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धामी 2.0 कैबिनेट में सबसे अमीर मंत्री कौन? जानिए सबसे 'गरीब' मंत्री का भी नाम

इस बार उत्तराखंड मंत्रिमडंल में शामिल हुए सभी मंत्री करोड़पति हैं. वहीं, सीएम धामी की संपत्ति भी करोड़ों में है. ऐसे में देखना होगा कि उत्तराखंड की जनता की गरीबी और बेरोजगारी कितनी जल्द दूर होती है. क्योंकि प्रदेश को नई धामी कैबिनेट से बहुत उम्मीदें हैं.

Millionaire Minister in Dhami Cabinet
धामी मंत्रिमंडल में सारे मंत्री करोड़पति
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Published : Mar 24, 2022, 4:21 PM IST

Updated : Mar 24, 2022, 4:50 PM IST

देहरादून: 23 मार्च को उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री और 8 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री और गोपनीयता की शपथ ली. उत्तराखंड की इस नई कैबिनेट में सभी मंत्री और मुख्यमंत्री करोड़पति हैं. इस मंत्रिमंडल में जहां सबसे अधिक धनी सतपाल महाराज हैं, तो सबसे कम संपत्ति पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल किए गए चंदन राम दास की है. ये आंकड़े मंत्रियों द्वारा नामांकन में दिए गए एफिडेविट के आधार पर हैं.

करोड़पति कैबिनेट मंत्री: उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्रियों की बात करें तो 8 में से 5 कैबिटने मंत्री मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी अमीर हैं. जिसमें सबसे अधिक सतपाल महाराज के पास 87.34 करोड़, रेखा आर्य के पास 25.20 करोड़, गणेश जोशी के पास 9.74 करोड़, सौरभ बहुगुणा के पास 7.85 करोड़ और प्रेमचंद अग्रवाल के पास 5.03 करोड़ की संपत्ति है.

Millionaire Minister in Dhami Cabinet
धामी 2.0 कैबिनेट में सबसे अमीर मंत्री.

धामी भी करोड़पति की लिस्ट में शामिल: वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पास 3.34 करोड़, धन सिंह रावत के पास 2.67 करोड़, सुबोध उनियाल के पास 1.61 करोड़ और चंदनराम दास के पास सबसे कम 1.24 करोड़ की संपत्ति है.

ये भी पढ़ें: अरविंद पांडे बोले- मंत्री पद के लिए नहीं करूंगा किसी की परिक्रमा, सरकारी आवास छोड़ने पर स्टाफ हुआ भावुक

उत्तराखंड में गरीबी: उत्तराखंड मानव विकास सर्वेक्षण रिपोर्ट 2017 के अनुसार प्रदेश में 15.6 प्रतिशत लोग गरीब हैं. वहीं, राष्ट्रीय पतिदर्श सर्वेक्षण संगठन के सर्वे में राज्य की गरीबी 16.9 प्रतिशत है. इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2020-21 की बात करें तो राज्य का राजकोषीय घाटा रुपए 10,802 करोड़ रुपये का रहा है. जिससे सरकार के सामने इस घाट से उबरना भी बड़ी चुनौती है.

बेरोजगारी में देवभूमि का बुरा हाल: वहीं, प्रदेश में बेरोजगारी की बात करें तो 26 राज्यों की बेरोजगारी दर में उत्तराखंड का 15 वां स्थान है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी प्राइवेट लिमिटेड ने बीते फरवरी में बेरोजगारों के आंकड़े जारी किए थे. इसके मुताबिक दिसंबर और जनवरी में उत्तराखंड में बेरोजगारी दर 3.5 प्रतिशत से बढ़कर 4.7 प्रतिशत हो गई. अब देखना है कि पुष्कर सिंह धामी की करोड़पति कैबिनेट इन हालात पर कैसे काबू पाती है?

क्या उत्तराखंड से दूर होगी गरीबी: अब सवाल यह उठता है कि स्वयं करोड़पति होने के बाद अब यह उत्तराखंड की जनता को गरीबी से दूर करने और यहां की बेरोजगारी को दूर करने के लिए क्या कदम उठाते हैं. क्योंकि प्रदेश को इस नई धामी कैबिनेट से बहुत उम्मीदें हैं.

देहरादून: 23 मार्च को उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री और 8 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री और गोपनीयता की शपथ ली. उत्तराखंड की इस नई कैबिनेट में सभी मंत्री और मुख्यमंत्री करोड़पति हैं. इस मंत्रिमंडल में जहां सबसे अधिक धनी सतपाल महाराज हैं, तो सबसे कम संपत्ति पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल किए गए चंदन राम दास की है. ये आंकड़े मंत्रियों द्वारा नामांकन में दिए गए एफिडेविट के आधार पर हैं.

करोड़पति कैबिनेट मंत्री: उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्रियों की बात करें तो 8 में से 5 कैबिटने मंत्री मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी अमीर हैं. जिसमें सबसे अधिक सतपाल महाराज के पास 87.34 करोड़, रेखा आर्य के पास 25.20 करोड़, गणेश जोशी के पास 9.74 करोड़, सौरभ बहुगुणा के पास 7.85 करोड़ और प्रेमचंद अग्रवाल के पास 5.03 करोड़ की संपत्ति है.

Millionaire Minister in Dhami Cabinet
धामी 2.0 कैबिनेट में सबसे अमीर मंत्री.

धामी भी करोड़पति की लिस्ट में शामिल: वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पास 3.34 करोड़, धन सिंह रावत के पास 2.67 करोड़, सुबोध उनियाल के पास 1.61 करोड़ और चंदनराम दास के पास सबसे कम 1.24 करोड़ की संपत्ति है.

ये भी पढ़ें: अरविंद पांडे बोले- मंत्री पद के लिए नहीं करूंगा किसी की परिक्रमा, सरकारी आवास छोड़ने पर स्टाफ हुआ भावुक

उत्तराखंड में गरीबी: उत्तराखंड मानव विकास सर्वेक्षण रिपोर्ट 2017 के अनुसार प्रदेश में 15.6 प्रतिशत लोग गरीब हैं. वहीं, राष्ट्रीय पतिदर्श सर्वेक्षण संगठन के सर्वे में राज्य की गरीबी 16.9 प्रतिशत है. इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2020-21 की बात करें तो राज्य का राजकोषीय घाटा रुपए 10,802 करोड़ रुपये का रहा है. जिससे सरकार के सामने इस घाट से उबरना भी बड़ी चुनौती है.

बेरोजगारी में देवभूमि का बुरा हाल: वहीं, प्रदेश में बेरोजगारी की बात करें तो 26 राज्यों की बेरोजगारी दर में उत्तराखंड का 15 वां स्थान है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी प्राइवेट लिमिटेड ने बीते फरवरी में बेरोजगारों के आंकड़े जारी किए थे. इसके मुताबिक दिसंबर और जनवरी में उत्तराखंड में बेरोजगारी दर 3.5 प्रतिशत से बढ़कर 4.7 प्रतिशत हो गई. अब देखना है कि पुष्कर सिंह धामी की करोड़पति कैबिनेट इन हालात पर कैसे काबू पाती है?

क्या उत्तराखंड से दूर होगी गरीबी: अब सवाल यह उठता है कि स्वयं करोड़पति होने के बाद अब यह उत्तराखंड की जनता को गरीबी से दूर करने और यहां की बेरोजगारी को दूर करने के लिए क्या कदम उठाते हैं. क्योंकि प्रदेश को इस नई धामी कैबिनेट से बहुत उम्मीदें हैं.

Last Updated : Mar 24, 2022, 4:50 PM IST
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