देहरादून: उत्तराखंड चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति ने चिन्हीकरण को लेकर सरकार की चुप्पी से नाराज होकर अपनी लड़ाई तेज करने का ऐलान किया है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चिन्हित राज्य आंदोलनकारियों ने श्रद्धांजलि बैठक करके राज्य आंदोलनकारी नंदन सिंह रावत को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की.
श्रद्धांजलि बैठक में राज्य के तमाम आंदोलनकारी नेताओं के अलावा दिल्ली, फरीदाबाद, साहिबाबाद, गाजियाबाद और मुंबई समेत अनेक शहरों से राज्य आंदोलनकारियों ने भाग लिया. इस दौरान राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि बीते तीन सालों से राज्य सरकार एक भी आंदोलनकारी का चिन्हीकरण नहीं कर पाई है. वहीं चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि राज्य निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आंदोलनकारियों की मांगों को भाजपा सरकार सुनने को तैयार नहीं है. इसलिए अब उनके द्वारा 18 जुलाई, तीन अगस्त और 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर तीन चरणों में कार्यक्रम तैयार किए गए हैं. उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों से आह्वान करते हुए कहा कि सभी आंदोलनकारी गांधीवादी सत्याग्रह में शामिल होकर मांगों के प्रति सरकार को बाध्य करें.
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बता दें कि, चिन्हित राज्य आंदोलनकारियों ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक श्रद्धांजलि बैठक करके शीर्ष राज्य निर्माण आंदोलनकारी नंदन सिंह रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान आंदोलनकारियों ने चिन्हीकरण की प्रक्रिया शुरू न होने से नाराज होकर सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश जताया.