देहरादून: उत्तराखंड सरकार में विभिन्न आयोगों, निगमों, परिषदों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सलाहकार और अन्य दायित्वधारी दर्जा प्राप्त मंत्रियों की नियुक्ति की प्रक्रिया की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. राज्य सरकार द्वारा नियुक्त मनोनीत श्रेणी के ये तीन स्तरीय जनप्रतिनिधि होते हैं. दरअसल त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार के बाद से उत्तराखंड की बीजेपी सरकार ने दायित्व नहीं बांटे हैं. इससे मंत्री पद पाने की लालसा रखे बीजेपी के नेता निराश हैं. अब दायित्वधारियों की सुगबुगाहट से उत्तराखंड बीजेपी के नेताओं में जोश है.
एक साल से नहीं बंटे दायित्वधारियों को पद: साल 2022 में विधानसभा चुनाव के बाद दोबारा सत्ता पर काबिज हुई भाजपा सरकार के कार्यकाल को एक साल होने को है. लेकिन अभी तक दायित्वों का बंटवारा नहीं हो पाया है. हालांकि, समय समय पर दायित्वों के बंटवारे की सुगबुगाहट उठती रही है. इसी क्रम में दायित्वों के बंटवारे का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है. जिसके बाद अब नेताओं में भी पूर्ववर्ती सरकार की तरह ही दायित्व पाने की होड़ लगी हुई है.
बीजेपी संगठन में दायित्व बांटने की तैयारी: इन सबके बीच भाजपा संगठन ने भी कह दिया है कि दायित्वों के बंटवारे को लेकर संगठन स्तर पर कसरत शुरू हो गई है. हालांकि कब तक नेताओं को दायित्वों से नवाजा जाएगा, ये एक सवाल अभी भी बरकार है. दरअसल पिछले दिनों बीजेपी कार्यसमिति की बैठक हुई थी. चर्चा है कि उस बैठक में भी दायित्वधारियों का मसला उठा था.
संगठन और सरकार में मंथन: उत्तराखंड में भाजपा कार्यकर्ताओं को जल्द ही धामी सरकार में दायित्वों की सौगात मिल सकती है. इसको लेकर संगठन से लेकर सरकार स्तर पर कसरत शुरू हो गयी है. ऐसे में भाजपा कार्यकर्ताओं के दायित्वों की सौगात की मुराद जल्द पूरी होने को उम्मीद जताई जा रही है. भाजपा संगठन से लेकर सरकार स्तर पर दायित्व बंटवारे को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. शासन के द्वारा जिन निगमों में दायित्वधारियों के पद खाली हैं, उनका ब्यौरा अगले 3 दिनों के भीतर मंगाने के निर्देश दिए गए हैं.
दायित्वधारी बनाने के लिए ये होगी योग्यता: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि दायित्व बंटवारे की सूची तैयार करने के संबंध में प्राथमिक तैयारी कर ली गई है. लिहाजा इस महीने के अंत तक नेताओं की सूची तैयार कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंप दी जाएगी. लिहाजा उन्हें उम्मीद है कि जल्द से जल्द नेताओं को दायित्व सौंप दिए जाएंगे. साथ ही भट्ट ने कहा कि दायित्वधारियों के लिए नेताओं की पहली सूची में वरिष्ठ नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी. इसके साथ ही जिन नेताओं को संगठन स्तर पर कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है, उन नेताओं को भी इस सूची में शामिल किया जाएगा.
भाजपा कार्यकर्ताओं को जल्द ही धामी सरकार में दायित्वों की सौगात मिलने के सवाल पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता देवेंद्र भसीन ने कहा कि नेताओं को दायित्वों का वितरण सरकार और संगठन के परस्पर तालमेल के बाद किया जाता है. दायित्व के संबंध में सरकार और संगठन के बीच बातचीत भी हो चुकी है. हालांकि, दायित्वों का बंटवारा कब होगा, इस संबंध में अभी कुछ भी कहना मुश्किल है. लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और पदाधिकारियों की बातचीत के बाद ही दायित्वों की घोषणा होगी.
त्रिवेंद्र सरकार के बाद से नियुक्त नहीं हुए दायित्वधारी: दरअसल, दायित्व बंटवारे की खबर से भाजपा कार्यकर्ताओं की दिल की धड़कनें तेज हो गई हैं. दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद से भाजपा कार्यकर्ताओं को दायित्व का इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि सरकार को जल्द ही दायित्व को बांट देना चाहिए, ताकि जो जिम्मेदारियां मंत्री पूरी नहीं कर पा रहे हैं, उनके काम को दायित्वधारी कुछ हद तक निपटा सकें.
ये भी पढ़ें: Responsibility Sharing in BJP: लंबा हुआ भाजपा नेताओं का इंतजार! दायित्व बंटवारे पर कांग्रेस ने घेरा
दायित्वधारियों पर कांग्रेस को नहीं ऐतराज: कुल मिलाकर देखें तो जल्द ही भाजपा कार्यकर्ताओं को दायित्व से नवाजा जाएगा, लेकिन देखना यह होगा कि आखिरकार दायित्व बंटवारे को लेकर जब पहली लिस्ट जारी होगी, तो धामी सरकार में किन भाजपा नेताओं अहम जिम्मेदारी से नवाजा जाता है.