ऋषिकेश: कृषि उत्पादन मंडी समिति पर गरीबों का राशन के भंडारण का आरोप लगा है. आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान किसी संस्था द्वारा भेजा गया राशन दुकानों में सड़ गया, लेकिन यह राशन गरीबों में नहीं बांटा गया. वहीं, मंडी सभापति ने आरोपों से साफ इंकार किया है. उनका कहना है कि यह सब कुछ राजनीति से प्रेरित है.
लॉकडाउन के दौरान जो अनाज गरीबों को मिलना चाहिए था. वह मंडी समिति की दुकानों में सड़ता हुआ मिला है. जिसका वीडियो वायरल होने के बाद से मंडी समिति में हड़कंप मच गया है. मामले में लापरवाही को लेकर भी कई सवाल खड़े हो गए हैं.
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वायरल वीडियो का संज्ञान लेने के बाद कई समाज सेवियों ने मंडी समिति से मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. हालांकि मंडी सभापति का कहना है कि कोरोना की वजह से कुछ बैग अनाज के खराब हो गए थे, जिनको दुकानों में बंद करके रख दिया गया था. साफ सफाई के दौरान अनाज का किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया, जो पूरी तरीके से राजनीति से प्रेरित है.