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उत्तराखंड पुलिस ने 10 महीनों में वसूला रिकॉर्ड जुर्माना, सड़क हादसों में भी दर्ज हुई गिरावट

साल 2020 में कोरोना काल में पिछले वर्षों की तुलना इस साल चालान भले ही 50 फीसदी से कम हुए. लेकिन नए संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट तहत पिछले 10 महीनों में 26 करोड़ रुपये से अधिक जुर्माना वसूला गया.

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10 महीनों में हुआ रिकार्ड तोड़ वसूली
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Published : Nov 28, 2020, 5:31 PM IST

देहरादून: प्रदेश में हर साल औसतन एक हजार से अधिक लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा देते हैं. यानी प्रतिदिन तीन से ज्यादा मौतें सड़क हादसों में होती हैं. यह आंकड़ा वर्ष दर वर्ष बढ़ता जा रहा हैं.लेकिन 2020 कोरोना काल में सबसे राहत भरी बात यह रही है कि, विगत वर्षों की तुलना इस वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 40 फीसदी की भारी कमी देखी गई. लॉकडाउन के दौरान जहां आवाजाही में भारी अंकुश के चलते हादसों का आंकड़ा सबसे न्यूनतम की ओर गया तो, वहीं अनलॉक के दौर में फिर से सड़क हादसों ने रफ्तार पकड़ी हैं. आंकड़े बताते हैं कि किस तरह से 2020 जनवरी से लेकर अक्टूबर तक कोरोना के चलते लॉकडाउन और अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान सड़क हादसों में थोड़ी कम जरूर आई है. देखिए आंकड़े-

जनवरी 2020 से अक्टूबर 2020 तक जिलेवार सड़क हादसों पर एक नजर

क्रमांकजिलासड़क हादसों की संख्यामृतकों की संख्याघायलों की संख्या
1उत्तरकाशी142816
2टिहरी365438
3चमोली161014
4रुद्रप्रयाग 050607
5पौड़ी गढ़वाल201134
6देहरादून19187156
7हरिद्वार 166106177
8नैनीताल 1055494
9उधम सिंह नगर 225156133
10अल्मोड़ा010001
11बागेश्वर020002
12पिथौरागढ़100518
13चंपावत050208


पढ़ें-उत्तराखंड: लॉकडाउन में थमने के बाद फिर बढ़ने लगी हादसों की रफ्तार, आंकड़े कर रहे तस्दीक

जनवरी 2020 से 31 अक्टूबर 2020 तक उत्तराखंड में कुल 796 सड़क हादसे हो चुके हैं, जिसमें 519 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 638 लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं.

पिछले तीन सालों की तुलना चालान कार्रवाई आधी, लेकिन जुर्माना धनराशि अब तक रिकॉर्ड स्तर पर

वहीं, दूसरी तरफ साल 2020 में कोरोना काल में पिछले वर्षों की तुलना इस साल चालान की संख्या भले ही 50 फ़ीसदी से कम हो, लेकिन नए संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट अंतर्गत जुर्माना वसूलने की धनराशि अब तक के सबसे बड़े रिकॉर्ड स्तर पर 26 करोड़ रुपये से अधिक पिछले 10 महीनों में हो चुकी हैं. हालांकि, अभी नवंबर और दिसंबर दो महीनों का आंकड़ा आना बाकी हैं. यानी नए संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट के तहत ट्रैफिक के सभी तरह के उल्लंघन मामले में जुर्माना राशि कई गुना बढ़ने से चालान वसूली से सरकारी राजस्व भी बढ़ा.

उत्तराखंड में मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत की गई कार्रवाई का पिछले 4 वर्षों के तुलनात्मक आंकड़े (इस वर्ष का जनवरी से अक्टूबर 2020 तक)

क्रमांक साल कुल चालान की संख्या वसूली गई धनराशि
120178 लाख 18 हजार 11 करोड़ 13 लाख रुपये
220189 लाख 4814 करोड़ 34 लाख रुपये
320199 लाख 95 हजार15 करोड़ 70 लाख रुपये
420204 लाख 86 हज़ार 461( 1जनवरी से 31 अक्टूबर माह तक)26 करोड़ 42 लाख से अधिक रुपये


नए संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट के तहत उत्तराखंड के इन जिलों में जनवरी से 31 अक्टूबर 2020 तक सबसे अधिक चालान काटकर वसूली की गई है.

