मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में 144 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली मसूरी यमुना पेयजल योजना(Mussoorie Yamuna Drinking Water Scheme) सवालों के घेरे में हैं. मसूरी माल रोड सहित मसूरी नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत पेयजल लाइनों को डालने के बाद सड़कों की मरम्मत नहीं हो पाई है. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मसूरी का निरीक्षण करने के बाद मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने संबधित विभाग को निर्देश देने के बाद क्षतिग्रस्त माल रोड सड़क को ठीक तो कर दिया गया, परंतु कार्य की गुणवत्ता इतनी खराब है कि एक हफ्ते में ही सड़कें टूट कर खराब होने लगी है.
सड़कों पर बजरी से दोपहिया वाहन फिसल रहे हैं, जिससे लोग घायल हो रहे हैं. जल निगम विभाग के अधिकारी देखकर भी मौन हैं. मसूरी गांधी चौक से मॉडर्न स्कूल रोड भी पिछले दिसंबर से पेयजल लाइन की वजह से क्षतिग्रस्त है. कई बार जल निगम के अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी दुरुस्त नहीं किया गया है. जिससे लोगों में खासा आक्रोश(people of Mussoorie are facing problems) है.
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एसडीएम मसूरी नरेश दुर्गापाल ने सड़कों का निरीक्षण किया. वहीं, जल निगम के अधिकारियों को तत्काल सड़कों को ठीक करने के साथ गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा अगर सड़क निर्माण में किसी प्रकार की लापरवाही बरती गई तो विभाग अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
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उन्होंने कहा अगर इसी तरह बेपरवाह तरीके से जल निगम काम करता है तो उसका खामियाजा आने वाले समय पर मसूरी की जनता के साथ ही पर्यटन व्यवसाय को भी भुगतना पड़ेगा. उन्होंने उच्च अधिकारियों से जल निगम के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है. उन्होंने कहा कि जब तक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, तब तक वे ठीक से काम नहीं करेंगे.