देहरादूनः देश के जाने माने ओलंपियन रेसलर साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने दिल्ली में धरना देते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. खिलाड़ियों ने डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पर यौन शोषण करने का गंभीर आरोप लगाए हैं. इस समय यह मामला सुर्खियों में है. जिस पर उत्तराखंड के खेल मंत्री रेखा आर्य ने भी अपना बयान दिया है. उनका कहना है कि इस तरह की घटना खेल और समाज के ठीक नहीं है.
देश के कई चैंपियन पहलवान दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं. उन्होंने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका आरोप है कि कोच महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं. फेडरेशन के चहेते कुछ कोच महिला कोचों के साथ भी बदसलूकी और अध्यक्ष की ओर से लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. जिसके बाद से ही देशभर में यह मामला चर्चाओं का विषय बना हुआ है.
वहीं, उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है. यौन उत्पीड़न या यौन संबंधित कोई भी घटना किसी बच्ची या फिर महिला के साथ घटित होती है तो यह समाज के लिए अच्छा नहीं है. साथ ही खेल के परिदृश्य से भी अच्छा नहीं है. हालांकि, यह पूरा मामला जांच का विषय है. केंद्रीय खेल मंत्री के संज्ञान में भी यह मामला आ गया होगा. लिहाजा, खेल के परिदृश्य और आगे कोई ऐसा अपराध न हो, इस संबंध में सरकार कड़ा संदेश देगी.
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने संज्ञान में लिया है. साथ ही अगले 72 घंटे में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को रिपोर्ट देने के लिए कहा है. वहीं, दूसरी तरफ खिलाड़ियों की तरफ से लगातार अध्यक्ष पद से बृज भूषण सिंह को हटाने की मांग की जा रही है. साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट, अंशु मलिक, बजरंग पूनिया, सत्यव्रत कादयान समेत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को रिप्रेजेंट करने वाले कई खिलाड़ी डब्ल्यूएफआई की मनमानी नीतियों और बृज भूषण सिंह के खिलाफ धरने पर डटे हैं.
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