देहरादून: उत्तराखंड में बाढ़ और आपदाओं को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने अग्निपथ योजना के विरोध में होने जा रही पदयात्रा को सितंबर में शुरू करने का लिया फैसला लिया है. इसके लिए कांग्रेस में मैराथन बैठकों का दौर जारी है. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने सभी वरिष्ठ नेताओं, जिला अध्यक्षों, एआईसीसी के सदस्य, पीसीसी सदस्य और कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने बताया जिस तरह अग्निपथ योजना को युवाओं के ऊपर थोपा गया है उससे बेरोजगार नौजवान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. दूसरी ओर पहाड़ की बेटी अंकिता भंडारी प्रकरण में लगातार सरकार और पुलिस प्रशासन द्वारा लीपापोती की जा रही है. जनता जानना चाहती है कि इस मामले में वीआईपी कौन है. उन्होंने कहा राज्य में महिला अपराधों की बाढ़ आई हुई है. बेरोजगारों के ऊपर सरकार लाठी-डंडे चला रही है. उन्होंने कहा जनता के मुद्दों पर सरकार मौन साधे हुए है. माहरा ने कहा इन्हीं सब मुद्दों को लेकर केंद्रीय नेतृत्व से पदयात्रा के माध्यम से जनता से जुड़ने का आदेश मिला है.
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उन्होंने बताया पदयात्रा सभी विधानसभाओं से होकर गुजरेगी. इस यात्रा में बड़े पैमाने पर जनता से जुड़ने और संवाद करने के कार्यक्रम चलाए जाएंगे. पदयात्रा में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल होंगे. यात्रा की तिथियों को लेकर माहरा ने कहा बैठक में सभी नेताओं से सुझाव सामने आए हैं. उन्होंने कहा भारी बारिश की वजह से प्रदेश में बाढ़ और पानी से डिस्टरबेंस है, ऐसे में कांग्रेस के कार्यकर्ता आपदाग्रस्त क्षेत्रों में लोगों की सेवा करने में व्यस्त हैं. उन्होंने कहा पदयात्रा को सितंबर के मिड में शुरू किए जाने के सुझाव सामने आए हैं. इसको लेकर दिल्ली नेतृत्व से भी वार्ता की जाएगी. अभी यात्रा को लेकर कई चरणों की बैठक होनी है. जब इसका पूरा प्रस्ताव तैयार हो जाएगा तब दिल्ली में हाईकमान के पास उस प्रस्ताव को भेजा जाएगा. इसमें यात्रा को लेकर जो भी संशोधन किए जाने होंगे, दिल्ली में कांग्रेस हाई कमान अंतिम मुहर लगाएगा.
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गौरतलब है कि प्रदेश में मानसून की वजह से बाढ़ और भूस्खलन के हालात बने हुए हैं. ऐसे में कांग्रेस ने प्रस्तावित यात्रा को सितंबर माह में शुरू किए जाने का फैसला लिया है. यात्रा की तिथियों पर कांग्रेस आलाकमान अंतिम मुहर लगाएगा. कांग्रेस का कहना है कि यात्रा में अग्निपथ योजना की खामियां, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महिलाओं पर अत्याचार, बढ़ते अपराध, जैसे ज्वलंत मुद्दों को उठाया जाएगा.