ऋषिकेश: देवभूमि में ऋषिकेश के घाटों पर क्लीनिंग योजना (Cleaning plan on the Ghats of Rishikesh) का सपना जल्द साकार होने जा रहा है. 235.41 लाख की लागत से योजना को नये पंख लगेंगे. नमामि गंगे परियोजना (Namami Gange Project) के तहत योजना को मूर्त रूप दिया जाना है. योजना को केंद्र से मिली स्वीकृति के बाद मुख्य आयुक्त को पत्र प्रेषित कर दिया गया है.
इस बाबत परियोजना के निदेशक उदय राज ने केंद्र से मिली स्वीकृति की जानकारी निगम के मुख्य आयुक्त को पत्र प्रेषित कर दी है. वहीं, इस पर खुशी जाहिर करते हुए महापौर ने केंद्र एवं प्रदेश सरकार सहित परियोजना निदेशक का आभार जताया है.
ऋषिकेश महापौर अनिता ममगाईं (Rishikesh Mayor Anita Mamgain) ने बताया कि घाट स्वच्छता के लिए मेगा प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिलने के बाद अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश (tourist city rishikesh) के विभिन्न घाट भी चमकते नजर आयेंगे.
ये भी पढ़ें: BJP ने विधानसभा के सफल संचालन पर प्रेमचंद अग्रवाल का जताया आभार, CM धामी ने कही ये बातें
महापौर ने बताया कि 24 दिसंबर 2019 को उनकी नमामि गंगे के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक हुई थी. बैठक में ऋषिकेश के लिए घाट सफाई परियोजना (Ghat Cleaning Project) की आवश्यकता को लेकर चर्चा की गई थी. इसके लिए लंबी मशक्कत के बाद डीपीआर तैयार की गई थी. इस योजना के लिए जहां बड़ी तादाद में मैन पावर उपलब्ध कराई जाएगी, वहीं जरूरी उपकरणों की भी खरीद होगी.
उन्होंने बताया कि योजना के मूर्त रूप लेते ही घाटों की साफ-सफाई दिन में तीन बार ऑटोमेटिक मशीन जैसे स्क्रब ड्रायर द्वारा शुरू हो जायेगी. घाटों से लगने वाले नालों की रोज सफाई करके उसका रिकार्ड मेंटेन करा जाएगा. ताकि नालों की गंदगी गंगा में ना बहे. हर 50 मीटर की दूरी पर 100 लीटर वाले कूड़ेदान लगाए जाएंगे. जल्द ही विधिवत योजना का उद्घाटन कर कार्य को मूर्त रूप दिया जाएगा.
वहीं, काशी स्वच्छता प्लान (Kashi Cleanliness Plan) को ऋषिकेश नगर निगम (Rishikesh Municipal Corporation) ने तीर्थ नगरी में लागू करने की प्लानिंग कर ली है. बनारस में आयोजित राष्ट्रीय महापौर सम्मेलन में प्रधानमंत्री से मिले स्वच्छता संदेश को नगर निगम 'मोदी मंत्र' के रूप में ऋषिकेश में धरातल पर उतारेगा.
ये भी पढ़ें: राहुल गांधी के जिताऊ और टिकाऊ उम्मीदवारों के हो रहे इंटरव्यू, अविनाश पांडे परख रहे दम
स्वच्छता के राष्ट्रीय पटल पर नंबर वन बनने की कवायद के लिए नगर निगम द्वारा लक्ष्य तय किए गये हैं. मिशन 2022 (Mission 2022) के स्वच्छता रोड मैप की तैयारियों के पहले चरण में आज महापौर ने शहर के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडरों के नाम की घोषणा (Swachhata brand ambassadors names Announcement) के नाम की घोषणा कर दी है. समाजसेवी श्रीकांता शर्मा अब शहर के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हुए नजर आएंगी. नगर निगम ने शहर में स्वच्छता के लिए उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है.
इसके साथ ही रवि प्रपन्नाचार्य को भी उनके शानदार कार्य को देखते हुए निगम ने ऋषिकेश का स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर (Rishikesh Swachhata Brand Ambassador) बरकरार रखा है. नगर निगम कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान महापौर अनिता ममगाईं ने निगम के नये ब्रांड एंबेसडरों के नाम की घोषणा की.
ये भी पढ़ें: टिहरी पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी, घनसाली विधानसभा क्षेत्र को दी कई योजनाओं की सौगात
महापौर ने कहा काशी के स्वच्छता प्लान को तीर्थ नगरी में लागू कराया जायेगा. महापौर के राष्ट्रीय सम्मेलन (National Conference of Mayors) के दौरान प्रधानमंत्री से स्वच्छता को लेकर मिली महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा करते हुए अनिता ममगाईं ने बताया कि नगर निगम स्वच्छता मिशन के साथ देश में अव्वल बनने के लिए कमर कस चुका है. इसे धरातल पर इंप्लीमेंट करने के लिए तमाम वार्डों में स्वच्छता प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं.
नगर निगम ने इस बार स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए बड़ी योजना तैयार की है. निगम के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडरों के साथ सक्षम युवाओं की टीम भी घर-घर पहुंच कर लोगों को स्वच्छता की महत्ता समझाते हुए अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित करेगी.