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यमुना नदी में स्नान से टल जाता है अकाल मृत्यु का संकट, जानिए विशेष महत्व

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Published : Nov 11, 2019, 4:04 AM IST

Updated : Nov 11, 2019, 4:15 AM IST

यमुना नदी को भारत की पवित्र नदियों में से एक माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि यमुना नदी में स्नान करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता. इसके पीछे एक कहानी है. जानिए...

यमुना नदी में स्नान से टल जाता हैं अकाल मृत्यु का संकट

विकासनगर: कार्तिक महीने में यमुना नदी की निर्मल पवित्र धारा में आस्था की डुबकी लगाने का विशेष महत्व है. हिंदू धर्म में गंगा को ज्ञान की देवी और यमुना को भक्ति का सागर माना गया है. ऐसा माना जाता है कि यमराज ने यमुना को ये वरदान दिया था कि जो भी व्यक्ति यमुना नदी का स्नान करेगा, उसे यमलोक नहीं जाना पड़ेगा.

यमुना नदी में स्नान से टल जाता है अकाल मृत्यु का संकट


यमुना नदी भारत की पवित्र नदियों में से एक है. यमुना का उद्गम स्थला यमुनोत्री है. यमुना सूर्य और छाया की पुत्री और मौत के देवता यमराज की बहन मानी जाती है. यमुना को यमराज का वरदान है कि जो व्यक्ति यमुना नदी में स्नान करता है, उसे मृत्यु का भय नहीं रहता और अकाल मृत्यु का संकट हट जाता है. हिंदू धर्म में ऐसा माना गया है कि गंगा को ज्ञान की देवी और यमुना को भक्ति का सागर माना गया है. कथा के अनुसार यमराज ने अपनी बहन यमुना को ये वरदान दिया था कि जो भी व्यक्ति यमुना नदी स्नान करेगा उसे यमलोक नहीं जाना पड़ेगा.

पढ़ेंः बैकुंठ चतुर्दशी पर पूजा का जानिए शुभ मुहूर्त, इस मंत्र के जाप से पूरी होगी मनोकामना

पांवटा साहिब हिमाचल से यमुना दी में स्नान करने पहुंचे ममता व उनका परिवार का कहना है कि कार्तिक माह में जो भी लोग स्नान करने आते हैं. उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है.
हरिपुर स्थित मंदिर के आचार्य विजेंद्र डंगवाल बताते हैं कि यमुना नदी में स्नान से अकाल मृत्यु का योग टल जाता है. क्योंकि यमुना सूर्य देव की पुत्री मानी जाती हैं, इसलिए यमुना में स्नान करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं. पृथ्वी लोक में यमुना का बड़ा महत्व है. इस नदी में स्नान से गंगा में नहाने के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है.

विकासनगर: कार्तिक महीने में यमुना नदी की निर्मल पवित्र धारा में आस्था की डुबकी लगाने का विशेष महत्व है. हिंदू धर्म में गंगा को ज्ञान की देवी और यमुना को भक्ति का सागर माना गया है. ऐसा माना जाता है कि यमराज ने यमुना को ये वरदान दिया था कि जो भी व्यक्ति यमुना नदी का स्नान करेगा, उसे यमलोक नहीं जाना पड़ेगा.

यमुना नदी में स्नान से टल जाता है अकाल मृत्यु का संकट


यमुना नदी भारत की पवित्र नदियों में से एक है. यमुना का उद्गम स्थला यमुनोत्री है. यमुना सूर्य और छाया की पुत्री और मौत के देवता यमराज की बहन मानी जाती है. यमुना को यमराज का वरदान है कि जो व्यक्ति यमुना नदी में स्नान करता है, उसे मृत्यु का भय नहीं रहता और अकाल मृत्यु का संकट हट जाता है. हिंदू धर्म में ऐसा माना गया है कि गंगा को ज्ञान की देवी और यमुना को भक्ति का सागर माना गया है. कथा के अनुसार यमराज ने अपनी बहन यमुना को ये वरदान दिया था कि जो भी व्यक्ति यमुना नदी स्नान करेगा उसे यमलोक नहीं जाना पड़ेगा.

