ऋषिकेश: देश-दुनिया से तीर्थाटन और पर्यटन के लिए उत्तराखंड आने वाले सैलानी अब ऋषिकेश में एक नए पर्यटक स्थल का दीदार कर सकेंगे. जल्द ही पौराणिक रंभा नदी पर स्थित पर्यटक स्थल संजय झील (रंभा कुंड) को विकसित कर सैलानियों के लिए खोला जाएगा. फिलहाल, विभाग ने 210 मीटर का ग्रीन पाथ का निर्माण कर दिया गया है. सौंदर्यीकरण के साथ पर्यटक गतिविधियों के लिए वन महकमा अन्य आवश्यक इंतजाम भी जुटाने में लगा है.
ऋषिकेश में दशकों से पौराणिक रंभा नदी के उद्गम स्थल पर बनी झील को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की मांग की जा रही थी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मांग को मंजूर करते हुए न सिर्फ कार्रवाई के निर्देश दिए, बल्कि उन्होंने झील को विकसित करने के लिए बजट भी जारी किया. फौरी तौर पर सरकार ने करीब 80 लाख रुपए जारी किए. जिससे पर्यटकों के लिए झील के चारों ओर 1.4 किलोमीटर ग्रीन पाथ का निर्माण किया जा रहा है.
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फिलहाल, विभाग ने 210 मीटर का ग्रीन पाथ का निर्माण कर दिया गया है. सौंदर्यीकरण के साथ पर्यटक गतिविधियों के लिए वन महकमा अन्य आवश्यक इंतजाम भी जुटाने में लगा है. भविष्य में झील में वोटिंग भी शुरू करने की योजना है. सरकार से मिली रकम फिलहाल विभाग विकास कार्यों पर खर्च कर चुका है. अब और धनराशि की डिमांड विभाग ने सरकार से की है.
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ऋषिकेश महापौर अनीता ममगाईं ने बताया संजय झील का पुनरुद्धार घोषणापत्र का एक बिंदु था. चुनाव जीतने के बाद से लगातार संजय झील को लेकर वन विभाग के अधिकारियों से पत्राचार किया गया. इसी का नतीजा है विभाग ने इसके लिए 80 लाख रुपए स्वीकृत कर कार्य को शुरू करवाया. उन्होंने कहा वन मंत्री संजय झील के सौंदर्यीकरण में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे. पौराणिक रंभा नदी पर बनी संजय झील के विकास को लेकर सरकार भी पूरी तरह से गंभीर है. लिहाजा, वन मंत्री ने साफ कर दिया है कि झील के विकास को धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी. बता दें कि, करीब 13 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट से अब जल्द ही ऋषिकेश रेंज के वन क्षेत्र में प्राकृतिक सौंदर्यता से घिरे एक नए टूरिस्ट स्पॉट का दीदार सैलानियों के साथ स्थानीय लोग जल्द कर सकेंगे.