुपूरक बजट में वेतन भत्तों के लिए 135 करोड़ 26 लाख का प्रावधान रखा गया है.
- केंद्र साहित्य की योजनाओं के लिए सबसे ज्यादा 2293.30 करोड़ का बजट रखा गया है.
- आपदा राहत निधि के लिए 643 करोड़ का बजट आपदा और एसडीआरएफ के लिए रखा गया है.
- समग्र शिक्षा के लिए 134 करोड़ रुपए का प्रावधान अनुपूरक बजट में रखा गया है.
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत 122 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित है.
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए अनुपूरक बजट में 500 करोड़ का प्रावधान रखा गया है.
- कुंभ मेले के लिए 200 करोड़ की व्यवस्था की गई है.
- ग्रीन रेवोलुशन और परंपरागत कृषि विकास योजना के लिए 103 करोड़ का बजट प्रस्तावित है.
- अनुपूरक बजट में मेडिकल कॉलेजों के लिए 40 करोड़ की व्यवस्था की गई है.
- सड़क व पुलों के निर्माण और संरक्षण के लिए 220 करोड़ की व्यवस्था अनुपूरक बजट में की गई है.
- निर्भया फंड के लिए एक करोड़ 58 लाख का फंड अनुपूरक बजट में रखा गया है.
- राजकीय उपाधि प्राप्त महाविद्यालयों के लिए 77 करोड़ की व्यवस्था की गई है.