ऋषिकेश: चंद्रभागा नदी के किनारे बसी बस्ती से अतिक्रमण हटाए जाने के बाद लोग खुले में रात बिताने को मजबूर थे. विधानसभा अध्यक्ष की फटकार के बाद उपजिलाधिकारी ने एक सप्ताह तक चंद्रभागा के लोगों के लिए रैन बसेरे में रहने और दो वक्त के खाने की व्यवस्था की है.
चंद्रभागा नदी किनारे बसे लोगों के लिए खाने और रहने की व्यवस्था न होने के कारण आए दिन विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को शिकायतें मिलती थीं. विधानसभा अध्यक्ष ने चंद्रभागा बस्ती पहुंचकर वहां के लोगों की स्थिति का जायजा लिया, जहां उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही दिखने पर फटकार लगाते हुए उनको जिम्मेदारी से कार्य करने की नसीहत दी थी. इसके बाद स्थानीय प्रशासन अपनी कुम्भकर्णी नींद से जागा है और चंद्रभागा बस्ती पहुंचकर लोगों के लिए रहने और खाने की वैकल्पिक व्यवस्था कर रहा है.
ये भी पढ़ें: हेमकुंड साहिब में भारी हिमपात, रास्तों पर ढाई फीट तक बर्फ
ऋषिकेश उपजिलाधिकारी प्रेमलाल ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के द्वारा क्षेत्र में 40 रैन बसेरे हैं, जहां पर चंद्रभागा के लोगों के रहने की व्यवस्था की गई. साथ ही उनके खाने की भी व्यवस्था की गई. उन्होंने बताया कि बस्ती के लोगों के लिए प्रशासन के द्वारा दो समय का भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. साथ ही ये एक वैकल्पिक व्यवस्था है जो फिलहाल एक सप्ताह के लिए की जा रही है.