देहरादून: जुलाई महीने से हज यात्रा शुरू हो रही है. जिसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 मार्च है. आप हज कमेटी ऑफ इंडिया मुंबई की वेबसाइट www.hajcommittee.gov.in पर ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. इस बार खास बात है कि पहली बार महिलाओं को बिना मेहरम (पुरुष रिश्तेदार) के भी हज यात्रा पर जाने की अनुमति दी गई है. आवेदन शुल्क को भी इस बार शून्य कर दिया गया है. जबकि पहले 300 रुपए आवेदन शुल्क देना पड़ता था.
उत्तराखंड राज्य हज समिति के अध्यक्ष खतीब अहमद ने बताया हज यात्रा को लेकर आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. जो भी हज यात्रा पर जाना चाहते हैं, वह 10 मार्च से पहले आवेदन कर सकते हैं. इस बार उत्तराखंड के 1500 लोगों को हज यात्रा कराए जाने की मांग हज कमेटी से की गई है.
वैश्विक महामारी कोरोना के चलते साल 2020 और 2021 में हज यात्रा बाधित रही थी. इसके साथ ही साल 2022 में हज यात्रा हुई, लेकिन संख्या कम थी. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार हज यात्रा करने वाले लोगों के आवेदनों की संख्या काफी अधिक रहने वाली है. यही वजह है कि उत्तराखंड राज्य हज समिति ने भारत सरकार से उत्तराखंड का कोटा बढ़ाए जाने की मांग की है. ताकि इस बार 1500 लोगों को हज यात्रा पर भेजा जा सके.
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उत्तराखंड राज्य हज समिति के अध्यक्ष ने बताया इस बार महिलाओं के लिए भी विशेष प्रावधान किया गया है. जिसके तहत 45 साल से अधिक उम्र की महिला ग्रुप बनाकर बिना मेहरम के भी हज यात्रा पर जा सकेंगी. इसके साथ ही इस बार हज यात्रा के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं रखी गई है. जबकि कोविड काल के समय हज यात्रा के लिए अधिकतम उम्र 65 साल रखी गई थी.
इस बार हज यात्रा में होने वाले वीआईपी कोटा को भी समाप्त कर दिया गया है. लिहाजा इस बार वीआईपी कोटे के तहत कोई भी हज यात्रा नहीं कर पाएगा. जिससे हज यात्रियों के ऊपर इस बार थोड़ी कम भार पड़ने की भी उम्मीद है. हज यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति करीब चार से साढ़े चार लाख रुपए का खर्च आता है.