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पांवटा साहिब हिमाचल से यमुना दी में स्नान करने पहुंचे ममता व उनका परिवार का कहना है कि कार्तिक माह में जो भी लोग स्नान करने आते हैं. उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है.
हरिपुर स्थित मंदिर के आचार्य विजेंद्र डंगवाल बताते हैं कि यमुना नदी में स्नान से अकाल मृत्यु का योग टल जाता है. क्योंकि यमुना सूर्य देव की पुत्री मानी जाती हैं, इसलिए यमुना में स्नान करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं. पृथ्वी लोक में यमुना का बड़ा महत्व है. इस नदी में स्नान से गंगा में नहाने के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है.

Intro:विकासनगर कालसी हरिपुर स्थित यमुना नदी पवित्र कार्तिक माह मैं सैकड़ों श्रद्धालुओं ने स्नान कर मांगी सुख समृद्धि की कामना


Body:कलसी हरिपुर स्थित यमुना नदी की निर्मल पवित्र धारा मैं कार्तिक महीने में यमुना मैया के निर्मल जल धारा में आस्था की डुबकी लगाकर धूप दीप देकर परिवार की सुख समृद्धि की कामना की
यमुना नदी के पवित्रता की भावना आज के युग में भी कम नहीं हुई है यमुना नदी अपनी निर्मल धारा कल कल करते हुए जिस जिस स्थान से गुजरती है वहां का जीवन सुखमय ही रहता है.
यमुना नदी भारत की पवित्र नदियों में से एक है यमुना के उद्गम स्थली यमुनोत्री है यमुना सूर्य और छाया की पुत्री है और मौत के देवता यमराज की बहन है यमुना को यमराज का वरदान है जो व्यक्ति यमुना स्नान करता है उसे मृत्यु का भय नहीं रहता और अकाल मृत्यु का संकट हट जाता है.
हिंदू धर्म में गंगा को ज्ञान की देवी और यमुना को भक्ति का सागर माना गया है कथा के अनुसार यमराज ने यमुना से यह वरदान लिया है कि जो भी व्यक्ति यमुना स्नान करेगा उसे यमलोक नहीं जाना पड़ेगा
पोंटा साहिब हिमाचल से आई ममता व उनका परिवार यमुना नदी स्नान कर बताया कि कार्तिक माह में जो भी लोग स्नान करने आते हैं उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं वह अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है.
जौनसार बावर की प्यारो देवी बताती है कि यमुना नदी में स्नान करने से संपूर्ण शरीर पवित्र हो जाता है वह कष्ट दूर हो जाते हैं
सुनीता ने बताया कि कार्तिक माह मैं यमुना नदी में स्नान करने से सभी कष्ट दूर होते हैं वह यमुना की निर्मल धारा से मानव शरीर पूर्णता पवित्र हो जाता है .


Conclusion:हरिपुर स्थित मंदिर के आचार्य विजेंद्र डंगवाल ने बताया कि यमुना सूर्य पुत्री है सूर्य लोक से शुरू हुआ और उनके भाई यमराज ने उन्हें मनाया था उसी दिन से भैया दूज का पर्व कार्तिक मास से शुरू हुआ है यमुना स्नान का इसमें बहुत ही बड़ा महत्व है यमुना स्नान से अकाल मृत्यु का हरण करती है सारे पापों को नष्ट करती है कहा कि पृथ्वी लोक में यमुना का बड़ा महत्व है पुण्य फल की प्राप्ति होती है कितना महत्व गंगा मैया का है उतना ही महत्व यमुना मैया का भी माना जाता है
बाइट _विजेंद्र डंगवाल _आचार्य हरिपुर मंदिर
बाइट _प्यारो _श्रद्धालु जौनसार बावर
बाइट _ममता _श्रद्धालु पोंटा साहिब _हिमाचल प्रदेश
वक्त रूप
Last Updated : Nov 11, 2019, 4:15 AM IST
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