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REALITY CHECK: दो पहिया वाहन चालक नियमों को बता रहे धता, खास रिपोर्ट

देहरादून में दो पहिया वाहन चालक और सवार के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया था. लेकिन बावजूद इसके प्रशासन इस फरमान की तामील कराने में नाकाम साबित हो रहा है.

दो पहिया वाहन चालक
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Published : Aug 31, 2019, 3:16 PM IST

देहरादूनः नगर में बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए पिछले साल उच्च न्यायालय के आदेश के बाद 10 अगस्त से सूबे की राजधानी देहरादून में दो पहिया वाहन चालक और सवार के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया था. लेकिन बावजूद इसके प्रशासन इस फरमान की तामील कराने में नाकाम साबित हो रहा है... देखिए खास रिपोर्ट

ईटीवी भारत का Reality Check.

हेलमेट के इस्तेमाल और हेलमेट न पहनने को लेकर ईटीवी भारत ने राजधानी देहरादून के कुछ मुख्य चौराहों का रियलिटी चेक किया. इस दौरान लोगों के हेलमेट न पहनने को लेकर कई बहाने सुनने को मिले.

बता दें कि इंडियन हेड इंजरी फाउंडेशन के एक सर्वे के अनुसार देश में हर रोज सड़क हादसों में 350 से 400 लोगों की मौत हो जाती है. इसमें तकरीबन 90 प्रतिशत मौतें हेड इंजरी के कारण होती है. जिसकी मुख्य वजह दो पहिया सवारों का हेलमेट न पहनना होता है.

इन्हीं सब सर्वे को ध्यान में रखते हुए उच्च न्यायालय ने मोटर व्हीकल एक्ट के तहत दोपहिया वाहन चालक और सवार के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य किया है. जहां अभी तक हेलेमेट न पहनने पर 100 रुपए का जुर्माना वसूला जाता था. वहीं, सरकार ने जुर्माने की राशि को बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया गया है.

वहीं, इस मामले में एसपी ट्रैफिक देहरादून प्रकाश चंद्र का कहना है कि राजधानी में पिछले साल की तरह अब एक बार फिर हेलमेट को लेकर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाएगा. साथ ही पुलिस महकमे की तरफ से लोगों को जागरूक भी किया जाएगा. ताकि सड़क दुर्घटनाओं में जनहानि को रोका जा सके.

देहरादूनः नगर में बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए पिछले साल उच्च न्यायालय के आदेश के बाद 10 अगस्त से सूबे की राजधानी देहरादून में दो पहिया वाहन चालक और सवार के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया था. लेकिन बावजूद इसके प्रशासन इस फरमान की तामील कराने में नाकाम साबित हो रहा है... देखिए खास रिपोर्ट

ईटीवी भारत का Reality Check.

हेलमेट के इस्तेमाल और हेलमेट न पहनने को लेकर ईटीवी भारत ने राजधानी देहरादून के कुछ मुख्य चौराहों का रियलिटी चेक किया. इस दौरान लोगों के हेलमेट न पहनने को लेकर कई बहाने सुनने को मिले.

बता दें कि इंडियन हेड इंजरी फाउंडेशन के एक सर्वे के अनुसार देश में हर रोज सड़क हादसों में 350 से 400 लोगों की मौत हो जाती है. इसमें तकरीबन 90 प्रतिशत मौतें हेड इंजरी के कारण होती है. जिसकी मुख्य वजह दो पहिया सवारों का हेलमेट न पहनना होता है.

इन्हीं सब सर्वे को ध्यान में रखते हुए उच्च न्यायालय ने मोटर व्हीकल एक्ट के तहत दोपहिया वाहन चालक और सवार के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य किया है. जहां अभी तक हेलेमेट न पहनने पर 100 रुपए का जुर्माना वसूला जाता था. वहीं, सरकार ने जुर्माने की राशि को बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया गया है.

वहीं, इस मामले में एसपी ट्रैफिक देहरादून प्रकाश चंद्र का कहना है कि राजधानी में पिछले साल की तरह अब एक बार फिर हेलमेट को लेकर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाएगा. साथ ही पुलिस महकमे की तरफ से लोगों को जागरूक भी किया जाएगा. ताकि सड़क दुर्घटनाओं में जनहानि को रोका जा सके.

