देहरादून: रक्षाबंधन के मौके पर देश की सरहदों पर तैनात सैनिकों के लिए संस्कार परिवार की ओर से गुरुवार को बाई पोस्ट राखियां भेजी गई हैं. हालांकि, कोरोना महामारी में इस वर्ष संस्था से जुड़ी महिलाएं बीते वर्ष की तरह वीर सैनिकों की कलाइयों में राखी बांधने से महरूम हो गई हैं, मगर प्रतीक के रूप में महिलाओं ने इस बार 101 राखियां सरहदों पर तैनात वीर सैनिकों के लिए भेजी है.
वहीं, संस्कार परिवार से जुड़े आचार्य विपिन जोशी ने कहा कि संस्था की ओर से सैनिकों के लिए आज प्रतीक स्वरूप राखियां भेजी हैं. बीते वर्ष जहां देहरादून की बहनें अपने वीर सैनिक भाइयों के लिए पांच हजार राखियां भेजती थी, और खुद सेना, अर्ध सैनिक बलों और पुलिस के जवानों को पहनाती थीं, लेकिन परंपरा ना टूटे, इसलिए इस वर्ष कोरोना महामारी की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए 101 राखियां सरहदों पर तैनात सैनिकों के लिए भेजी गई हैं, इनमें से दो राखियां मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के लिए भी मंदिर के शिलान्यास की खुशी में भेजी गई हैं, जिसमें एक राखी राज्य पुष्प ब्रह्मकमल को ध्यान में रखते पर बनाई गई है और दूसरी राखी में भगवान श्रीराम का प्रस्तावित मंदिर और उनकी दिव्य झांकी दर्शाई गई है.
उन्होंने बताया कि इसके अलावा महिलाओं द्वारा तैयार की गई राखियां देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत समेत तीनों सेना के सेनाध्यक्षों को भेजी गई हैं. बता दें कि संस्कार परिवार की ओर से तैयार की गई राखियां समृद्धि का प्रतीक अनाज से तैयार की गई हैं, इसके अलावा संस्था की महिलाओं ने पांच राफेल विमानों को इंगित करते हुए भी राखियां भेजी हैं.