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उत्तराखंड में नशा मुक्ति केंद्रों की नहीं चलेगी मनमानी, अनिवार्य हुआ रजिस्ट्रेशन करवाना

De addiction Center Uttarakhand उत्तराखंड में नशे की लत को कम करने और नशा छुड़ाने के लिए तमाम नशा मुक्ति केन्द्र खुले हैं, जिन्हें अब मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के तहत रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है. पढ़ें पूरी खबर..

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 3, 2023, 4:10 PM IST

देहरादून: पिछले तीन सालों में नशा मुक्ति केंद्रों में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं. जिसमें देखा गया है कि बीते लंबे समय से प्रदेशभर में संचालित हो रहे नशा मुक्ति केंद्रों ने अब तक ना रजिस्ट्रेशन करवाया है और ना ही मानकों पर खरे उतरे हैं. ऐसे में अब प्रदेशभर में संचालित हो रहे तमाम नशा मुक्ति केंद्रों को मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के तहत रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा.

प्रदेश में करीब 100 से अधिक नशा मुक्ति केंद्र संचालित: बता दें कि देहरादून के नशा मुक्ति केंद्र में एक युवक की दर्दनाक मौत हो चुकी है. जिसके बाद कहा जा रहा है कि नशा मुक्ति केंद्र यातना गृह से कम नहीं है. जानकारी के मुताबिक प्रदेश भर में करीब 100 से अधिक नशा मुक्ति केंद्र संचालित हो रहे हैं, लेकिन इनमे से ज्यादातर के पास स्टाफ की कमी है. एक कमरे में कितने लोग रखे जा सकते हैं , इसके बारे में भी कोई नियम नहीं है.

प्रदेशभर में मौजूदा समय में 100 से ज्यादा नशा मुक्ति केंद्र संचालित हो रहे हैं, लेकिन पिछले लंबे समय से नशा मुक्ति केंद्रों को लेकर तमाम शिकायतें सामने आ रही थी और लगातार भारी अनियमिताएं भी देखने को मिल रही थी. इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि नशा मुक्ति केंद्र संचालक पहले अपने केंद्र का रजिस्ट्रेशन समाज कल्याण विभाग से करते थे. जिसके बाद वह अपने केंद्र में अपनी मनमानी करते थे, लेकिन अब नशा मुक्ति केंद्रों की मॉनिटरिंग स्वास्थ्य विभाग कर रहा है और नशा मुक्ति केंद्र संचालकों को स्वास्थ्य विभाग में ही अब रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा. वहीं, भारी अनियमितताओं को देखते हुए नशा मुक्ति केंद्रों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है.


नशा मुक्ति केंद्रों की घटनाएं

1. 24 अक्टूबर 2021 को रिस्पना पुल के पास लाइफ केयर फाउंडेशन रिहैब सेंटर में भर्ती युवक की तबीयत खराब होने के बाद उसकी मौत हो गई थी. मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था और उसके बाद 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया.

2. 5 अगस्त 2021 को क्लेमेंट टाउन में प्रकृति विहार स्थित नशा मुक्ति केंद्र के संचालक पर केंद्र में भर्ती युवती के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा था.

3. 23 अगस्त 2021 को वसंत विहार स्थित जीवन परिवर्तन नशा मुक्ति केंद्र से 12 युवक भाग गए थे.

4. 17 सितंबर 2022 में राजपुर थाना क्षेत्र के 20 गांव में जागृति फाउंडेशन नशा मुक्ति केंद्र में एक मरीज की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी.
5. 12 अक्टूबर 2022 को वसंत विहार क्षेत्र में संचालित नशा मुक्ति केंद्र से 8 से 10 लोग भाग गए थे.

6. 20 मार्च 2023 को बड़ों वाला स्थित नया सबेरा नशा मुक्ति केंद्र में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी. जिससे संचालकों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था.

7. 11 अप्रैल 2023 को चंद्रमणी स्थित नशा मुक्ति केंद्र में एक युवक की मौत होने के बाद शव को परिजनों के घर के बाहर फेंका गया था. मामले में नशा मुक्ति केंद्र संचालक सहित 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.

ये भी पढ़ें: नशा मुक्ति केंद्र रेप केस: CCTV फुटेज से मिले अहम सुराग, एक नंबर पर पुलिस की टिकी निगाहें

मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के नोडल अधिकारी मयंक बडोला ने कहा कि प्रदेशभर में संचालित हो रहे नशा मुक्ति केंद्रों को 14 दिसंबर तक रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा. उन्होंने कहा कि बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे नशा मुक्ति केंद्रों पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.

