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एक से सात नवंबर तक चलेगा पल्स पोलियो अभियान, प्रशासन ने कसी कमर

जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पल्स पोलियो अभियान की जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई. बैठक में उन्होंने पल्स पोलियो अभियान को लेकर चर्चा की.

polio campaign
पल्स पोलियो अभियान
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Published : Oct 29, 2020, 1:01 PM IST

देहरादून: जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पल्स पोलियो अभियान की जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की. बैठक में उन्होंने पल्स पोलियो अभियान की उपलब्धियों की समीक्षा और परेशानियों के मद्देनजर आगामी अभियान रविवार यानी एक नवंबर से संबंधित कार्य योजना को लेकर चर्चा की.

बता दें कि, रविवार 1 नवंबर को बूथ दिवस और 2 से 7 नवंबर के बीच घर-घर जाकर पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा. पोलियो अभियान में 0-5 वर्ष तक के कुल 1,89,219 बच्चों को दवा पिलाई जाएगी. साथ ही स्थिर बूथ, ट्रांजिट बूथ और मोबाइल बूथ सहित कुल 1,255 बूथ स्थापित किए गए हैं. जिनके लिए 251 सुपरवाईजर नियुक्त किए गए हैं और घर-घर जाकर ट्रांजिट टीम और मोबाइल टीम सहित कुल 1,011 टीमों के लिए 337 पर्यवेक्षक भी तैनात किए गए हैं.

देहरादून में वर्तमान में 7 कंटेंनमेंट जोन हैं. इन जोनों के अंतर्गत जिस भी घर में कोरोना के मरीज हैं, उन घरों को छोड़ते हुए अन्य घरों में पूरी सावधानी से बच्चों को दवा पिलाई जाएगी. जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न क्षेत्रीय प्रभारी अधिकारियों को जो छूट जाते है वैसे एरिया पर फोकस करते हुए टीकाकरण करने के निर्देश दिए हैं. जहां भी बच्चों के पोलियो खुराक से वंचित होने की संभावना रहती है. साथ ही कोई प्रकरण आता है वहां स्वयं जाकर बातचीत करें.

काॅलोनियों में भी हर हाल में अंदर प्रवेश करते हुए पल्स पोलियो की दवा बच्चों को पिलवाए. इस संबंध में अगर स्थानीय पुलिस प्रशासन के सहयोग भी लेना पडे़ तो पुलिस को जानकारी देंगे. किसी भी प्रकार से कोई बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रहने पाए. नई कंस्ट्रक्शन साईट्स, मलिन बस्तियों, सुरक्षाकर्मी तैनाती वाली काॅलोनियों में अधिकतर बच्चे, पोलियो दवा से वंचित रह जाते हैं. उन पर अधिक फोकस किया जाना चाहिए.

पढ़ें: केदारनाथ विधायक मनोज रावत कोरोना पॉजिटिव, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी की बैठक में हुए थे शामिल

जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने जनता से अपील की है कि 1 नवंबर को बूथ स्तर पर सीएचसी, पीएचसी और अस्पतालों में साथ ही 2 नवंबर से 7 नवंबर तक डोर-टू-डोर अभियान के दौरान 0-5 वर्ष तक के प्रत्येक बच्चों को अवश्य पोलियो की दवा पिलाए. साथ ही कहा कि यदि कोई व्यक्ति पोलियो अभियान कार्यक्रम को बाधित करता है या फिर टीम के घर-घर दवा पिलाने में और इस संबंध में कोई अनावश्यक अफवाह फैलाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा मुख्य चिकित्साधिकारी को कहा गया है कि 1 नवंबर को राष्ट्रीय सब पल्स पोलियो अभियान से जुडे़ स्वास्थ्य कार्मिकों को अवकाश स्वीकृत न करें.

देहरादून: जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पल्स पोलियो अभियान की जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की. बैठक में उन्होंने पल्स पोलियो अभियान की उपलब्धियों की समीक्षा और परेशानियों के मद्देनजर आगामी अभियान रविवार यानी एक नवंबर से संबंधित कार्य योजना को लेकर चर्चा की.

बता दें कि, रविवार 1 नवंबर को बूथ दिवस और 2 से 7 नवंबर के बीच घर-घर जाकर पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा. पोलियो अभियान में 0-5 वर्ष तक के कुल 1,89,219 बच्चों को दवा पिलाई जाएगी. साथ ही स्थिर बूथ, ट्रांजिट बूथ और मोबाइल बूथ सहित कुल 1,255 बूथ स्थापित किए गए हैं. जिनके लिए 251 सुपरवाईजर नियुक्त किए गए हैं और घर-घर जाकर ट्रांजिट टीम और मोबाइल टीम सहित कुल 1,011 टीमों के लिए 337 पर्यवेक्षक भी तैनात किए गए हैं.

देहरादून में वर्तमान में 7 कंटेंनमेंट जोन हैं. इन जोनों के अंतर्गत जिस भी घर में कोरोना के मरीज हैं, उन घरों को छोड़ते हुए अन्य घरों में पूरी सावधानी से बच्चों को दवा पिलाई जाएगी. जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न क्षेत्रीय प्रभारी अधिकारियों को जो छूट जाते है वैसे एरिया पर फोकस करते हुए टीकाकरण करने के निर्देश दिए हैं. जहां भी बच्चों के पोलियो खुराक से वंचित होने की संभावना रहती है. साथ ही कोई प्रकरण आता है वहां स्वयं जाकर बातचीत करें.

काॅलोनियों में भी हर हाल में अंदर प्रवेश करते हुए पल्स पोलियो की दवा बच्चों को पिलवाए. इस संबंध में अगर स्थानीय पुलिस प्रशासन के सहयोग भी लेना पडे़ तो पुलिस को जानकारी देंगे. किसी भी प्रकार से कोई बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रहने पाए. नई कंस्ट्रक्शन साईट्स, मलिन बस्तियों, सुरक्षाकर्मी तैनाती वाली काॅलोनियों में अधिकतर बच्चे, पोलियो दवा से वंचित रह जाते हैं. उन पर अधिक फोकस किया जाना चाहिए.

पढ़ें: केदारनाथ विधायक मनोज रावत कोरोना पॉजिटिव, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी की बैठक में हुए थे शामिल

जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने जनता से अपील की है कि 1 नवंबर को बूथ स्तर पर सीएचसी, पीएचसी और अस्पतालों में साथ ही 2 नवंबर से 7 नवंबर तक डोर-टू-डोर अभियान के दौरान 0-5 वर्ष तक के प्रत्येक बच्चों को अवश्य पोलियो की दवा पिलाए. साथ ही कहा कि यदि कोई व्यक्ति पोलियो अभियान कार्यक्रम को बाधित करता है या फिर टीम के घर-घर दवा पिलाने में और इस संबंध में कोई अनावश्यक अफवाह फैलाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा मुख्य चिकित्साधिकारी को कहा गया है कि 1 नवंबर को राष्ट्रीय सब पल्स पोलियो अभियान से जुडे़ स्वास्थ्य कार्मिकों को अवकाश स्वीकृत न करें.

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