ऋषिकेशः जहां त्योहारों के मद्देनजर सरकार ने सुरक्षा को लेकर प्रदेश में अलर्ट जारी किया है. वहीं, दूसरी ओर ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा राम भरोसे ही चल रही है. वैसे तो स्टेशन परिसर में चार सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं. जिनमें से तीन की विजिबिलिटी शून्य और एक खराब पड़ा है. ऐसे में ऋषिकेश रेलवे स्टेशन की सुरक्षा इंतजामों का सहज अंदाजा लगया जा सकता है.
बता दें कि तीर्थनगरी कहे जाने वाले ऋषिकेश के रेलवे स्टेशन में जम्मू से आने वाली हेमकुंड एक्सप्रेस, तीन पैसेंजर और दो एक्सप्रेस ट्रेन आती है. जिससे बड़ी संख्या में यात्री यहां पहुंचते हैं. लेकिन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन में सुरक्षा के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है. विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि पिछले 1 साल से खराब पड़े सीसीटीवी कैमरे तक की मरम्मत तक नहीं करवाई गई है.
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वहीं, इस मामले में जब ईटीवी संवाददाता ने आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट धर्मराज राम से फोन पर बात की तो उन्होंने पहले जानकारी ना होने की बात कही. वहीं, पूछताछ के बाद उन्होंने बताया कि ऋषिकेश रेलवे स्टेशन में कांवड़ मेले के लिए 16 सीसीटीवी कैमरे 1 माह के लिए लगाए गए थे. जो किराये पर लिए गए थे और उन्हें उतार लिया गया है.
आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट ने बताया कि इसके पूर्व रेलवे स्टेशन पर 9 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. जिनमें से पांच कैमरे रेलवे के द्वारा उतार लिया गया था. वहीं, बाकी बचे 4 सीसीटीवी कैमरों में से 1 कैमरा खराब है. जबकि, तीन कैमरों की विजिबिलिटी जीरो है. साथ ही इन कैमरों से स्टेशन की लाइव रिकॉर्डिंग ही देखी जा सकती है. लेकिन किसी तरह की वीडियो स्टोरेज व्यवस्था नहीं है.