लक्सर में चौपाल कार्यक्रम आयोजित: लक्सर में नशा मुक्त देवभूमि अभियान के तहत लादपुर गांव में चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में ग्रामीणों को नशे के प्रति जागरूक किया गया और उन्हें नशे से होने वाले नुकसान की जानकारी दी गई. साथ ही नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड : नशा मुक्ति केंद्र से भागे 12 युवक, लड़कियों ने बताई थी दर्दनाक कहानी

देहरादून: पिछले तीन सालों में नशा मुक्ति केंद्रों में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं. जिसमें देखा गया है कि बीते लंबे समय से प्रदेशभर में संचालित हो रहे नशा मुक्ति केंद्रों ने अब तक ना रजिस्ट्रेशन करवाया है और ना ही मानकों पर खरे उतरे हैं. ऐसे में अब प्रदेशभर में संचालित हो रहे तमाम नशा मुक्ति केंद्रों को मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के तहत रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा.

प्रदेश में करीब 100 से अधिक नशा मुक्ति केंद्र संचालित: बता दें कि देहरादून के नशा मुक्ति केंद्र में एक युवक की दर्दनाक मौत हो चुकी है. जिसके बाद कहा जा रहा है कि नशा मुक्ति केंद्र यातना गृह से कम नहीं है. जानकारी के मुताबिक प्रदेश भर में करीब 100 से अधिक नशा मुक्ति केंद्र संचालित हो रहे हैं, लेकिन इनमे से ज्यादातर के पास स्टाफ की कमी है. एक कमरे में कितने लोग रखे जा सकते हैं , इसके बारे में भी कोई नियम नहीं है.

प्रदेशभर में मौजूदा समय में 100 से ज्यादा नशा मुक्ति केंद्र संचालित हो रहे हैं, लेकिन पिछले लंबे समय से नशा मुक्ति केंद्रों को लेकर तमाम शिकायतें सामने आ रही थी और लगातार भारी अनियमिताएं भी देखने को मिल रही थी. इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि नशा मुक्ति केंद्र संचालक पहले अपने केंद्र का रजिस्ट्रेशन समाज कल्याण विभाग से करते थे. जिसके बाद वह अपने केंद्र में अपनी मनमानी करते थे, लेकिन अब नशा मुक्ति केंद्रों की मॉनिटरिंग स्वास्थ्य विभाग कर रहा है और नशा मुक्ति केंद्र संचालकों को स्वास्थ्य विभाग में ही अब रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा. वहीं, भारी अनियमितताओं को देखते हुए नशा मुक्ति केंद्रों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है.


नशा मुक्ति केंद्रों की घटनाएं

1. 24 अक्टूबर 2021 को रिस्पना पुल के पास लाइफ केयर फाउंडेशन रिहैब सेंटर में भर्ती युवक की तबीयत खराब होने के बाद उसकी मौत हो गई थी. मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था और उसके बाद 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया.

2. 5 अगस्त 2021 को क्लेमेंट टाउन में प्रकृति विहार स्थित नशा मुक्ति केंद्र के संचालक पर केंद्र में भर्ती युवती के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा था.

3. 23 अगस्त 2021 को वसंत विहार स्थित जीवन परिवर्तन नशा मुक्ति केंद्र से 12 युवक भाग गए थे.

4. 17 सितंबर 2022 में राजपुर थाना क्षेत्र के 20 गांव में जागृति फाउंडेशन नशा मुक्ति केंद्र में एक मरीज की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी.
5. 12 अक्टूबर 2022 को वसंत विहार क्षेत्र में संचालित नशा मुक्ति केंद्र से 8 से 10 लोग भाग गए थे.

6. 20 मार्च 2023 को बड़ों वाला स्थित नया सबेरा नशा मुक्ति केंद्र में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी. जिससे संचालकों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था.

7. 11 अप्रैल 2023 को चंद्रमणी स्थित नशा मुक्ति केंद्र में एक युवक की मौत होने के बाद शव को परिजनों के घर के बाहर फेंका गया था. मामले में नशा मुक्ति केंद्र संचालक सहित 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.

ये भी पढ़ें: नशा मुक्ति केंद्र रेप केस: CCTV फुटेज से मिले अहम सुराग, एक नंबर पर पुलिस की टिकी निगाहें

मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के नोडल अधिकारी मयंक बडोला ने कहा कि प्रदेशभर में संचालित हो रहे नशा मुक्ति केंद्रों को 14 दिसंबर तक रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा. उन्होंने कहा कि बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे नशा मुक्ति केंद्रों पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.

लक्सर में चौपाल कार्यक्रम आयोजित: लक्सर में नशा मुक्त देवभूमि अभियान के तहत लादपुर गांव में चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में ग्रामीणों को नशे के प्रति जागरूक किया गया और उन्हें नशे से होने वाले नुकसान की जानकारी दी गई. साथ ही नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई.

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