Intro:Desk please Note -
This is a Reality check - special Story

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uk_deh_01_helmet_issue_vis_byte_7201636

देहरादून- बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए पिछले साल उच्च न्यायलय के आदेश के बाद 10 अगस्त से सूबे की राजधानी देहरादून में दो पहियाँ वाहन सवार दोनों सवारियों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया था । लेकिन वर्तमान में एक बार फिर लोगो ने हेलमेट से दूरियां बनानी शुरू कर दी है । गौरतलब है कि शहर में दो पहियाँ वाहन सवार पहली सवारी तो काफी हद तक हेलमेट का इस्तमाल कर रही है । लेकिन आज भी स्कूटी या बाइक सवार पिछली सवारी को आप न के बराबर हेलमेट पहने देख सकते हैं ।

हेलमेट के इस्तमाल और हेलमेट न पहनने को लेकर ईटीवी भारत ने राजधानी देहरादून के कुछ मुख्य चौराहों पर पहुंच रियलिटी चेक किया । इस दौरान हेलमेट न पहनने को लेकर हमे लोगो से कई अजीबोगरीब तर्क और बहाने सुनने को मिले।

गौरतलब है कि इस रियलिटी चेक के दौरान जो सबसे अजीब तर्क हमे सुनने को मिला वह था कि 'पैसा बहुत है , पुलिस को काट लेने दो चालान ' । कहीं न कहीं इस तर्क से इस बात का अंदाज़ा बखूबी लगाया जा सकता है कि लोगो में पुलिस का कितना खौफ है ।

वहीं इस दौरान हेलमेट न पहनने को लेकर जब हमने कुछ औऱ दो पहियां वाहन सवार पिछली सवारियों से बात कि तो सभी के पास कुछ न कुछ बहाने जरूर थे । जहां कुछ लोगो को हेलमेट पहनने से सर में खुजली बच जाती है , वहीं कुछ और दिनों पहनते हैं पर आज पहनना भूल गए । यही नही कुछ हेलमेट न पहनने के पीछे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का हवाला देते भी नज़र आए ।



Body:आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंडियन हेड इंजरी फाउंडेशन के एक सर्वे के अनुसार देश में हर रोज सड़क हादसों में 350 से 400 लोगों की मौत हो जाती है । इसमें तकरीबन 90% मौते सर में गहरी चौट लगने की वजह से दो पहिया वाहन सवारों की होती है । यही कारण है कि मोटर वेहक़ील एक्ट के तहत दोपहिया वाहन सवार दोनों स्वरियों के लिए हेलमेट अनिवार्य किया गया है । जहां अब तक हेलेमेट न पहनने पर 100 रुपए का जुर्माना वसूला जाता था । वहीं अब जुर्माने की राशि को बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया गया है ।


Conclusion:वहीं दो पहिया वाहन सवार दोनों सवारियों के लिए हेलमेट की अनिवार्यता के सम्बंध में जब हमने एसपी ट्रैफिक देहरादून प्रकाश चंद्र से बात कि तो उनका कहना था कि राजधानी में पिछले साल की तरह अब एक बार फिर हेलमेट को लेकर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाएगा । इस दौरान पुलिस महकमे की तरफ से लोगो को जागरूक भी किया जाएगा ।

बाइट - प्रकाश चंद्र एसपी ट्रैफिक देहरादून

बरहाल इस पूरे मामले में पुलिस के साथ-साथ आम जनता को भी गंभीर होने की जरूरत है । जहां आम जनता तो हेलमेट को एक बोझ की जगह अपने सुरक्षा कवच के तौर पर देखने की जरूरत है। वही दूसरी तरफ पुलिस महकमे को भी शक्ति के साथ इसका पालन करवाना होगा । क्योंकि यहां बात किसी एक व्यक्ति कि सुरक्षा से जुड़ी नही बल्कि कइयों की सुरक्षा की है ।
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