देहरादून: प्रदेश में हर साल औसतन एक हजार से अधिक लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा देते हैं. यानी प्रतिदिन तीन से ज्यादा मौतें सड़क हादसों में होती हैं. यह आंकड़ा वर्ष दर वर्ष बढ़ता जा रहा हैं.लेकिन 2020 कोरोना काल में सबसे राहत भरी बात यह रही है कि, विगत वर्षों की तुलना इस वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 40 फीसदी की भारी कमी देखी गई. लॉकडाउन के दौरान जहां आवाजाही में भारी अंकुश के चलते हादसों का आंकड़ा सबसे न्यूनतम की ओर गया तो, वहीं अनलॉक के दौर में फिर से सड़क हादसों ने रफ्तार पकड़ी हैं. आंकड़े बताते हैं कि किस तरह से 2020 जनवरी से लेकर अक्टूबर तक कोरोना के चलते लॉकडाउन और अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान सड़क हादसों में थोड़ी कम जरूर आई है. देखिए आंकड़े-

जनवरी 2020 से अक्टूबर 2020 तक जिलेवार सड़क हादसों पर एक नजर

क्रमांकजिलासड़क हादसों की संख्यामृतकों की संख्याघायलों की संख्या
1उत्तरकाशी142816
2टिहरी365438
3चमोली161014
4रुद्रप्रयाग 050607
5पौड़ी गढ़वाल201134
6देहरादून19187156
7हरिद्वार 166106177
8नैनीताल 1055494
9उधम सिंह नगर 225156133
10अल्मोड़ा010001
11बागेश्वर020002
12पिथौरागढ़100518
13चंपावत050208


पढ़ें-उत्तराखंड: लॉकडाउन में थमने के बाद फिर बढ़ने लगी हादसों की रफ्तार, आंकड़े कर रहे तस्दीक

जनवरी 2020 से 31 अक्टूबर 2020 तक उत्तराखंड में कुल 796 सड़क हादसे हो चुके हैं, जिसमें 519 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 638 लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं.

पिछले तीन सालों की तुलना चालान कार्रवाई आधी, लेकिन जुर्माना धनराशि अब तक रिकॉर्ड स्तर पर

वहीं, दूसरी तरफ साल 2020 में कोरोना काल में पिछले वर्षों की तुलना इस साल चालान की संख्या भले ही 50 फ़ीसदी से कम हो, लेकिन नए संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट अंतर्गत जुर्माना वसूलने की धनराशि अब तक के सबसे बड़े रिकॉर्ड स्तर पर 26 करोड़ रुपये से अधिक पिछले 10 महीनों में हो चुकी हैं. हालांकि, अभी नवंबर और दिसंबर दो महीनों का आंकड़ा आना बाकी हैं. यानी नए संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट के तहत ट्रैफिक के सभी तरह के उल्लंघन मामले में जुर्माना राशि कई गुना बढ़ने से चालान वसूली से सरकारी राजस्व भी बढ़ा.

उत्तराखंड में मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत की गई कार्रवाई का पिछले 4 वर्षों के तुलनात्मक आंकड़े (इस वर्ष का जनवरी से अक्टूबर 2020 तक)

क्रमांक साल कुल चालान की संख्या वसूली गई धनराशि
120178 लाख 18 हजार 11 करोड़ 13 लाख रुपये
220189 लाख 4814 करोड़ 34 लाख रुपये
320199 लाख 95 हजार15 करोड़ 70 लाख रुपये
420204 लाख 86 हज़ार 461( 1जनवरी से 31 अक्टूबर माह तक)26 करोड़ 42 लाख से अधिक रुपये


नए संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट के तहत उत्तराखंड के इन जिलों में जनवरी से 31 अक्टूबर 2020 तक सबसे अधिक चालान काटकर वसूली की गई है.

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