देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले देहरादून जिले की रायपुर विधानसभा सीट ने बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. यहां बीजेपी विधायक और पार्टी कार्यकर्ताओं में ठनी हुई है. मामला प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक तक पहुंच गया है. सोमवार को रायपुर से बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ ने प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से करीब एक घंटे तक मुलाकात की.
देहरादून जिले की रायपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी की मुश्किलें गैरों ने नहीं बल्कि अपनों ने ही बढ़ा दी है. यहां अपने ही लोग बीजेपी की नैया डुबाने में लगे हुए हैं. इस सीट पर बीजेपी को विपक्ष के ज्यादा अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से ही खतरा बना हुआ है.
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दरअसल, रविवार को रायपुर विधानसभा सीट में बीजेपी के करीब 300 कार्यकर्ताओं ने अपने ही विधायक उमेश शर्मा काऊ के विरोध में पंचायत की थी. इस पंचायत की वजह से बीजेपी काफी असजह दिख रही है. वहीं इस मसले पर सोमवार को विधायक उमेश शर्मा की प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से करीब एक घंटे तक बातचीत हुई है. बैठक के बाद जब विधायक काऊ बाहर आए तो उन्होंने मीडिया से दूरी ही बनाए रखी है. वे मीडिया के सवालों पर कुछ खास नहीं बोले.
उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि उनकी विधानसभा सीट में जो लोग उनके पुतले फूंक रहे हैं, वे उनकी विधानसभा सीट के कार्यकर्ता नहीं हैं. जिन लोगों ने उनके खिलाफ पंचायत की थी, उनमें भी अधिकाश लोग बाहर के ही थे. बंद कमरे में करीब एक घंटे तक दोनों के बीच क्या बातचीत हुई, इस पर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी कुछ खोल नहीं बोले. वे बस इतना बोलकर निकल गए कि मामले की जांच चल रही है. मामले की जांच संगठन महामंत्री कुलदीप कुमार कर रहे हैं. जल्द ही इस समस्या का सामाधान निकाल लिया जाएगा. मदन कौशिक की बातों से इतना तो साफ हो गया है कि रायपुर विधानसभा सीट ने पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है.
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रायपुर विधानसभा सीट पर जिस तरह से बीजेपी कार्यकर्ता अपनी ही पार्टी के विधायक का विरोध कर रहे हैं, वो बीजेपी के लिए घातक साबित हो सकता है. इस पर जब रायपुर विधानसभा सीट के प्रभारी भाजपा नेता अनिल गोयल से बात की तो उन्होंने कहा कि रविवार शाम को जो पंचायत हुई थी, वो पार्टी की तरफ से नहीं थी. उन्होंने इस पंचायत को कुछ लोगों का निजी कार्यक्रम बताया. साथ ही कहा कि पार्टी के संज्ञान में पूरा मामला है.
रायपुर विधानसभा सीट में बीजेपी कार्यकर्ताओं का अपनी ही पार्टी के विधायक के खिलाफ हल्ला बोल का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी विधायक काऊ हाईकमान के सामने इन कार्यकर्ताओं की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब मामला हाथ से निकल गया है. रायपुर विधानसभा सीट में बीजेपी एकजुट होने के बजाए बिखरती जा रही है.